भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करना - स्पष्टीकरण
भारिबैंक/2011-12/177 15 सितंबर 2011 विदेशी मुद्रा का व्यापार करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंक महोदया/महोदय, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तहत बिक्रीगत आमदनी को प्राधिकृत व्यापारी बैंकों का ध्यान 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी के विनियम 11 अर्थात विदेशी मुद्रा प्रबंध (भारत से बाहर के निवासी व्यक्ति द्वारा प्रतिभूतियों का अंतरण या निर्गम) विनियमावली, 2000, समय समय पर यथा संशोधित, की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 के अंतर्गत व्यक्तियों को सुलभ सुविधाओं की समीक्षा करने के लिए गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह सिफारिश की है कि चूँकि उक्त विनियम 11 के अंतर्गत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के तहत किए गए निवेशों की बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करने के उपबंध/प्रावधान नहीं है अत: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश योजना के तहत निवेशों की बिक्रीगत आमदनी को एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करने की अनुमति प्रदान की जा सकती है । 3. 3 मई 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 20/2000-आरबी की अनुसूची 3, 4 एवं 5 के अनुसार अब तक भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के अंतर्गत बिक्रीगत आमदनी को वहाँ एनआरई/एफसीएनआर(बी) खातों में जमा करने के लिए पात्र माना जाता रहा है जहाँ (प्रतिभूति) क्रय प्रतिफल का भुगतान अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के व्यक्ति द्वारा उसके आवक प्रेषण अथवा उनके एनआरई/एफसीएनआर(बी) खाते गत शेष को नामे करके और लागू कर,यदि कोई हो, की अदायगी करके किया जाता रहा है । अब यह स्पष्ट किया जाता है कि वही सुविधा उक्त अधिसूचना के विनियम 11 के अंतर्गत अनिवासी भारतीय/ भारतीय मूल के व्यक्तियों को भी प्राप्त होगी । 3. प्राधिकृत व्यापारी बैंक तदनुसार अवगत/मार्गदर्शित हों और इस परिपत्र की विषयवस्तु से अपने ग्राहकों/घटकों को अवगत कराने का कष्ट करें। 4. इस परिपत्र में समाहित निर्देश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और 11(1) के अंतर्गत और किसी अन्य विधि के अंतर्गत अपेक्षित किसी अनुमति/अनुमोदन पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना जारी किए गए हैं। भवदीया, (मीना हेमचंद्र) |