जाली नोट पकड़ना तथा उन्हें जब्त करना -अद्यतन मास्टर परिपत्र (2004) - आरबीआई - Reserve Bank of India
जाली नोट पकड़ना तथा उन्हें जब्त करना -अद्यतन मास्टर परिपत्र (2004)
आरबीआई/2004-05/149
संदर्भ : मुप्रवि(एफएनवीडी)सं. उ.12 /16.01.01/2004-05
31 अगस्त 2004
9, भ।द्रपद 1926 (र्र्एीव्ी)
अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक
सभी वाणिज्यिक बैंकों / सहकारी बैंकों/क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों/निजी बैंकों/विदेशी बैंकों
तथा सभी राज्यों के निदेशक , कोषागार
मबेदय,
जाली नोट पकड़ना तथा उन्हें जब्त करना -अद्यतन मास्टर परिपत्र (2004)
जैसा कि आप जानते हैं, बैंकों को समस्त वर्तमान निर्देश एक ही जगह पर आसानी से उपलब्ध करवाने के उेश्यि से भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 27 अप्रैल 2002 को बैंक शाखाओं के काउंटरों अथवा कोषागारों/उप कोषागारों में पकड़े जाने वाले जाली नोटों के निपटान के लिये अपनायी जाने वाली प्रक्रिया पर बैंकों तथा कोषागार/उप कोषागारों को दिये गये मार्गदर्शन/निर्देशों का एक मास्टर परिपत्र जारी किया गया था। संदर्भित मास्टर परिपत्र में उसके बाद से अब तक जारी किये गये सभी निर्देश समाविष्ट करके इसे अद्यतन कर लिया गया है और उसे इसके साथ संलग्न किया जा रहा है।
भवदीय,
(पी.आर. नायर)
मब प्रबंधक
अनुलग्नक: मास्टर परिपत्र सभी अनुबंधों सहित
म।स्टर परिपत्र
जाली नोट पकड़ना और जब्त करना
1. जाली नोटों को जब्त करने का अधिकार
निम्नलिखित को जाली नोट जब्त करने का अधिकार है:-
- सार्वजनिक क्षेत्र के समस्त बैंक ,
- निजी क्षेत्र के बैंकों तथा विदेशी बैंकों की सभी शाखाएं
- सहकारी बैंकों तथा ग्रामीण विकास बैंकों की सभी शाखाएं,
- सभी कोषगारों और उप कोषगार ,
- भारतीय रिज़र्व बैंक के सभी निर्गम कार्यालय
ऐसा नोट जो जाली जैसा लगे या जाली पाया जाय तो उस पर जाली नोट की मुहर लगाकर उसे जब्त कर लिया जाय । इस प्रयोजन के लिए 5सेमी ग् 5सेमी की एक समान आकार की निम्नवत मुहर इश्तेमाल की जाये ।
जाली नोट जब्त किया बैंक -------------------------- शाखा -------------------------- |
हस्ताक्षर दिनांक ----------------------------- |
3. प्रस्तुतकर्ता को रसीद जारी करना
भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्गम कार्यालय अथवा बैंक शाखा अथवा कोषागार में प्रस्तुत किये गए नोटो में जब जाली नोट पकडे जायं तो अनुबंध-घ् में दिये गये फार्मेट में प्रस्तुतकर्ता को, उपर्युक्त पैरा 2 के अनुसार नोट पर मुहर लगाने के बाद रसीद जारी की जानी चाहिए। रसीद दुहरी प्रतियों की क्रमानुसार नंबर वाली बेनी चाहिए उस पर उसके तथा कोषपाल द्वारा अभिप्रमाणित करवा दिया जाय । इसको सार्वजनिक सूचना के लिये कार्यालयों/शाखाओं में प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाये । यदि प्रस्तुतकर्ता रसीद पर हस्ताक्षर न करना चाहे तो भी रसीद देना जरूरी है।
4. शाखा द्वारा प्राप्त किए गए नोटों में पकड़े गए जाली नोट
शाखा में प्राप्त होने वाली नकदी में जाली नोट पकड़े जाने पर अनुबंध-घ्घ् के अनुसार प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (इघ्ीं) दर्ज करवाकर उन्हें स्थानीय पुलिस को जाँच के लिए भेज दिया जाये । प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (इघ्ीं) की एक प्रति संबंधित बैंक के प्रधान कार्यालय के जाली नोट सतर्कता कक्ष को ( केवल बैंकों के मामले में) तथा कोषागारों के मामले में भारतीय रिज़र्व बैंक के संबंधित निर्गम कार्यालय को भेज दी जाये । प्रस्तुत कर्त्ता का नाम, पता आदि के विवरण सहित , उसे जाली नोट कैसे / कहाँ से मिला है, आदि के बारे में उसका अभिकथन भी स्थानीय पुलिस को भेज दिया जाये । ( तथापि, किसी सीधे-सादे व्यक्ति द्वारा और ऐसे व्यक्तियों द्वारा , जिनकी वास्तविकता संदिग्ध न ो, प्रस्तुत की गयी नकदी में यदि एक या दो जाली नोट मिलते हैं तो ऐसे मामले पुलिस को न सौंपे जायें किन्तु जाली नोट जब्त करके रिज़र्व बैंक के निर्गम कार्यालय को भेज दिये जायें ##)। बैंक-शाखाओं / कोषागारों में पकड़े गए इस प्रकार के नोटों के आंकड़े नीचे दर्शाये गये पैरा- 9 में उल्लिखित प्रक्रिया के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्गम कार्यालय को प्रेषित की जानेवाली मासिक विवरणियों में भी शामिल किये जायें ।जाली नोट किसी भी हालत में प्रस्तुतकर्ता को न लौटाये जायें /बैंक -शाखाओं / कोषागारों द्वारा नष्ट न किये जायें।
5. जाली नोट पकड़े जाने पर दिशा-निर्देश
बैंक-शाखा के कर्मचारियों को जाली नोट पहचानने की जानकारी देने के उेश्यि से अनुबंध -घ्ङ में दर्शाये गये समस्त बैंक नोटों के सुरक्षा लक्षण तथा डिज़ाइन सभी बैंकों / कोषागारों को इस निर्देश के साथ भेज दिये गये हैं कि वे इन्हें प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित करें । नियंत्रक कार्यालय/प्रशिक्षण केंद्र भी बैंक नोटों के सुरक्षा लक्षणों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की व्यवस्था करें । इस प्रयोजन हेतु वे भारतीय रिज़र्व बैंक के अपने निकटतम् निर्गम कार्यालय के अधिकारियों की आवश्यकतानुसार मदद ले सकते हैं ।
जाली नोटों का पकडा र्जाना सुनिश्चित करने के लिए यह जरूरी है कि शाखाओं में प्राप्त नोटों की गंभीरता से जाँच की जाए। इसके अलावा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि जनता को जारी किये जानेवाले नोटों या अन्य बैंको की शाखाओं/भारतीय रिज़र्व बैंक कार्यालयों को भेजे जाने वाले विप्रेषणों मे जाली नोट कदापि न मिलने पायें ।
बैंक यह सुनिश्चित करें कि उनकी एटीएम मशीनो में केवल अच्छे और असली नोट रखे हों । एटीएम द्वारा जाली नोटों के वितरण को संबंधित बैंक द्वारा जाली नोट चलन में लाने का प्रयास माना जायेगा। इसके अतिरिक्त बैंक शाखाओं/मुद्रा तिजोरियों/कोषागारों से अपेक्षित है कि वे अपने स्तर पर जाली नोट पकड़ें न कि भारतीय रिज़र्व बैंक, कार्यालयो को भेजे जानेवाले प्रेषणों में शामिल करें। भारतीय रिज़र्व बैंक, मुद्रा तिजोरियों से प्राप्त प्रेषणों में पकड़े गये जाली नोटों की कीमत पर , वहाँ से गंदे नोट हटाने की पिछली तारीख से , दंड लगाने के विकल्प पर विचार कर सकता है ।
7. बैंक के प्रधान कार्यालय में जाली नोट सतर्कता कक्ष की स्थापना
प्रत्येक बैंक निम्नलिखित कार्यों के निष्पादन हेतु अपने प्रधान कार्यालय में जाली नोट सतर्कता कक्ष स्थापित करे:-
- जाली नोटों के बारे में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी अनुदेशों को अपनी सभी शाखाओं में प्रचारित करना;
- इन अनुदेशों के कार्यान्वयन पर निगरानी रखना ;
- अपनी शाखाओं में पकड़े गये जाली नोटों से संबंधित आंकड़े मासिक आधार पर एक जगह समेकित करना और संलग्न प्रपत्र में (अनुबंध-घ्घ्घ्) भारतीय रिज़र्व बैंक और राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो को इसकी रिपोर्ट प्रेषित करना ।
- बैंको के केंद्रीय सर्तकता अधिकारी से समेकित जानकारी का आदान-प्रदान करना तथा उन्हें काउंटरों पर स्वीवफ्त /जारी किये गये जाली नोटों से संबंधित मामलों की रिपोर्ट देना।
8. अल्ट्रा-वायलेट लैम्प तथा अन्य मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करना
जाली नोटों की पहचान सुगम बनाने के लिए बैंक की सभी शाखाओं में अल्ट्रा-वायलेट लैम्प की व्यवस्था की जाए। काफी मात्रा में प्राप्त नोटों में से गंदे नोटों और संदिग्ध जाली नोटों को छाँटने के लिए अपनी शाखाओ में उपयुक्त क्षमता की नोट छाँटने वाली मशीनें लगायें तथा जनता के उपयोग हेतु काउंटर पर नोट गिनने वाली कम से कम एक मशीन (जिसमें दोनों तरफ संख्या प्रदर्शित करने की सुविधा हो), लगाने पर भी विचार करें ।
9. आँकडों का समेकन और विवरणियाँ भेजना
अनुबंध-घ्घ्घ् में (राज्य/संघ शासित प्रदेशों के नाम , जिनमें कि शाखा चल रही है , सलम्मलित करते हुए पूर्व प्रपत्र में आंशिक संशोधन) दिए गए प्रपत्र के अनुसार बैंक/शाखाओं में माह के दौरान पकड़े गए जाली नोटों के समेकित विवरण निम्नलिखित कार्यालयों को इस प्रकार प्रेषित किये जायें कि वे आगामी माह की 7 तारीख तक वहाँ अवश्य पहुँच जायें ।
- भारतीय रिज़र्व बैंक का संबंधित निर्गम कार्यालय
- सबयक निदेशक, राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, भारत सरकार, गफ्ह मंत्रालय, ईस्ट ब्लॉक-7, आर.के. पुरम, नई दिल्ली-110 066
(##)10 नवंबर, 2004 से पकड़े गये जाली नोट के सभी मामलों की प्रथमिक सूचना रिपोर्ट (इघ्ीं) दर्ज कराना अपेक्षित है ।
अनुबंध-घ्
जाली नोट प्रस्तुतकर्ता को जारी की जानेवाली रसीद
बैंक का नाम बैंक शाखा का नाम व पता
क्रमांक दिनांक : निम्नलिखित विवरण (वाला/वाले) नोट श्री ------------------------------------------ (प्रस्तुतकर्ता का नाम व पता ) जाली है / हैं, अत: उसे/ उन्हें जब्त किया जाता है और तद्नुसार उस/ उन पर मुहर लगायी जाती है। नोट का क्रमांक मूल्यवर्ग प्रस्तुतकर्ता का हस्ताक्षर काउंटत्र कैशियर के हस्ताक्षर |
अनुबंध-घ्घ्
बैंक शाखा का नाम व पता
संदर्भ सं. दिनांक:
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक
------------ पुलिस थाना
---------------------
मबेदय,
जाली नोट पकड़ना-जाँच का अनुरोध
हम इसके साथ अपने कार्यालय में दिनांक .................... को पकड़े गये निम्नलिखित जाली नोट और नोट प्रस्तुतकर्ता का नाम, पता तथा उसका अभिकथन संलग्न कर रहे हैं।
2.चूँकि प्रस्तुतकर्ता की वास्तविकता संदिग्ध है, हम उसे भी आपके सुपुर्द कर रहे हैं (*)। भारतीय मुद्रा के जाली नोटों का मुद्रण और/या संचलन में लाना भारतीय दंड संहिता की धारा 489-ए से 489 ई के तहत अपराध है, अत: आपसे अनुरोध है कि आवश्यक जाँच करायें और अपराधी का नाम दर्ज कर लें। यदि न्यायालय में आपराधिक कार्रवाई कराना हो तो आप पहले इन नोटों को मबप्रबंधक, बैंक नोट प्रेस, देवास(मध्य प्रदेश) या मबप्रबंधक, करेंसी नोट प्रेस, नासिक(मबराष्ट्र) को जाँच के लिए भिजवायें । देवास/नासिक प्रेस द्वारा दिए गए अभिमत को आपराधिक दण्ड संहिता की धारा 292 के तहत साक्ष्य के रूप में न्यायालय में प्रस्तुत किया जाए। जाँच और/या न्यायालय में कार्रवाई पूरी बे जाने पर जाँच की विस्तफ्त रिपोर्ट/न्यायालय के निर्णय की प्रतिलिपि सहित जाली नोट हमारे पास भिजवा दिए जायें ।
जाली नोटों का विवरण
क्रमांक |
नग |
मूल्य |
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(क) |
मूल्यवर्ग |
|||
(ख) |
प्रस्तुतकर्ता का नाम व पता |
|||
(ग) |
हमारी प्रविष्टि सं. |
भवदीय,
प्रबंधक/सबयक मबप्रबंधक
* यदि प्रस्तुकर्ता की की वास्तविकता संदेह से परे बे तो यह वाक्य हटा दीजिए।
अनुबंध-घ्घ्घ्
बैंक शाखा का नाम व पता
माह --------के दौरान शाखा में पकड़े गए जाली नोटों का विवरण
(क) मूल्यवर्ग के अनुसार ब्यौरे
मूल्यवर्ग |
कुल नग |
कुल मूल्य, (रु) |
राज्य/ संघ शासित राज्य का नाम जहाँ शाखा लस्थत है । |
|||||
रु.10 |
रु.20 |
रु.50 |
रु.100 |
रु.500 |
रु.1000 |
|||
(ख) पुलिस में दर्ज किये गये मामलों के ब्यौरे
- माह के प्रारंभ मे पुलिस के पास लम्बित मामलों की संख्या.---------
- माह के दौरान पुलिस को भेजे गए मामलों की संख्या.------------
- माह के दौरान पुलिस ने कितने मामले लौटाए.-----------------
- माह के अंत में पुलिस के पास लम्बित मामलों की संख्या.---------
अग्रेषित
1. मबप्रबंधक/उपमबप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, निर्गम विभाग ----------
2. सबयक निदेशक, भारत सरकार, गफ्ह मंत्रालय, राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, ईस्ट ब्लाक-ङघ्घ्, आर.के.पुरम, नई दिल्ली - 110066.
(हस्ताक्षर)
प्राधिवफ्त अधिकारी का नाम व पदनाम
अनुबंध : घ्ङ
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 1967 और
उसके बाद जारी किए गए नोटों के विशिष्ट लक्षण
वर्ष |
आकार |
वाटरमार्क |
अग्रभाग |
पफ्ष्ठभाग |
घ्. 10 रुपये के नोट |
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1967 |
137 ग् 63 मिमी. |
अशोक स्तम्भ |
हल्का जामुनी रंग. बीच में 10 का अंक. |
नोट का मूल्य 14 भाषाओं में. वर्तुल में सागर का दृश्य तथा पालदार नौका |
1968 |
उक्त |
उक्त |
गहरा नीला रंग. वचन-खण्ड, गारण्टी-खण्ड और हस्ताक्षरों को द्विभाषी रूप में मुद्रित किया गया |
उपर लिखी खासियत के अलावा भारतीय रिज़र्व बैंक का नाम हिन्दी में भी मुद्रित किया गया |
1969 |
उक्त |
उक्त |
गहरा नीला रंग. ‘ींळझ्एिं ऊब्’िं के स्थान पर ‘ऊब् िंींळझ्एिं’ |
मबत्मा गांधी का चित्र |
1970 |
उक्त |
अशोक स्तम्भ के साथ चक्र |
भारतीय रिज़र्व बैंक ऊपर लिखा गया और ींएिंींङिंर् िंँींब्ख् ध्इर् घ्ब्अ्घ्ीं को नीचे मुद्रित किया गया. हिन्दी और अंग्रेजी में लिखे वचन खण्ड, गवर्नर के हस्ताक्षरों का स्थान बदला गया. सत्यमेव जयते का मुद्रण किया गया. वाटर मार्क- विंडो और नम्बर पैनल को बड़ा किया गया |
मोहर द्विभाषी रुप में डाली गयी
|
1975 |
उक्त |
उक्त |
गहरा भूरा, गहरा पीला, रंग. ‘10’ का अंक गहरे कत्थई रंग में. उभरा हुआ मुद्रण. भाषाओं का पैनल बांई तरफ तथा अशोक स्तम्भ दांई तरफ. |
हल्का कत्थई, चमकीला नीला और हरा रंग. एक घेरे में पेड़ पर बैठे दो मोर. हिरण, घोड़े, पक्षी और कमल. |
1992 |
उक्त |
उक्त |
समूची रंग योजना पीलापन लिए हुए गुलाबी, मेजेन्टा और पीला |
शालीमार बाग |
1996 |
उक्त |
वाटरमार्क विंडों में मबत्मा गाँधी का चित्र और बहुआयामी रेखाएँ |
समूची रंग-योजना में हल्कापीलापन लिए हुए भूरा रंग, संतरी और गुलाबी. मबत्मा गाँधी का चित्र. छिपा हुआ सुरक्षा धागा, जिसे रोशनी की तरफ करके देखने पर दोनों तरफ से ‘भारत ींँघ्’ शब्द पढ़े जा सकते हैं. |
एक दूसरे में गुंथी हुई फुलकारी, जिसमें बथी, गैंडा और बाघ के मुँह दिखाए गए हैं. नोट का मूल्य 15 भाषाओं में दिया गया है.
|
घ्घ्. 20 रुपये का नोट |
||||
1972 |
147ग्63 मिमी. |
अशोक स्तम्भ |
केसरिया रंग. अशोक स्तम्भ दांई तरफ और भाषाओं का पैनल बाएँ तरफ |
बड़े अक्षरों में हिन्दी में बीस रुपये और दोनों कोनों में 20 का अंक. संसद भवन का चित्र. बाएं तरफ नोट का मूल्यवर्ग भारतीय भाषाओ में. |
1975 |
उक्त |
छोटा अशोक स्तम्भ जिसके सभी ओर चक्र. कागज पर सरेश लगा हुआ. |
लाल, नीला, पीलापन लिए गुलाबी और हल्का पीला- हल्के पीले रंग की कमल जैसी आवफ्ति के ऊपर गहरे भूरे रंग में 20 का अंक भाषाओं का पैनल बायें तरफ और अशोक स्तम्भ दाएं तरफ, नोट का मुद्रण कागज के एकदम किनारे तक किया गया है, लेकिन चारों कोनों को सफेद ही छोड़ दिया गया है नाम, वाक्य-खंड और हस्ताक्षर द्विभाषी रूप में |
ड्राई ऑफसेट प्रिटिंग. लाल, नीला और पीलापन लिए गुलाबी रंग. बीचों-बीच कोणार्क सूर्य मंदिर के रथ का पहिया. पीलापन लिए हुए नीले रंग में वाटरमार्क विन्डो. इस विन्डो के चारों ओर जो डिजाइन बना है वह दूसरी ओर बने डिजाइन पर एकदम सही बैठता है |
2001 |
उक्त |
मबत्मा गांधी का चित्र |
सुरक्षा धागा पूरी तरह से गुंथा हुआ जिस पर ‘भारत’ और ‘ींँघ्’ लिखा हुआ है, अशोक स्तम्भ के स्थान पर मबत्मा गांधी का चित्र. नोट का रंग मुख्यतया लाली लिए हुए संतरी, मबत्मा गांधी का चित्र गहरे लाल रंग में है, अशोक स्तंभ को नोट के बाएँ ओर निचले कोने में छोटे आकार में मुद्रित किया गया है, संख्या 20, रिज़र्व बैंक की मुहर मबत्मा गांधी का चित्र, रिज़र्व बैंक का प्रतीक, गारंटी और वचन खण्ड तथा अशोक स्तम्भ को उभरा हुआ मुद्रित किया गया है. अंक 20 और ींँघ् को सूक्ष्म अक्षरों में मबत्मा गांधी के चित्र के पास में मुद्रित किया गया है. नोट के बाएँ ओर आयताकार आवफ्ति उभरे हुए रूप में मुद्रित की गई है, ताकि कमजोर नज़र वाले भी नोट का मूल्यवर्ग आसानी से पहचान सकें. संख्या पटल में अंकों को लाल रंग में दिया गया है |
नोट की मूल संकल्पना में नारियल वफ्क्षावली से घिरा हुआ भारतीय समुद्रतट, बायीं ओर भाषाई पैनल में नोट का मूल्य पन्द्रह भाषाओं में. |
घ्घ्घ्. 50 रुपये का नोट |
||||
1975 |
147 ग् 73 मिमी |
अशोक स्तम्भ जिसके सभी ओर चक्र हैं. |
पीलापन लिए गुलाबी रंग, जिसमें नीले, हरे और हल्के जामुनी रंग की आभा है. 50 का अंक गहरे भूरे रंग में. भाषा-पैनल बांई ओर और दांई ओर अशोक स्तम्भ. चारों कोनों को सफेद छोड़ते हुए मुद्रण कागज के किनारे तक किया गया है.
|
पीलापन लिए गुलाबी भूरा और पीला रंग, बीच में संसद भवन. वाटरमार्क विन्डो पीलापन लिए हुए गुलाबी रंग में, जिसके चारों ओर के सजावटी डिजाइन दूसरी ओर बने डिजाइन पर एकदम सही बैठता है. |
1981 |
उक्त |
उक्त |
उभरा हुआ मुद्रण. गहरा नीला, पीला और लाल. अशोक स्तम्भ और भाषा-पैनल गहरे बैंगनी रंग में तथा बाकी का नोट गहरे हरे और भूरे रंग में. अशोक स्तम्भ के नीचे सत्यमेव जयते. |
ड्राई-ऑफसेट पीलापन लिए हुए भूरा तथा समूचा नोट गहरे जामुनी रंग में. संसद भवन पर झण्डा भी लगाया गया. |
1997 |
उक्त |
वाटरमार्क विन्डो में मबत्मा गांधी का चित्र तथा बहु आयामी रेखाएँ |
पीला, नीला और बैंगनी रंग. अशोक स्तम्भ के स्थान पर नीले रंग में मबत्मा गाँधी का चित्र. सुरक्षा धागा छिपा हुआ जिस पर ‘भारत ींँघ्’ शब्द लिखे हुए हैं. वाटरमार्क के बाँए तरफ ठोस वर्गाकार आवफ्ति, जो कमजोर नज़र वालों को नोट का मूल्यवर्ग पहचानने में मदद के लिए है. |
भारतीय संसद का समग्र दृश्य जिसके ऊपर फुलकारी बनाई गई है और किनारे की तरफ बारीक नक्काशी की गई है. नोट का मूल्य 15 भाषाओं में दिया गया है. |
घ्ङ. 100 रुपये का नोट |
||||
1967 |
157 ग् 73 मिमी. |
अशोक स्तम्भ |
नीला रंग. बड़े आकार में 100 का अंक बीच में. दाईं ओर अशोक स्तम्भ. |
भाषाओं के पैनल में 14 भारतीय भाषाएँ बाएं बाजू में वर्तुल में हीराकुंड बाँध का चित्र. |
1969 |
उक्त |
उक्त |
नीला रंग और वचनखण्ड, गारण्टी-खण्ड और गवर्नर के हस्ताक्षर द्विभाषी रूप में. |
एक घेरे में बैठे हुए स्थिति में मबत्मा गाँधी का चित्र तथा पफ्ष्ठभूमि में सेवाग्राम आश्रम. |
1975 |
उक्त |
अशोक स्तम्भ के साथ में चक्र |
उभरा हुआ मुद्रण. गहरा नीला साथ में नीले, भूरे, गुलाबी और गहरे हरे रंग की आभा. 100 का अंक गहरे नीले रंग में. वाटरमार्क विन्डो का रंग हल्का नीला. रिज़र्व बैंक का नाम वचनखण्ड, गारण्टी-खण्ड और गवर्नर के हस्ताक्षर द्विभाषी रूप में. भाषाओं का पैनल बांई ओर तथा दांईं ओर अशोक स्तम्भ. चारों कोनों पर कागज को सफेद छोड़ते हुए किनारे तक मुद्रण. |
उभरा हुआ मुद्रण. गहरा नीला और भूरा, अनाज की बालें, वफ्षि कार्य, चाय के बागान, जल विद्युत परियोजना. वाटरमार्क विन्डो हल्के मटमैले रंग में तथा इसके चारों ओर बनी सजावटी आवफ्ति दूसरी ओर बने डिजाइन में पूरी तरह से समा जाती है. |
1979 |
उक्त |
उक्त |
एक ओर उभरा हुआ मुद्रण. नीला, लाल और गहरा हरा रंग. लाली और पीलापन लिए हुए हरे रंग की छाया. अशोक स्तम्भ के नीचे सत्यमेव जयते. |
ड्राइ-ऑफसेट. काला और मेरून रंग. हरापन लिए हुए नीले और भूरेपन की छाया. |
1996 |
उक्त |
वाटरमार्क विन्डो में मबत्मा गाँधी का चित्र और बहु आयामी रेखाएं |
मुद्रण में उभारदार और ऑफसेट दोनों विधियों का प्रयोग किया गया है. समग्र रंग योजना में नीले, भूरे और हरे रंग की गहनता. मबत्मा गाँधी का चित्र. सुरक्षा धागा सामने की ओर से थोड़ा छिपा और थोड़ा दिखाई देता है, लेकिन पूरी तरह से गुंथा हुआ है. इसपर ‘भारत ींँघ्’ शब्द मुद्रित हैं. वाटरमार्क विन्डो के बाँई ओर ठोस तिकोनी आवफ्ति बनी है जो कमजोर नज़र वालों को नोट का मूल्यवर्ग जानने में मदद करती है. |
कंचनजंगा पर्वत शिखर का समूचा दृश्य, जिसके चारों ओर फुलकारी और जरदोशी के डिजाइन बने हैं. बायें ओर भाषाओं के पैनल में 15 भाषाओं में नोट का मूल्य लिखा हुआ है. |
ङ. 500 रुपये के नोट |
||||
1987 |
167 ग् 73 मिमी. |
अशोक स्तम्भ जिसके सभी ओर चक्र हैं. |
ड्राइ-ऑफसेट और उभारदार मुद्रण. पफ्ष्ठभूमि के रंगों में मोरपंखी नीला, चटकीला नीला और हरा. मबत्मा गाँधी का चित्र, अशोक स्तम्भ, वचन खण्ड और भाषा पैनल उभरे हुए मुद्रित हैं. कमजोर नज़र वालों को नोट का मूल्यवर्ग जानने में सुविधा के लिए वाटरमार्क के बाये ओर पाँच समानांतर रेखाएँ उभरी हुई मुद्रित हैं |
पफ्ष्ठभूमि में निकलता हुआ सूरज. पफ्ष्ठभूमि का रंग गहरा हरा, संतरी और आसमानी. मबत्मा गाँधी लोगों के समूह का नेतफ्त्व करते हुए. |
1997 |
167 ग् 73 मिमी. |
अशोक स्तम्भ जिसके सभी ओर चक्र हैं. |
ड्राइ-ऑफसेट और उभारदार मुद्रण. पफ्ष्ठभूमि के रंगों में पीला, पीलापन लिए गुलाबी और भूरा. मबत्मा गाँधी का चित्र गहरे भूरे रंग में, रिज़र्व बैंक का नाम, गारण्टी और वचन खण्ड, अशोक स्तम्भ इनसेट और गवर्नर के हस्ताक्षर उभरे हुए मुद्रित हैं. सुरक्षा धागा सामने की ओर से थोड़ा-थोड़ा दिखाई देता है लेकिन पूरी तरह से गुँथा हुआ है. इस धागे पर ‘भारत ींँघ्’ मुद्रित हैं. मबत्मा गाँधी के चित्र के पीछे की हरी पट्टी पर 500 की छवि छुपी हुई है. कमजोर नज़र वालों को नोट का मूल्यवर्ग जानने में सुविधा के लिए वाटरमार्क के बाँई तरफ एक ठोस गोलावफ्ति उभरी हुई मुद्रित हैं. |
मबत्मा गाँधी लोगों के समूह का नेतफ्त्व करते हुए, भूरे रंग में इसके दोनों ओर बेलबूटे और जरदोशी का डिजाइन. बाये ओर के भाषा पैनल में 15 भाषाओं में नोट का मूल्य. यह सभी मुद्रण उभरे हुए रूप में है.
|
2000 |
167 ग् 73 मिमी. |
अशोक स्तम्भ जिसके सभी ओर चक्र हैं. |
रंगों में मुख्य रूप से हल्का पीला,पीलपन लिये हुये हल्का गुलाबी और भूरा , मबत्मा गाँधी का चित्र हल्के भूरे रंग में , 500 का अंक रंग बदलने वाली स्याही से मुद्रित किया गया जो हरे से नीले रंग में बदलता है । इनके अलावा बाकी डिजाइन वाले 1997 की तरह का ही है । |
संपूर्ण डिजाइन 19 97 वाले नोट डिजाइन की तरह का ही है । |
ङघ्घ्. 1000 रुपये |
||||
2000 |
177 ग् 73 मिमी. |
वाटरमार्क विन्डो में मबत्मा गाँधी का चित्र और बहु आयामी रेखाएं. |
समूचा रंग गुलाबीपन लिए है (हल्का पीलापन लिए हुए गुलाबी और पफ्ष्ठभूमि में सलेटी ऑफसेट). मबत्मा गॉंधी का चित्र भूरे रंग का है. मबत्मा गाँधी का चित्र, अंक 1000, एक हजार रुपये, रिज़र्व बैंक की मोहर, रिज़र्व बैंक का नाम, गारण्टी और वचन खण्ड, गवर्नर के हस्ताक्षर उभरे हुए मुद्रित हैं. 1000 का अंक रंग बदलने वाली स्याही से मुद्रित किया गया है जो हरे से नीले में बदलता है. सुरक्षा धागा विन्डोदार है जिस पर "भारत 1000 ींँघ् मुद्रित हैं. इस धागे में चुम्बकीय गुण भी हैं. बांई ओर के नम्बर पैनल में अंकों का रंग लाल और दांई ओर के पैनल में अंकों का रंग नीला है. मबत्मा गाँधी के पीछे लाल रंग की खड़ी पट्टी पर 1000 की छवि छिपी हुई है. वाटरमार्क विन्डो के बाई ओर काले रंग का एक उभरा हुआ चौकोन मुद्रित किया गया है ताकि कमजोर नज़र वालों को नोट का मूल्यवर्ग जानने में सुविधा बे. |
समूची विचारधारा में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को तीन रंगों में उभारदार मुद्रण के माध्यम से प्रकट किया गया है. भाषाओं के पैनल में नोट का मूल्य 15 भाषाओं में लिखा हुआ है. |