आरबीआई/2011-12/208 भु.नि.प्र.वि. (कें.का.) ईपीपीडी सं 590/04.09.003 / 2011-12 29 सितंबर 2011 अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ एनईएफ़टी में भाग लेने वाले सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महोदय/ महोदया भारत – नेपाल धन प्रेषण प्रणाली – उपयोग को बढाने के उपाय दिनांक 29 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र भु.नि.प्र.वि.कें.का. सं. 1764/04.09.003/ 2007-08 जिसमें उपर्युक्त विषय की प्रमुख विशेषताओं और साथ ही साथ परिचालनात्मक अनुदेशों के बारे में वर्णन है और साथ ही दिनांक 09 फरवरी 2009 के भु.नि.प्र.वि.(कें. का.) सं. 1381/04.09.003/ 2008-09 जिसमें इस योजना के अंतर्गत शुल्क संरचना में परिवर्तन दिखाए गए हैं का संदर्भ लें। उपर्युक्त योजना भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नेपाल राष्ट्र बैंक के साथ संयुक्त रूप से मई 2008 में लाई गई थी ताकि भारत में काम करने वाले नेपाली श्रमिकों को नेपाल में अपने परिवारों को नियमित अंतराल पर सुरक्षित और कम लागत पर पैसे भेजने की सुविधा मिल सके। 2. यह बहुत ही खेद की बात है कि एनईएफटी समर्थित शाखाओं में वृद्धि होने के बावजूद इंडो-नेपाल योजना के अंतर्गत लेनदेन की मात्र उतनी नहीं बढ़ी है जितनी इसकी शुरुआत के समय उम्मीद थी। भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी नेपाली जनसंख्या को देखते हुए बैंकिंग चैनलों के माध्यम से ऐसे धन प्रेषणों की काफी संभावना है, किन्तु प्रत्येक महीने में होने वाले कम लेनदेनों को देखते हुए यह पता चलता है की इस योजना का उपयोग सही ढंग से नहीं हो रहा है। इसके अलावा केवल कुछ ही बैंक हैं जो इस तरह के लेनदेन करते हैं। बैंकों से हुई अनौपचारिक बातचीत से यह पता चला है कि इस योजना के कम उपयोग का कारण लक्षित समूह के उपभोक्ताओं के साथ-साथ बैंक कर्मचारियों के बीच जानकारी का अभाव है। 3. जैसा की एनईएफ़टी एप्लीकेशन पर चलने वाली इंडो–नेपाल योजना की परिचालनात्मक प्रक्रियाओं में दर्शाया गया है, इंडो –नेपाल धन प्रेषणों के लिए वांछित मैसेज विषयवस्तुएं भरते समय कतिपय आंकड़ा प्रविष्टि और प्राधिकरण नियमों का स्पष्ट रूप से पालन किया जाना चाहिए। यह पाया गया कि पहले से ही कम लेनदेनों में से भी बढ़ी संख्या में लेनदेन मैसेज के गलत फॉर्मेट/विषयवस्तु के चलते स्टेट बैंक पूलिंग ब्रांच द्वारा अस्वीकार किए जा रहे हैं। ऐसा इसलिए हो सकता है कि शाखा स्तर पर कर्मचारी/अधिकारी इस योजना की विशेषताओं/अपेक्षाओं से परिचित/जागरूक नहीं है (योजना के अंतर्गत निर्धारित संदेश प्रारूप में कुछ बातें अनिवार्य बताई गई हैं जो घरेलू धन प्रेषणों के संबंध में अनिवार्य नहीं हैं)। इस तरह के लेनदेनों में आंकड़ा प्रविष्टि के समय की गईं कुछ साधारण गल्तियां जिनके फलस्वरूप वे एसबीआई के स्तर पर निरस्त हो गए, निम्नानुसार हैं:
-
प्रविष्ट की गई राशि 50,000/- रुपए से अधिक है (इंडो –नेपाल धन प्रेषण प्रेषण योजना के अंतर्गत धन प्रेषण की अधिकतम स्वीकार्य राशि 50,000/- रुपए प्रति लेनदेन है)- राशि की प्रविष्टि किए जाते समय (स्थान 4038 में), इस राशि को कमीशन सहित 50,000/- रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। दूसरी तरह से कहें तो, धन प्रेषित की गई वास्तविक निधियों की कीमत और कमीशन की राशि 50,000/- रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए ( टिप्पणी: इस स्थान पर लिखी गए राशि का उपयोग निपटान के प्रयोजनों के लिए भी किया जाता है)
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तीसरी पंक्ति, जिसमें प्रेषक से प्राप्तकर्ता को जाने वाली सूचना है (कमीशन)- इस स्थान पर केवल संख्या ही होनी चाहिए जबकि यह देखा गया है की कुछ बैंक शब्द भी लिख रहे हैं (इस योजना की प्रभार संरचना के अनुसार कमीशन की राशि को केवल संख्या में ही लिखा जाना चाहिए, इस स्थान पर कोई भी शब्द नहीं लिखे जाने चाहिए)।
-
6061 स्थान में अर्थात लाभग्राही उपभोक्ता के खाते के स्थान पर एसबीआई केंद्रीय पूल की खाता संख्या ( 2399468044302 ) को ही लिखा जाना चाहिए। कुछ बैंक इस स्थान पर 2399468044302 के स्थान पर नेपाल के लाभग्राही की वास्तविक खाता संख्या लिख देते हैं जिसके फलस्वरूप संदेश निरस्त हो जाता है।
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नेपाल के वास्तविक लाभग्राही की खाता संख्या, यदि कोई हो, तो उसका उल्लेख धन प्रेषण सूचना संबंधी पंक्ति 4 में 7495 के स्थान पर दी जानी चाहिए।
4. बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नेपाल में धन प्रेषण किए जाने के मामले को दोनों ही देशों में दिये जा रहे अत्यधिक महत्व को देखते हुए यह ज़रूरी हो जाता है की यह योजना सुचारु रूप से कार्य करे और अपने उद्देश्य की पूर्ति करे जिसके लिए यह आवश्यक है कि सभी स्तरों पर सम्मिलित रूप से कार्य किया जाए। इसलिए बैंकों को यह सलाह दी जाती है कि वे त्वरित प्रभाव से निम्नलिखित बातों को सुनिश्चित करें: (i) बैंक शाखा के अधिकारियों को इस स्कीम के बारे में जागरूक किया जाए ताकि वे लक्षित ग्राहकों का मार्ग प्रशस्त कर सकें, जिन में से कुछ अनपढ़ भी हो सकते हैं। शाखा के अधिकारी इस योजना की प्रमुख विशेषताओं के बारे विस्तार से बता पाने में सक्षम होने चाहिए और उनका धन प्रेषण का प्रपत्र भरने में मार्गदर्शन करें। (ii) शाखा स्तर पर सम्बद्ध अधिकारियों को आवश्यक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए ताकि वे योजना की परिचालन प्रक्रिया, इसकी संदेश संरचना और इसकी विषयवस्तु से परिचित हों। हम इस परिपत्र के साथ इस योजना के अंतर्गत लेनदेनों के लिए संदेश के प्रारूप की एक प्रति भी संलग्न कर रहे हैं जिसमें भरे जाने वाले स्थानों के संबंध में जानकारी एवं उस स्थान में भरी जाने वाली जानकारी के बारे में बताया गया है। संबन्धित अधिकारियों को इस बात पर ध्यान देने के लिए कहा जाए कि वे सिस्टम में जानकारी भरते समय सभी आवश्यक बातों का ध्यान रखें ताकि एसबीआई पूलिंग शाखा में मैसेज निरस्त न हों। (iii) इसका उपयोग बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है कि लक्षित ग्राहकों को इस स्कीम के बारे में बताया जाए। इस बात को सुनिश्चित करने के लिए शाखाओं को समय-समय पर कार्यशालाएं और जागरूकता अभियान चलाने चाहिए विशेषतौर पर उन शाखाओं को जो कि प्रवासी नेपाली बहुल क्षेत्रों में स्थित हैं। योजना की जानकारी के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए नेपाली कामगार संगठनों की मदद भी ली जा सकती है। 5. कृपया परिपत्र की प्राप्ति और इसकी अपेक्षाओं की अनुपलना की सूचना दें। भवदीय (विजय चुग) मुख्य महाप्रबंधक
अनुबंध एनईएफ़टी शाखाओं से जावक नामे संदेश आईएफ़एन 298 एन 06 (जैसा कि भारत – नेपाल धन प्रेषण पर लागू हो)
एम/ओ |
स्थान संख्या |
स्थान का नाम |
विषय सूची/विकल्प |
विवरण |
एम |
2020 |
लेनदेन संदर्भ संख्या |
16x |
विशिष्ट रूप से संदेश की पहचान करती है |
ओ |
3535 |
बैच समय |
4!n |
बैच समय |
एम |
1106 |
संदेश में शामिल कुल लूपों की संख्या |
5n |
संदेश में शामिल लेनदेनों (लूपों) की संख्या |
एम |
4063 |
राशि का जोड़ |
19d |
लूपों में शामिल सभी राशियों का जोड़ |
पुनरुक्ति समूह आरंभ होता है |
एम |
2020 |
लेनदेन संदर्भ संख्या |
16x |
विशिष्ट रूप से लेनदेनों (लूपों) की पहचान करती है |
एम |
4038 |
राशि |
19d |
धन प्रेषण का मूल्य(राशि +कमीशन प्रभार) (नेपाल से संबन्धित लेनदेनों के मामले में कमीशन सहित कुल राशि 50,000 रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए) |
एम |
3380 |
मूल्य तिथि |
8!n |
निपटान की तिथि। केवल वर्तमान तिथि ही वैध है। |
एम |
5756 |
भेजने वाली शाखा का आईएफ़एससी । |
4!a4!c[3!c] |
भेजने वाली शाखा का आईएफ़एससी। |
एम |
6305 |
प्रेषक ग्राहक के खाते का प्रकार |
2! c |
प्रेषक के खाते का प्रकार अनुमत्य मूल्य हैं: 10-बचत खाता 11-चालू खाता 13-नकद ऋण 14-ऋण खाता 12- ओवरड्राफ्ट 40-एनआरई 50- ऐसे ग्राहक जिनके खाते बैंक में नहीं हैं उनके लिए धन प्रेषण 51- भारत- नेपाल धन प्रेषण 52-कार्ड से कार्ड का भुगतान (भारत- नेपाल धन प्रेषण के लिए केवल 51 लिखा जाना चाहिए) |
एम |
6021 |
प्रेषक ग्राहक के खाते की संख्या |
35 x |
• प्रेषक की खाता संख्या जिससे लेनदेन करने के फलस्वरूप राशि डेबिट की जाती है, यदि धन प्रेषक खाता धारक है। • नकदी लेनदेनों के मामले में, कृपया आंतरिक खाता संख्या का उल्लेख करें जिसमें यदि निधियां वापस आती हैं तो जमा की जा सकें। यह एक ट्रांज़िट खाते के रूप में कार्य करेगा जहां वापस की गईं निधियों को धन प्रेषक को वापस किए जाने से पूर्व अस्थायी रूप से रखा जाएगा। |
एम |
6091 |
प्रेषक ग्राहक के खाते का नाम |
50x |
प्रेषक का नाम चाहे धन प्रेषक एक खाता धारक हो अथवा अन्य कोई ग्राहक हो |
एम |
5629 |
प्रेषक ग्राहक का मोबाइल नंबर/ई मेल आईडी |
3!c 62z |
प्रेषक का मोबाइल नंबर अथवा ई मेल आईडी 3!c को केवल एसएमएस अथवा ईएमएल होना चाहिए 62z में मोबाइल नंबर अथवा ई मेल आईडी शामिल है। मोबाइल नंबर कम से कम दस नंबर का होना चाहिए । |
एम |
7002 |
धन प्रेषण करने वाला |
4*35 |
इस स्थान को खाली नहीं छोड़ा जा सकता है। प्रथम पंक्ति में शाखा का नाम लिखा जाना चाहिए। |
एम |
5569 |
लाभग्राही शाखा का आईएफ़एससी |
4!a4!c[3!c] |
एसबीआईएन 0004430 (यह एसबीआई शाखा का आईएफ़एससी नंबर है जहां नेपाल धन प्रेषणों के लिए पूल खाता खोला गया है और इसको सभी नेपाल धन प्रेषणों के लिए प्रयोग में लाया जाना चाहिए। |
ओ |
6310 |
लाभग्राही ग्राहक के खाते का प्रकार |
2!c |
प्राप्तकर्ता ग्राहक के खाते का प्रकार अनुमत्य मूल्य हैं 10-बचत खाता 11-चालू खाता 13-नकद ऋण 14-ऋण खाता 12- ओवरड्राफ्ट 40-एनआरई (10 अथवा 11 की प्रविष्टि की जा सकती है) |
एम |
6061 |
लाभग्राही ग्राहक का खाता नंबर |
35 x |
इस स्थान पर 2399468044302 भरें ( यह एसबीआई में केंद्रीय पूल खाते का नंबर है जिसे की नेपाल को किए जाने वाले धन प्रेषणों के लिए बनाया गया है और इसे सभी नेपाल धन प्रेषणों के लिए अनिवार्यतः प्रयोग में लाया जाना चाहिए।) * नेपाल में लाभग्राही का खाता नंबर यहाँ नहीं लिखा जाना चाहिए। |
एम |
6081 |
लाभग्राही ग्राहक का खाता नंबर |
50 x |
इस स्थान पर नेपाल में वास्तविक लाभग्राही का नाम लिखा जाना चाहिए। |
एम |
5565 |
लाभग्राही ग्राहक का पता |
4*35 x |
नेपाल में लाभग्राही ग्राहक का पता (कम से एक लाइन में पता होना चाहिए) |
एम |
7495 |
धन प्रेषण सूचना ( प्रत्येक पंक्ति में 35 अक्षरों वाली 6 पंक्तियाँ) सूचना नीचे दिखाये गए अनुसार सभी छह पंक्तियों में भारी जानी है। पंक्ति1: - लाभग्राही के पहचान संबंधी विवरण पंक्ति 2:- लाभग्राही का संपर्क हेतु नंबर पंक्ति 3:- कमीशन पंक्ति 4 :- खाता संख्या, यदि नेपाल एसबीआई बैंकस लि. (एनएसबीएल) का ग्राहक है पंक्ति 5 :- खाता संख्या, यदि नेपाल में किसी अन्य बैंक का ग्राहक है पंक्ति 6 :- बैंक का नाम (यदि (एनएसबीएल) नहीं है तो) |
6*35 x |
लाभग्राही की नागरिकता / पैन कार्ड / पासपोर्ट संख्या यदि कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है तो x का चिह्न लगाएँ लाभग्राही का नंबर अथवा लाभग्राही का मोबाइल अथवा लैंडलाइन नंबर 20.00 / 70.00 / 95.00 यदि लाभग्राही का खाता एनएसबीएल में है तो 20,000 रुपए । अन्य मामलों में धन प्रेषित की जा रही राशि के अनुसार 70 अथवा 95 रुपए। यदि ग्राहक का खाता नेपाल स्टेट बैंक में है तो उसकी खाता संख्या जिसमें क्रेडिट किया जाना है। ‘X’ यदि नकदी दी जानी है यदि ग्राहक का खाता अन्य बैंक में है तो उसकी खाता संख्या जिसमें क्रेडिट किया जाना है। ‘X’ यदि उपलब्ध नहीं है अन्य बैंक का नाम ‘X’ यदि उपलब्ध नहीं है |
बार-बार आने वाले समूह समाप्त हुए |
टिप्पणी:
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उपर्युक्त सारणी में नेपाल के लिए अनिवार्य स्थानों को ‘एम’ के द्वारा दिखया गया है। आकड़ों को भरते समय कृपया इस बात को सुनिश्चित करें कि भारत-नेपाल लेनदेनों के मामले में उपर्युक्त सारणी में जहां कहीं भी ‘एम’ लिखा है वहाँ ज़रूर भरें चाहे भले ही एनईएफ़टी की आंकड़ा प्रविष्टि स्क्रीन में उसे साधारण संदेश फॉर्मेट में अनिवार्य के रूप में न दर्शाया गया हो।
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यदि सूचना उपलब्ध न हो तो कृपया ‘X’ लिखें
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कृपया आंकड़ों को किसी विशेष अक्षर के बिना सीधा-सीधा लिखें।
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कृपया 6305,6061 और 7495 स्थानों को भरते समय ज्यादा सतर्कता बरतें। यदि विवरण उपलब्ध नहीं हैं तो स्थान 7495 की प्रत्येक पंक्ति को एक डीफाल्ट मूल्य देना है । किसी भी पंक्ति को खाली नहीं छोडना है।
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