सार्कफाइनेंस गवर्नर्स समूह की 41वीं बैठक और सार्कफाइनेंस गवर्नर्स की संगोष्ठी, 01-02 मार्च 2021 - आरबीआई - Reserve Bank of India
सार्कफाइनेंस गवर्नर्स समूह की 41वीं बैठक और सार्कफाइनेंस गवर्नर्स की संगोष्ठी, 01-02 मार्च 2021
2 मार्च 2021 सार्कफाइनेंस गवर्नर्स समूह की 41वीं बैठक और सार्कफाइनेंस गवर्नर्स की संगोष्ठी, 01-02 मार्च 2021 भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर श्री शक्तिकान्त दास ने 1 मार्च 2021 को वर्चुअल प्रारूप में सार्कफाइनेंस गवर्नर्स ग्रुप की 41वीं बैठक की अध्यक्षता की। अपने प्रारंभिक भाषण में, गवर्नर श्री दास ने टीके के प्रारंभ के बाद समग्र COVID-19 स्थिति के बारे में आशावादी नजरिया व्यक्त किया और महामारी से निपटने में सभी सार्क केंद्रीय बैंकों को उनके प्रयासों के लिए सराहना की। उन्होंने सर्कफाइनेंस पहलों के तहत प्रगति पर चर्चा की, जिसे सार्क केंद्रीय बैंकों के सर्वांगीण सहयोग के साथ हासिल किया गया है और वार्षिक सर्कफाइनेंस ई-न्यूज़लेटर के पहले अंक को लॉन्च किया। हालांकि सभी गवर्नर इस बात से सहमत थे कि महामारी का उनकी अर्थव्यवस्थाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, उन्होंने विकास को गति देने के लिए प्रौद्योगिकी के महत्व को स्वीकारा। बैठक में अन्य सार्क केंद्रीय बैंकों के गवर्नर - श्री अजमल अहमदी, दा अफगानिस्तान बैंक; श्री फज़ले कबीर, बांग्लादेश बैंक; श्री दाशो पेनजोर, भूटान के शाही मौद्रिक प्राधिकारी; श्री अली हाशिम, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण; श्री महा प्रसाद अधिकारी, नेपाल राष्ट्र बैंक; डॉ. रेजा बाकिर, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान; और प्रो. डब्ल्यू. डी. लक्ष्मण, सेंट्रल बैंक ऑफ़ श्रीलंका, शामिल थे। चूंकि रिज़र्व बैंक का कार्यकाल समाप्त होने वाला है, गवर्नर श्री दास ने सार्कफाइनेंस की अध्यक्षता (01 अप्रैल, 2021 से प्रभावी) गवर्नर, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण को सौंप दी और उन्हें सार्कफाइनेंस पहल के लिए रिज़र्व बैंक की निरंतर प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। सार्कफाइनेंस गवर्नर्स की संगोष्ठी का उद्घाटन 02 मार्च 2021 को श्री दास द्वारा किया गया था। उन्होंने केंद्रीय बैंकरों द्वारा प्रौद्योगिकी के प्रभावी, रचनात्मक और विवेकपूर्ण उपयोग के महत्व पर जोर दिया, विशेष रूप से बड़ा डाटा, डिजिटल मुद्राओं, रेग-टेक, सुप-टेक और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में। वित्तीय स्थिरता संस्थान, बीआईएस के वरिष्ठ सलाहकार, श्री जेमी प्रीनियो द्वारा 'केंद्रीय बैंकों में सुपटेक के उपयोग' विषय पर मुख्य संबोधन दिया गया। संगोष्ठी में ‘केंद्रीय बैंकों में साइबर सुरक्षा’ पर एक पैनल चर्चा और ‘सार्क क्षेत्र में वित्तीय क्षेत्र नियामक व्यवस्थाओं की तुलना’ विषय पर सार्कफाइनेंस सहयोगात्मक अध्ययन के शोधकर्ताओं द्वारा एक प्रस्तुति भी शामिल थी। सर्कफाइनेंस, केंद्रीय बैंक के गवर्नरों और सार्क क्षेत्र के वित्त सचिवों का एक नेटवर्क है। भारतीय रिज़र्व बैंक सार्कफाइनेंस का वर्तमान अध्यक्ष है, जिसकी समायावधि अक्टूबर 2019 से मार्च 2021 तक है। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2020-2021/1183 |