इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण - आरबीआई - Reserve Bank of India
इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के लिए सेवा प्रभार लगाना एवं अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए प्रभारों का मानकीकरण
आरबीआई/2008-09/478 15 मई 2009 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों और बाहरी चेकों के संग्रहण के इसके साथ हमारे भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग,केद्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिनांक 8 जनवरी 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका. सं.1001/03.01.02/2007-08, 20 जून 2008 का परिपत्र डीपीएसएस. केका.सं.2092/03.01.02(पी)/2008-09 और 8 अक्तूबर 2008 के परिपत्र डीपीएसएस.केका.सं.611/03.01.03(पी)/2008-09 की प्रतियां आपकी सूचना और आवश्यक कार्रवाई के लिए संलग्न हैं जिनमें विभिन इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पाद प्रदान करने , बाहरी चेकों क ा संग्रहण करने तथा अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण के लिए बैंकों द्वारा लगाए जानेवाले प्रभारों की रूपरेखा सूचित की गई है । 2. विभिन इलेक्ट्रॉनिक भुगतान उत्पादों (आरटीजीएस/एनइएफटी/इसीएस) के लिए बैकों द्वारा लगाए जाने वाले प्रभारों की रूपरेखा ऊपर बताए गए हमारे 8 अक्तूबर 2008 के परिपत्र में निर्धारित की गई है । ये प्रभार इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का उपयोग करनेवाले सभी आंतर-बैंक अंतरणों पर लागू होगें । यह स्पष्ट किया जाता है कि ये प्रभार धन प्रेषण सुविधा योजना (आरएफएस), 2007 के अंतर्गत अधिशेष क्लियरिडग निधियों के अंतरण पर भी लागू होगें । भवदीय (सी.के.शाह) संलग्नक: 4 पत्रक |