बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं द्वारा संरचनात्मक क्षेत्र का वित्तपोषण -‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ की परिभाषा - आरबीआई - Reserve Bank of India
बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं द्वारा संरचनात्मक क्षेत्र का वित्तपोषण -‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ की परिभाषा
आरबीआइ/2007-08/197 30 नवंबर 2007 सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों तथा स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं द्वारा संरचनात्मक क्षेत्र का वित्तपोषण -‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ की परिभाषा कृपया 16 जून 2004 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 92/21.04.048/2003-04 देखें जिसमें ‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ के दायरे को परिभाषित किया गया है। 2. देश के औद्योगिक विकास में पाइपलाइन्स के महत्व के परिप्रेक्ष्य में यह निर्णय लिया गया है कि ‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ की परिभाषा के दायरे को तत्काल प्रभाव से विस्तृत करते हुए उसमें गैस/कच्चा तेल/पेट्रोलियम की पाइपलाइन्स लगाने अथवा उनके रखरखाव संबंधी परियोजनाओं के लिए बैंकों तथा चयनित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा मंजूर की गई ऋण सुविधाओं को शामिल किया जाए। 3. ‘संरचनात्मक क्षेत्र ऋण’ की संशोधित परिभाषा अनुबंध में दी गई है। भवदीय (प्रशांत सरन) संरचनात्मक क्षेत्र ऋण की परिभाषा और संरचनात्मक क्षेत्र के अंतर्गत शामिल मदों की सूची ऋणदाताओं (अर्थात् बैंकों, वित्तीय संस्थाओं या गैर-बैंकिडग वित्तीय कंपनियों) द्वारा किसी संरचनात्मक सुविधा के लिए किसी भी रूप में उपलब्ध कराई गई कोई ऋण सुविधा, जिसका विवरण नीचे दिया जा रहा है, "संरचनात्मक क्षेत्र ऋण" की परिभाषा के अंतर्गत आती है। दूसरे शब्दों में, किसी उधारकर्ता कंपनी को दी गयी ऋण सुविधा जो निम्नलिखित कार्यों में संलग्न हो :
इन परियोजनाओं में निम्नलिखित भी शामिल हैं : |