निदेशक इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (IDRBT) हेतु - आरबीआई - Reserve Bank of India
निदेशक इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (IDRBT) हेतु
आईडीआरबीटी – संस्थान (www.idrbt.ac.in): भारतीय रिज़र्व बैंक ने 10 जून, 1996 को इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट एंड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (आईडीआरबीटी) की स्थापना एक सोसायटी के तौर पर सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत की थी। आईडीआरबीटी एक गवर्निंग काउंसिल GC) द्वारा शासित किया जाता है। निदेशक, आईडीआरबीटी गवर्निंग काउंसिल के सदस्य सचिव हैं। आईडीआरबीटी का उद्देश्य देश के बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में प्रौद्योगिकी समावेशन को गति देना था। अपने प्रारंभिक वर्षों में, आईडीआरबीटी मुख्य रूप से भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र जैसे कि आईएनएफ़आईएनईटी, एसएफ़एमएस, एनएफ़एस, डिजिटल प्रमाणपत्रों के लिए प्रमाणन प्राधिकरण, आदि के विकास और प्रबंधन पर केंद्रित था। अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों ने इन सेवाओं के निर्माण हेतु तकनीकी जानकारी प्रदान की और बैंकिंग उद्योग के लिए प्रशिक्षित जनशक्ति भी तैयार की। पिछले 4-5 वर्षों के दौरान, संस्थान ने बैंकिंग प्रणाली की प्रणालीगत आवश्यकताओं पर शोध की प्रमुख पहलों पर ध्यान केंद्रित किया है, जो कि प्रभावी समावेशन और प्रौद्योगिकी को अपनाने के व्यापक पैमाने पर निहितार्थ हैं। संस्थान ने अनुसंधान और विकास कार्यों के समर्थन और प्रचार के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र स्थापित किए हैं। अनुसंधान केंद्रों को निरंतर परिवर्तित तकनीकों के साथ सुसंगत रखने के लिए नवीनतम प्रणालियों, यंत्रों और उपकरणों के साथ निरंतर उन्नत किया जा रहा है। संस्थान के अनुसंधान केंद्र ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, धोखाधड़ी विश्लेषण, क्लाउड सेवाओं और भुगतान प्रणालियों जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जिनके भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र पर दीर्घकालिक प्रभाव होने की संभावना है (https://www.idrbt.ac.in/rescent.html)। संस्थान नियमित एम. टेक, पीएचडी, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी (पीजीडीबीटी), आदि के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम चलाता है (विवरण https://www.idrbt.ac.in/academics.html पर उपलब्ध है)। संस्थान ने सीआईएसओ, सीआईओ, सीएओ, आदि के लिए विभिन्न मंचों (https://www.idrbt.ac.in/forums.html) का गठन किया है, जिससे भारतीय बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र के लिए इष्टतम समाधान खोजने के उद्देश्य से सहयोगी मंच और फोरम प्रदान किया जा सके। संस्थान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और सम्मेलनों में गुणवत्तापूर्ण शोध पत्र प्रकाशित करता है और प्रौद्योगिकी अवसंरचना और प्रबंधन पर प्रशिक्षण, सलाहकार और परामर्श सेवाएँ भी प्रदान करता है। 2. कार्य का स्वरूप • निदेशक संस्थान के मामलों पर सामान्य पर्यवेक्षण और नियंत्रण करेंगे/करेंगी और गवार्निंग काउंसिल के निर्णयों को लागू करेंगे/करेंगी। • इस पद के लिए प्रमुख आवश्यकताएं असाधारण नेतृत्व और संस्थान निर्माण कौशल और एक प्रभावी रणनीतिक दृष्टि हैं; आवेदक के पास संस्थान के अधिदेश को प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों, शोधकर्ताओं और छात्रों को उत्साहित करने, प्रेरित करने और प्रोत्साहित करने की क्षमता होनी चाहिए। • उन्हें जवाबदेही के साथ नवाचार सुनिश्चित करने के लिए कुशल और प्रभावी शासन संरचना और अनुकूल अनुसंधान वातावरण प्रदान करने में सक्षम होना चाहिए। • वह संस्थान द्वारा अनुसंधान और विकास गतिविधियों के लिए वित्तीय प्रौद्योगिकी और विशिष्ट क्षेत्रों में महत्वपूर्ण रुझानों की पहचान करेंगे जो सही प्रौद्योगिकी समाधान अपनाने में मदद करेगा। • वह योग्य शिक्षाविदों (संकाय और अनुसंधान विद्वानों दोनों) की एक टीम का नेतृत्व करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि संस्थान सूचना सुरक्षा, विश्लेषिकी, इलेक्ट्रॉनिक भुगतान, आदि जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता के लिए केंद्र विकसित करें। • उन्हें बैंक, शिक्षा और वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञों का एक नेटवर्क तैयार करना चाहिए। 3. पात्रता क) आयु: आवेदक की आयु 1 जनवरी 2020 तक 62 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। ख) शैक्षणिक योग्यता: आवेदक के पास एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से प्रासंगिक क्षेत्र में पीएचडी की उपाधि होनी चाहिए और उनके पास प्रशासनिक, बैंकिंग और आईटी का सही अनुपात में अनुभव होना चाहिए। ग) अनुभव: आवेदक के पास बैंकों, वित्तीय उद्योग, प्रौद्योगिकी या शिक्षा के क्षेत्र में प्रासंगिक कार्य अनुभव होना चाहिए। आवेदक के पास वित्तीय प्रौद्योगिकी से संबंधित मुद्दों का गहन ज्ञान एवं उत्कृष्ट प्रशासनिक कौशल होना चाहिए और उनके पास अग्रणी परियोजनाओं के सफल निष्पादन का ट्रैक रिकॉर्ड होना चाहिए। 4. कार्यकाल निदेशक की नियुक्ति तीन साल की आरंभिक अवधि हेतु अनुबंधात्मक नियुक्ति है, जो प्रदर्शन और प्रतिक्रिया की समीक्षा के आधार पर पांच साल तक बढ़ाई सकती है या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर, जो भी पहले हो तक होगी। दोनों पक्षों द्वारा तीन माह का नोटिस देकर अनुबंध समाप्त किया जा सकता है। 5. पारिश्रमिक एवं पदस्थापना शैक्षिक एवं अनुसंधान संस्थानों के स्तर का पारिश्रमिक प्रदान किया जाएगा। कार्य का स्थान हैदराबाद होगा। 6. आवेदन कैसे करें इच्छुक अभ्यर्थी निर्धारित प्रारूप में अपना विस्तृत विवरण लिख कर, और अपनी प्रासंगिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुये भेज सकते हैं। साथ ही आईडीआरबीटी के उद्देश्य और कार्यों के संदर्भ में दो पेज का अपना उद्देश्य कथन अपनी पात्रता के संदर्भ में भेजें। अभ्यर्थी ईमेल पर मेल भेजकर आवेदन कर सकते हैं, जिसमें वे नीचे दिये गए आवेदन के प्रारूप में सॉफ्ट प्रति में सभी विवरण देकर आवेदन कर सकते हैं, और बाद में हार्डकॉपी एक बंद कवर में, उसके ऊपर "निदेशक, आईडीआरबीटी के पद हेतु आवेदन", लिखकर निम्नलिखित पते पर भेज सकते हैं।
पूरी तरह से भरे हुए केवल उन्हीं आवेदनों पर विचार किया जाएगा जो निर्धारित प्रारूप में होंगे और जिनकी सॉफ्ट प्रति दिनांक 11 नवंबर 2019 को 23.59 बजे से पहले प्राप्त होगी। 7. सामान्य नियम / निर्देश i) आवेदक को यहां दिए गए आवेदन के प्रारूप का कड़ाई से पालन करना चाहिए; हस्ताक्षर के अलावा आवेदनों को हस्तलिखित नहीं होना चाहिए; आवेदक द्वारा सभी पृष्ठों पर हस्ताक्षर किए जाएँ। "एरियल फ़ॉन्ट, आकार 12" का उपयोग पूरे दस्तावेज़ में किया जाना चाहिए। ii) आवेदन के साथ यथोचित दस्तावेजों की स्वयं द्वारा सत्यापित प्रतियाँ प्रस्तुत की जाएँ जो: क) आयु का प्रमाण प्रदान करें। ख) स्पष्ट रूप से अनुभव की पात्रता प्रदर्शित करें। (उदाहरण के लिए इसमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं: पिछले और वर्तमान नियोक्ता का अनुभव प्रमाण पत्र, नियुक्ति पत्र, पदभार ग्रहण की तिथि को सत्यापित करने के लिए वेतन या वेतन स्लिप, पदभार ग्रहण करते समय पदनाम, पदोन्नति की तिथि के साथ पदनाम, यदि कोई हो) ग) शैक्षणिक / व्यावसायिक योग्यता और प्रमाणपत्र का प्रमाण प्रदान करें iii) अभ्यर्थी के नाम पर आवेदन में घोषित सूचनाओं और दस्तावेजों / दस्तावेजों की प्रतियों के आधार पर विचार किया जाएगा। iv) हाल ही की एक तस्वीर को उपयुक्त स्थान पर चिपका दिया जाए और उस पर क्रॉस हस्ताक्षर कर दिया जाए। v) पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले आवेदनों को आगे आरबीआई द्वारा इस प्रयोजनार्थ गठित सर्च कमेटी द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा । vi) शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदकों को, आवेदन पत्र में दिए गए ईमेल के माध्यम से आरबीआई द्वारा संपर्क के बाद निर्धारित समय, तिथि व स्थान पर सर्च कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। vii) बातचीत के आधार पर, सर्च कमेटी अपनी सिफारिश प्रस्तुत करेगी। viii) आवेदकों की व्यक्तिगत गोपनीयता संबंधी चिंताओं को बैंक द्वारा यथासंभव सुनिश्चित किया जाएगा। |