विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति - आरबीआई - Reserve Bank of India
विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात विदेशी मुद्रा कें भुगतान के बदले घरेलु प्रशुल्क क्षेत्र (डीटीए) की इकाई को मालो की आपूर्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिक्रम क्र.106 जून 19, 2003 सेवा में महोदया/महोदय, विदेशी मुद्रा प्रबंध 1999 - भारत में माल का आयात प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान अगस्त 24, 2000 के ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 9 की परिशिष्ट की ओर आकृष्ट किया जाता है जिसमे प्राधिकृत व्यापारियों द्वारा भारत में माल आयात करने से संबंधित आवेदनों को निपटाते समय ध्यान में रखे जानेवाले अनुदेश समाहित हैं। आयात की प्रक्रिया को और उदारीकृत और सरल करने के दृष्टिकोण से मौजूदा दिशानिदेशें की समीक्षा की गई ऐ और संशोधित दिशानिदेश इस परिपत्र की परिशिष्ट में दिए गए हैं। 2. चूंकि आयात का विनियमन वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, वाणिज्य विभाग, भारत सरकार के अधीन विदेशी मुद्रा व्यापार निदेशालय के महानिदेशक द्वारा किया जाता है इसलिए जायज़ लेनदेन का कार्य करते समय प्राधिकृत व्यापारी सुनिश्चित करें कि आयात लेनदेन भारत में प्रचलित निर्यात आयात नीति और 3 मई 2000 की अधिसूचना क्र. जी.एस.आर.381 ()िं के अंतर्गत बनाए गए विदेशी मुद्रा प्रबंध (चालू खाता लेनदेन) नियमावली, 2000 और विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम के अंतर्गत समय समय पर रिज़र्व बैंक द्वारा जारी निदेशों के अनुसार हैं। 3. प्राधिकृत व्यापारियों को सामान्य बैंकिंग प्रक्रिया या अनुसरण करना होगा और यूनिफॉर्म कस्टम्स ऐंड प्रैक्टिसेज1 फॉर डॉक्युमेंटरी क्रेडिट्स (यूसीपीडीसी ) आदि का भारत में अपने ग्राहकों की ओर से साखपत्र खोलते समय ध्यान में रखना होगा। ड्रॉइंग और डिज़ाइन के आयात के संबंध में रिसर्च एण्ड डेवल्पमेंट की सेस ऐक्ट, 1986 के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए । प्राधिकृत व्यापारी आयातकों को भी सूचित करें कि यथा लागू अधिनियम के प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करें। 4. प्राधिकृत व्यापारी इस परिपत्र की विषय-वस्तु की जानकारी अपने सभी संबंधित ग्राहकों को दे दें। 5. इस परिपत्र में समाहित निदेश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और धारा 11(1) के अंतर्गत जारी किए गए हैं । भवदीय, (ग्रेस कोशी) |