30 सितंबर 2008 2008-09 की पहली तिमाही (अर्थात् अप्रैल-जून 2008) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन की गतिविधियां वित्तीय वर्ष 2008-09 की पहली तिमाही अर्थात अप्रैल-जून 2008 से संबंधित भारत के भुगतान संतुलन के प्रारंभिक आंकड़े अब उपलब्ध हैं। इन आंकड़ों का संपूर्ण ब्यौरा विवरण 1 और 2 में भुगतान संतुलन प्रस्तुतीकरण के मानक फार्मेट में दिया गया है। अप्रैल-जून 2008 2008-09 की पहली तिमाही के दौरान भुगतान संतुलन की गतिविधियाँ निम्नलिखित अनुच्छेदों में दी गई हैं। सारणी 1 : भारत के भुगतान संतुलन की प्रमुख मदें (मिलियन अमरीकी डॉलर) | मदें | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 (प्रा.) | 2007-08 (आं.सं.) | 2007-08 (प्रा.) | 2006-07 (आं.सं.) | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 1.निर्यात | 43,703 | 35,752 | 158,461 | 128,083 | 2.आयात | 75,277 | 56,453 | 248,521 | 191,254 | 3.व्यापार संतुलन(1-2) | -31,574 | -20,701 | -90,060 | -63,171 | 4.अदृश्य मदें,निवल | 20,850 | 14,400 | 72,657 | 53,405 | 5.चालू खाता शेष (3+4) | -10,724 | -6,301 | -17,403 | -9,766 | 6.पूंजी खाता* | 12,959 | 17,501 | 109,567 | 46,372 | 7.प्रारक्षित भंडार में परिवर्तन (- चिन्ह वृद्धि दर्शाता है)# | -2,235 | -11,200 | -92,164 | -36,606 | *: भूल चूक सहित #: मूल्यन परिवर्तन को छोड़कर, भुगतान संतुलन के आधार पर प्रा.: प्रारंभिक आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित | पण्य व्यापार- भुगतान संतुलन आधार पर, भारत के पण्य निर्यात में 2007-08 की पहली तिमाही के 20.7 प्रतिशत की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में 22.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
- भुगतान संतुलन आधार पर आयात भुगतानों में 2008-09 की पहली तिमाही में 33.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई (2007-08 की पहली तिमाही में 21.1 प्रतिशत की वृद्धि)।
- वाणिज्यिक आसूचना और अंक संकलन महानिदेशालय (डीजीसीआइ एंड एस) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2008-09 की पहली तिमाही (ति.1) में तेल के आयात में 50.4 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई (2007-08 की पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत), तेल से इतर आयातों में 20.9 प्रतिशत की अपेक्षाकृत मामूली वृद्धि दर्ज की गई (2007-08 की पहली तिमाही में 45.1 प्रतिशत की वृद्धि)। इसे दर्शाते हुए 2008-09 की पहली तिमाही (ति.1) में कुल आयातों में तेल आयातों का हिस्सा लगभग 35 प्रतिशत रहा (2007-08 की पहली तिमाही में 30 प्रतिशत)।
- वाणिज्यिक आसूचना और अंक संकलन महानिदेशालय (डीजीसीआइ एंड एस) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 2007-08 की पहली तिमाही (ति.1) की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में आयातों में हुई 16.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की कुल वृद्धि में से तेल आयातों में 8.6 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई (2007-08 की पहली तिमाही के 21.1 प्रतिशत की तुलना में 51.0 प्रतिशत), जबकि तेल से इतर आयातों में 8.2 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई (2007-08 की पहली तिमाही के 78.9 प्रतिशत की तुलना में 49.0 प्रतिशत)।
- अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल के भारतीय समूह (ओमान,दुबई और ब्रेंट की किस्मों का मिश्रण) के बढ़ते तेल मूल्यों का प्रभाव तेल आयातों में हुई तेज वृद्धि में परिलक्षित हुआ जो पिछले वर्ष की तदनुरूप तिमाही के 66.4 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 2008-09 की पहली तिमाही में 118.8 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल हो गया (चार्ट 1)।
व्यापार घाटा - भुगतान संतुलन आधार पर व्यापार घाटा मुख्यत: आयात भुगतानों में उच्च वृद्धि के कारण तेजी से बढ़कर 2008-09 की पहली तिमाही में 31.6 बिलियन अमरीकी डालर पहुंच गया (2007-08 की पहली तिमाही में 20.7 बिलियन अमरीकी डालर) (चार्ट 2)।
अदृश्य खाता प्राप्तियां - अदृश्य प्राप्तियां जिनमें सेवाएं, चालू अंतरण और आय शामिल है, 2008-09 की पहली तिमाही में 29.7 प्रतिशत बढ़ीं (2007-08 की पहली तिमाही में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि), जिसका मुख्य कारण साफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात, पर्यटन और परिवहन में स्थिर वृद्धि के साथ निजी अंतरणों के अधीन प्राप्तियों में वृद्धि थी। (सारणी 2 और चार्ट 3)।
सारणी 2 : अदृश्य मदों की सकल प्राप्तियां और भुगतान (मिलियन अमरीकी डॉलर) | मद | अदृश्य मदों की प्राप्तियां | अदृश्य मदों के भुगतान | | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 1.यात्रा | 2,504 | 2,088 | 11,349 | 9,123 | 2,159 | 1,881 | 9,231 | 6,685 | 2.परिवहन | 2,435 | 1,905 | 9,503 | 8,050 | 3,316 | 2,492 | 11,610 | 8,068 | 3.बीमा | 338 | 369 | 1,585 | 1,202 | 224 | 184 | 1,042 | 642 | 4.सरकारी, अन्यत्र शामिल न किए गए | 130 | 96 | 331 | 250 | 111 | 112 | 382 | 403 | 5.अंतरण | 12,188 | 7,951 | 43,343 | 29,589 | 666 | 433 | 2,326 | 1,421 | 6.आय | 3,573 | 2,325 | 14,227 | 9,304 | 4,706 | 4,172 | 20,137 | 15,877 | निवेश आय | 3,418 | 2,255 | 13,799 | 8,908 | 4,376 | 3,974 | 19,038 | 14,926 | कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति | 155 | 70 | 428 | 396 | 330 | 198 | 1,099 | 951 | 7.विविध जिसमें से : | 16,562 | 14,366 | 64,919 | 57,556 | 5,698 | 5,426 | 27,872 | 28,573 | सॉफ्टवेयर | 10,656 | 8,836 | 40,300 | 31,300 | 857 | 796 | 3,249 | 2,267 | सॉफ्टवेयर से भिन्न | 5,906 | 5,530 | 24,619 | 26,256 | 4,841 | 4,630 | 24,623 | 26,306 | प्रा. : प्रारंभिक आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित टिप्पणी: विविध (मद 7)के तहत सॉफ्टवेयर से भिन्न सेवाओं का ब्योरा सारणी 5 में दिया गया है। | 
- निजी अंतरणों में मुख्यत: (i) विदेश में रहनेवाले भारतीयों द्वारा परिवार निर्वाह के लिए भेजे जानेवाले विप्रेषण, (ii) अनिवासी भारतीय रुपया जमा राशियों से स्थानीय आहरण, (iii) यात्री सामान के माध्यम से लाया जानेवाला सोना और चांदी तथा (iv) धर्मादा / धार्मिक संस्थानों को दिये गये व्यक्तिगत उपहार / दान शामिल हैं।
- निजी अंतरण प्राप्तियों में मुख्यत:विदेश में कार्यरत भारतीयों द्वारा भेजे जानेवाले विप्रेषणों का समावेश है। ये प्राप्तियां 2007-08 की पहली तिमाही के 7.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में बढ़कर 12.0 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गयीं। 2008-09 की पहली तिमाही में निजी अंतरणों ने चालू प्राप्तियों के 14.8 प्रतिशत भाग का निर्माण किया (2007-08 की पहली तिमाही में 12.0 प्रतिशत)।
- निजी अंतरण के अंतर्गत, परिवार निर्वाह के लिए भेजे जानेवाले आवक विप्रेषण कुल निजी अंतरण प्राप्तियों का लगभग 53 प्रतिशत थे, जबकि स्थानीय आहरण 2008-09 की पहली तिमाही में 42 प्रतिशत के आसपास रहे (सारणी 3)।
सारणी 3 : भारत को निजी अंतरण का ब्योरा (मिलियन अमरीकी डॉलर) | वर्ष | कुल | जिसमें से : | परिवार के भरणपोषण संबंधी अंतर्वाही विप्रेषण | अनिवासी भारतीय जमाराशि से स्थानीय आहरण/शोधन | 1 | 2 | 3 | 4 | 2006-07 (आं.सं.) | 28,951 | 13,561 | 13,208 | 2007-08 (प्रा.) | 42,589 | 20,950 | 19,019 | अप्रैल-जून 2007 (आं.सं.) | 7,798 | 3,859 | 3,495 | अप्रैल-जून 2008 (प्रा.) | 12,037 | 6,390 | 5,029 | प्रा. : प्रारंभिक &हेंज् आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित | - अनिवासी भारतीय जमाराशियां जब घरेलू रूप से आहरित की जाती हैं तब ये निजी अंतरणों का अंग बन जाती है क्योंकि स्थानीय उपयोग के लिए आहरित किये जाने पर ये एक पक्षीय अंतरण हो जाते हैं और उनके बदले में कुछ नहीं मिलता जैसे कि अनुदान, उपहार और परिवार निर्वाह के लिए किये जाने वाले आव्रजकों के अंतरण, बचतों का प्रत्यावर्तन तथा प्रवासियों के निवास की स्थिति में परिवर्तन से जुड़े वित्तीय और स्थावर संसाधनों से जुड़े अंतरण।
- अनिवासी भारतीय जमाराशियों के अंतर्गत अंतर्वाह और बहिर्वाह दोनों प्रवाहों के अंतर्गत होने वाले प्रवाह स्थिर बने रहे (सारणी 4)। अनिवासी भारतीय जमाराशियों से होनेवाले बहिर्वाहों का एक प्रमुख हिस्सा स्थानीय आहरणों के रूप में रहा है। 2008-09 की पहली तिमाही के दौरान अनिवासी भारतीय जमाराशियों से होनेवाले कुल बहिर्वाहों में स्थानीय आहरणों का हिस्सा 61.0 प्रतिशत था (2007-08 की पहली तिमाही में 61.4 प्रतिशत) (सारणी 4)।
सारणी 4 : अनिवासी भारतीय जमाराशि से अंतर्वाह और बहिर्वाह तथा स्थानीय आहरण (मिलियन अमरीकी डॉलर) | वर्ष | अंतर्वाह | बहिर्वाह | स्थानीय आहरण | 1 | 2 | 3 | 4 | 2006-07(आं.सं.) | 19,914 | 15,593 | 13,208 | 2007-08 (प्रा.) | 29,321 | 29,142 | 19,019 | अप्रैल - जून 2007(आं.सं.) | 5,243 | 5,690 | 3,495 | अप्रैल - जून 2008 (प्रा.) | 9,061 | 8,248 | 5,029 | प्रा. : प्रारंभिक आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित | - 2008-09 की पहली तिमाही में 10.7 बिलियन अमरीकी डॉलर (2007-08 की पहली तिमाही में 8.8 बिलियन अमरीकी डॉलर) के साफ्टवेयर सेवा निर्यातों ने 20.6 प्रतिशत (2007-08 की पहली तिमाही में 25.5 प्रतिशत)की वृद्धि दर्ज की।
- 2008-09 की पहली तिमाही में साफ्टवेयर निर्यातों को छोड़कर विविध प्राप्तियां 5.9 बिलियन अमरीकी डॉलर (2007-08 की पहली तिमाही में 5.5 बिलियन अमरीकी डॉलर) रहीं। इन आंकड़ों का मदवार ब्यौरा सारणी 5 में दर्शाया गया है।
सारणी 5 : सॉफ्टवेयर से भिन्न विविध प्राप्तियों और भुगतानों का ब्यौरा (मिलियन अमरीकी डॉलर) | मद | प्राप्तियां | भुगतान | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008- 09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007- 08 प्रा. | 2006- 07 आं.सं. | 2008- 09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 1. संप्रेषण सेवाएं | 594 | 513 | 2,436 | 2,099 | 226 | 200 | 837 | 659 | 2. निर्माण | 119 | 86 | 780 | 332 | 134 | 167 | 693 | 737 | 3. वित्तीय | 745 | 630 | 3,085 | 2,913 | 627 | 613 | 2,847 | 2,087 | 4. समाचार एजेंसी | 182 | 174 | 643 | 334 | 64 | 154 | 413 | 219 | 5. रॉयल्टी, कॉपी राईट और लाईसेन्स फीस | 30 | 34 | 157 | 97 | 495 | 220 | 1,038 | 1,038 | 6. कारोबारी सेवाएं | 4,072 | 3,980 | 16,624 | 19,266 | 3,224 | 3,194 | 16,668 | 17,093 | 7. निजी, सांस्कृतिक, मनोरंजक | 107 | 77 | 559 | 173 | 59 | 34 | 174 | 116 | 8. अन्य | 57 | 36 | 335 | 1,042 | 12 | 48 | 1,953 | 4,357 | कुल (1से 8) | 5,906 | 5,530 | 24,619 | 26,256 | 4,841 | 4,630 | 24,623 | 26,306 | प्रा. : प्रारंभिक आं.सं. : आंशिक रूप से संशोधित सं. संशोधित टिप्पणी: कारोबारी सेवाओं का ब्योरा (मद 6) सारणी 6 में दिया गया है। | - कारोबारी सेवा प्राप्तियों में मुख्यत: व्यापार संबंधी सेवाएं, कारोबार और प्रबंधन परामर्शी सेवाएं, वास्तुशाॉााय और अभियांत्रिकी सेवाएं तथा अन्य तकनीकी सेवाएं और कार्यालय रखरखाव सेवाएं आती हैं। ये व्यावसायिक और प्रौद्योगिकी से संबंधित सेवाओं के व्यापार में निहित गति दर्शाती है (सारणी 6)।
- आरक्षित निधि में वृद्धि दर्शाते हुए निवेश आय प्राप्तियां 2007-08 की पहली तिमाही के 35.9 प्रतिशत की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में 51.6 प्रतिशत बढ़ी।
भुगतान - अदृश्य मद भुगतान 2008-09 की पहली तिमाही में 14.8 प्रतिशत बढ़े (2007-08 की पहली तिमाही में 22.6 प्रतिशत) । अदृश्य मद भुगतानों में यात्रा, परिवहन, कारोबार और प्रबंधन परामर्श, अभियांत्रिकी और अन्य तकनीकी सेवाएं, लाभांश, लाभ और ब्याज भुगतान शामिल थे। 2008-09 की पहली तिमाही में अदृश्य मद भुगतान वृद्धि की दर कम रहने का मुख्य कारण अनेक कारोबारी और व्यावसायिक सेवाओं संबंधी भुगतानों में कमी था।
- 2008-09 की पहली तिमाही के दौरान आयात की बढ़ती मात्रा दर्शाते हुए परिवहन भुगतान 2007-08 की पहली तिमाही के 24.8 प्रतिशत की तुलना में 33.1 प्रतिशत अधिक थे। इसके अतिरिक्त, उच्च भुगतानों का कारण अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के मूल्यों में वृद्धि के कारण अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के भाड़े की दर में वृद्धि था।
- कारोबारी सेवाओं के भुगतानों में व्यापार संबंधी सेवाएं, कारोबार तथा प्रबंधन परामर्शी सेवाएं, वास्तुशाॉााय, अभियांत्रिकी और अन्य तकनीकी सेवाएं और कार्यालय रखरखाव संबंधी सेवाएं शामिल हैं (सारणी 6)।
सारणी 6 : कारोबारी सेवाओं का ब्यौरा (मिलियनड़ख्र् अमरीकी डालर्र) | मद | प्राप्तियां | भुगतान | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 2008-09 प्रा्र. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 1.व्यापार से संबंधित | 492 | 342 | 2,223 | 939 | 447 | 580 | 2,258 | 1,655 | 2.कारोबार और प्रबंधन परामर्श | 1,184 | 1,161 | 4,215 | 7,346 | 600 | 671 | 3,400 | 5,027 | 3.वास्तुशास्त्र्ीय, अभियांत्रिकी और अन्य तकनीकी | 860 | 1148 | 3,287 | 6,134 | 548 | 593 | 3,235 | 3,673 | 4.कार्यालय का रखरखाव | 552 | 570 | 2,867 | 2,334 | 413 | 375 | 2,827 | 3,424 | 5.अन्य | 984 | 759 | 4,032 | 2,513 | 1,216 | 975 | 4,947 | 3,314 | कुल(1 से 5) | 4,072 | 3,980 | 16,624 | 19,266 | 3,224 | 3,194 | 16,668 | 17,093 | प्रा.: प्राथमिक आं.सं. : आंशिक संशोधन |
- निवेश आय भुगातन, जो वाणिज्यिक उधारों, बाह्य सहायता और अनिवासी जमा तथा भारत में कार्यरत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश उद्यमों की पुनर्निवेशित आय पर ब्याज भुगतान दर्शाता है, 2007-08 की पहली तिमाही के 4.0 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में 4.4 बिलियन अमरीकी डालर था (सारणी 7)।
सारणी 7: निवेश आय की प्राप्तियों और भुगतान का ब्यौरा | (मिलियन अमरीकी डालर) | मद | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | क.प्राप्तियां | 3,418 | 2255 | 13,799 | 8,908 | जिनमें से: | | | | | 1. विदेश में भारतीय निवेश पर पुनर्निवेशित आय | 271 | 271 | 1,084 | 1,076 | 2. विदेशी मुद्रा भंडार पर ब्याज/बट्टा आय | 2,672 | 1,631 | 10,124 | 6,640 | ख.भुगतान | 4,376 | 3,974 | 19,038 | 14,926 | जिनमें से: | | | | | 1. एनआरआइ जमाराशि पर ब्याज भुगतान | 348 | 501 | 1,813 | 1,971 | 2. ईसीबी पर ब्याज भुगतान | 696 | 552 | 4,202 | 1,685 | 3.बाह्य सहायता पर ब्याज भुगतान | 266 | 269 | 1,143 | 982 | 4.लाभांश और लाभ | 933 | 577 | 3,255 | 3,485 | 5.भारत में एफडीआइ कंपनियों की पुनर्निवेशित आय | 1,721 | 1,721 | 6,885 | 5,091 | ग.निवल निवेश आय (क -ख) | -958 | -1,719 | -5,239 | -6,018 | प्रा.: प्राथमिक आं.सं. : आंशिक संशोधन | अदृश्य मद शेष - निवल अदृश्य मदें (अदृश्य मद भुगतान घटाकर अदृश्य मद प्राप्तियां) 2008-09 की पहली तिमाही में 20.9 बिलियन अमरीकी डालर थीं (2007-08 की पहली तिमाही में 14.4 बिलियन अमरीकी डालर) जिनमें मुख्यत: निजी अंतरण और सॉफ्टवेयर निर्यात मुख्य थे। इस स्तर पर, अदृश्य मद अधिशेष ने 2007-08 की पहली तिमाही के 69.6 प्रतिशत की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में व्यापार घाटे का लगभग 66.0 प्रतिशत वित्तपोषण किया।
चालू खाते का घाटा - मुख्यत: निजी अंतरणों और सॉफ्टवेयर निर्यातों के कारण हुए उच्च निवल अदृश्य अधिशेष के बावजूद मुख्यत: अधिक आयातों के कारण चालू खाते का घाटा 2008-09 की पहली तिमाही में बढ़कर 10.7 बिलियन अमरीकी डालर हो गया (2007-08 की पहली तिमाही में 6.3 बिलियन अमरीकी डालर) (चार्ट 4)।
चार्ट 4: चालू खाता शेष में घटबढ़ पूंजी खाता - 2008-09 की पहली तिमाही में भुगतान संतुलन की गतिविधियों में सकल पूंजी अंतर्वाहों और बहिर्वाहों का प्रभाव था। 2008-09 की पहली तिमाही में भारत में हुए सकल पूंजी अंतर्वाह 88.4 बिलियन अमरीकी डालर थे (2007-08 की पहली तिमाही में 68.5 बिलियन अमरीकी डालर) जबकि बहिर्वाह 75.2 बिलियन अमरीकी डालर थे। (2007-08 की पहली तिमाही में 51.2 बिलियन अमरीकी डालर) (सारणी 8)।
- पूंजी प्रवाहों में घटबढ़ दर्शाते हुए 2008-09 की पहली तिमाही में निवल पूंजी प्रवाह 13.2 बिलियन अमरीकी डालर पर 2007-08 की पहली तिमाही के 17.3 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में कम थे।
- विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआइ) में मुख्यत: इक्विटी, पुनर्निवेशित आय और अंतर-कंपनी ऋण शामिल हैं। 2007-08 की पहली तिमाही के 2.7 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही का निवल एफडीआइ प्रवाह (निवल आवक एफडीआइ से निवल बहिर्वाह एफडीआइ घटाकर) 10.1 बिलियन अमरीकी डालर पर अधिक था। 2008-09 की पहली तिमाही में निवल एफडीआइ अंतर्वाह 12.1 बिलियन अमरीकी डालर थे (2007-08 की पहली तिमाही में 7.0 बिलियन अमरीकी डालर) जिन्हेंने एफडीआइ को आकर्षित करने के लिए घरेलू गतिविधि में विस्तार की निरंतरता, सकारात्मक निवेश वातावरण और उदारीकरण के निरंतर उपाय दर्शाएं। एफडीआइ मुख्यत: विनिर्माण (23.6 प्रतिशत), निर्माण क्षेत्र (18.9 प्रतिशत) और वित्तीय क्षेत्र (14.4 प्रतिशत) में लगाए गए। 2008-09 की पहली तिमाही के दौरान निवल जावक एफडीआइ कम होकर 2.0 बिलियन अमरीकी डालर (2007-08 की पहली तिमाही में 4.3 बिलियन अमरीकी डाल) रह गए जो वैश्विक कारोबारी गतिविधियों में मंदी दर्शाते हैं।
सारणी 8: सकल पूंजी अंतर्वाह और बहिर्वाह | (मिलियन अमरीकी डालर) | मद | सकल अंतर्वाह | सकल बहिर्वाह | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007- 08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007- 08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 1.विदेशी प्रत्यक्ष निवेश | 12,397 | 7,757 | 34,924 | 22,959 | 2,280 | 5,099 | 19,379 | 14,480 | 2.पोर्टफोलियो निवेश | 40,764 | 34,680 | 2,35,630 | 1,09,622 | 44,972 | 27,222 | 2,06,369 | 1,02,560 | 3.बाह्य सहायता | 909 | 732 | 4,241 | 3,763 | 558 | 491 | 2,127 | 1,996 | 4.बाहृय वाणिज्यिक उधार | 2,782 | 8,273 | 29,851 | 20,973 | 1,223 | 1,283 | 7,686 | 4,818 | 5.एनआरआइ जमाराशि | 9,061 | 5,243 | 29,321 | 19,914 | 8,248 | 5,690 | 29,142 | 15,593 | 6.एनआरआइ जमाराशि छोड़कर बैंकिंग पूंजी | 9,964 | 3,308 | 26,412 | 17,295 | 8,042 | 3,780 | 14,834 | 19,703 | 7.अल्पावधि व्यापार ऋण | 9,952 | 7,568 | 49,411 | 29,992 | 7,779 | 5,764 | 31,728 | 23,380 | 8.रुपया ऋण सेवा | 0 | 0 | 0 | 0 | 30 | 43 | 121 | 162 | 9.अन्य पूंजी | 2,585 | 987 | 18,950 | 7,724 | 2,067 | 1,830 | 9,323 | 3,771 | कुल (1 से 9) | 88,414 | 68,548 | 4,28,740 | 2,32,242 | 75,199 | 51,202 | 3,20,709 | 1,86,463 | प्रा.: प्राथमिक आं.सं. : आंशिक संशोधन | - पोर्टफोलियो निवेश, जिसमें मुख्यत: विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश और एडीआर/जीडीआर होते है, में 2008-09 की पहली तिमाही में भारी निवल बहिर्वाह (4.2 बिलियन अमरीकी डालर) हुआ ( 2007-08 की पहली तिमाही में 7.5 बिलियन अमरीकी डालर का निवल अंतर्वाह) जिसका कारण भारतीय शेयर बाजार में एफआइआइ द्वारा भारी इक्विटी बिक्री था जो शेयर बाजार में मंदड़िया स्थिति और वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी दर्शाता है। एडीआर/जीडीआर के अंतर्गत के अंतर्वाह 2008-09 की पहली तिमाही में 999 मिलियन अमरीकी डालर थे (2007-08 की पहली तिमाही में 316 मिलियन अमरीकी डालर)।
सारणी 9 : निवल पूंजी प्रवाह | (मिलियन अमरीकी डालर) | मद | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 1.विदेशी प्रत्यक्ष निवेश | 10,117 | 2,658 | 15,545 | 8,479 | 2.पोर्टफोलियो निवेश जिसमें से : | -4,208 | 7,458 | 29,261 | 7,062 | एफआइआइ | -5,177 | 7,089 | 20,328 | 3,225 | एडीआर/जीडीआर | 999 | 316 | 8,769 | 3,776 | 3.बाह्य सहायता | 351 | 241 | 2,114 | 1,767 | 4.बाहृय वाणिज्यिक उधार | 1,559 | 6,990 | 22,165 | 16,155 | 5.एनआरआइ जमाराशि | 813 | -447 | 179 | 4,321 | 6.एनआरआइ जमाराशि छोड़कर बैंकिंग पूंजी | 1,922 | -472 | 11,578 | -2,408 | 7.अल्पावधि व्यापार ऋण | 2,173 | 1,804 | 17,683 | 6,612 | 8.रुपया ऋण सेवा | -30 | -43 | -121 | -162 | 9.अन्य पूंजी | 518 | -843 | 9,627 | 3,953 | कुल (1 से 9) | 13,215 | 17,346 | 108,031 | 45,779 | नोट : अन्य पूँजी (मद 9) के ब्यौरे सारणी 10 में दिए गए हैं। प्रा.: प्राथमिक आं.सं.:आंशिक संशोधन | - भारत को निवल बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) अंतर्वाह (संवितरण/अंतर्वाह से चुकौती/बहिर्वाह घटाकर) 2008-09 की पहली तिमाही में 1.3 बिलियन अमरीकी डालर थे (2007-08 की पहली तिमाही में 6.9 बिलियन अमरीकी डालर) । निवल ईसीबी अंतर्वाह 2007-08 की पहली तिमाही के निवल पूंजी प्रवाह के 40.3 प्रतिशत की तुलना में 2008-09 की पहली तिमाही में निवल पूंजी प्रवाह के 11.8 प्रतिशत पर कम थे।
- बैंकिंग पूंजी प्राथमिक रूप से वाणिज्य बैंकों (एडी) की विदेशी आस्तियों और विदेशी देयताओं को दर्शाती है। बैंकिंग पूंजी के घटकों में अनिवासी भारतीय (एनआरआइ) जमाराशियें में 2008-09 की पहली तिमाही में 813 मिलियन अमरीकी डालर का निवल अंतर्वाह हुआ जो 2007-08 की पहली तिमाही के 447 मिलियन अमरीकी डालर के निवल बहिर्वाह की तुलना में भारी परिवर्तन है।
- बैंकिंग पूंजी, एनआरआइ जमाराशियां छोड़कर, में 2008-09 की पहली तिमाही में 1.9 बिलियन अमरीकी डालर का उच्च निवल अंतर्वाह हुआ (2007-08 की पहली तिमाही में 0.5 बिलियन अमरीकी डालर का निवल बहिर्वाह)। 2008-09 की पहली तिमाही में वाणिज्य बैंकों की आस्तियों के अंतर्गत का निवल अंतर्वाह मुख्य रूप से भारतीय बैंकों द्वारा विदेश में धारित आस्तियां कम करने को दर्शाता है जबकि वाणिज्य बैंकों की देयताओं के अंतर्गत के निवल अंतर्वाह का मुख्य कारण बैंकों के सीमापारीय उधार थे।
- निवल अल्पावधि व्यापार ऋण 2008-09 की पहली तिमाही में 2.2 बिलियन अमरीकी डालर था (180 दिवसीय आपूर्तिकर्ता ऋण सहित) जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 1.8 बिलियन अमरीकी डालर था। कुल अल्पावधि व्यापार ऋण में से 180 दिवसीय आपूर्तिकर्ता ऋण की राशि 2008-09 की पहली तिमाही में 0.7 बिलियन अमरीकी डालर थी (2007-08 की पहली तिमाही में 0.7 बिलियन अमरीकी डालर)।
- ‘अन्य पूंजी’ के अंतर्गत की मदों में निर्यात में कमीबेशी, विदेश में धारित निधियां, एफडीआइ के अंतर्गत के शेयर जारी होने तक प्राप्त अग्रिम और अन्यत्र शामिल न की गई पूंजी प्राप्तियां शामिल हैं । निवल अन्य पूंजी प्राप्तियां 2008-09 की पहली तिमाही में 518 मिलियन अमरीकी डालर थीं। अन्य पूंजी का ब्यौरा सारणी 10 में दिया गया है।
सारणी 10 : ‘अन्य पूंजी’ (निवल) का ब्यौरा | (मिलियन अमरीकी डालर) | मद | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2007-08 प्रा. | 2006-07 आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 1.निर्यात में कमीबेशी | 1,432 | 397 | 1,981 | 773 | 2.विदेश में धारित निवल निधि | -1,044 | -137 | -4,780 | 496 | 3.एफडीआइ के अंतर्गत शेयर जारी होने का प्राप्त अग्रिम | 850 | - | 8,700 | - | 4.अन्यत्र शामिल न की गई अन्य पूंजी प्राप्तियां | -720 | -1,103 | 3,726 | 2,684 | कुल (1 से 4) | 518 | -843 | 9,627 | 3,953 | प्रा.: प्राथमिक आं.सं. : आंशिक संशोधन सं.:संशाधित -: शून्य | भण्डार में वृद्धि - भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन को छोड़कर) विदेशी मुद्रा भंडार में निवल वृद्धि 2008-09 की पहली तिमाही (2007-08 की पहली तिमाही में 11.2 बिलियन अमरीकी डालर) में 2.2 बिलियन अमरीकी डालर थी (चार्ट 5)। मूल्यन लाभ को ध्यान में रखते हुए, [विदेशी मुद्रा भंडार में 2008-09 की पहली तिमाही में 2.4 बिलियन अमरीकी डालर (2007-08 की पहली तिमाही में 14.2 बिलियन अमरीकी डालर) की वृद्धि हुईा डविदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि के स्रोतों पर एक प्रेस प्रकाशनी अलग से जारी की गई है।]
- जून 2008 के अंत में, बकाया विदेशी मुद्रा भंडार 312.1 बिलियन अमरीकी डालर था, जिससे उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं के बीच भारत के पास विदेशी मुद्रा का तीसरा सर्वाधिक भंडार था।
चार्ट 5 : भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि 
- संक्षेप में, 2008-09 की पहली तिमाही में उभरीं भुगतान संतुलन की प्रमुख विशेषताएं इसप्रकार हैं : (i) बढ़ता व्यापार घाटा (31.6 बिलियन अमरीकी डालर) जिसमें अधिक आयात प्रमुख था; (ii) समुद्रपारीय भारतीयों और सॉफ्टवेयर सेवाओं से प्रेषणों के कारण अदृश्य मद अधिशेष (20.9 बिलियन अमरीकी डालर) में अत्यधिक वृद्धि; (iii) अधिक व्यापार घाटे के कारण उच्चतर चालू खाता घाटा (10.7 बिलियन अमरीकी डालर); (iv) 2007-08 की पहली तिमाही (17.3 बिलियन अमरीकी डालर) की तुलना में अस्थिर और सापेक्षिक रूप से निम्नतर निवल पूँजी अन्तर्प्रवाह (13.2 बिलियन अमरीकी डालर) और (v) भंडार में (मूल्यन को छोड़कर) 2.2 बिलियन अमरीकी डालर (2007-08 की पहली तिमाही में 11.2 बिलियन अमरीकी डालर) की निम्नतर वृद्धि। प्रमुख संकेतकों के ब्यौरे सारणी 11 में दिए गए हैं।
सारणी 11 : भुगतान संतुलन के प्रमुख संकेतक | मद | अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 | 2007-08 | 2007-08 | 2006-07 | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | व्यापारिक कारोबार | 1.निर्यात (भुगतान संतुलन के आधार पर अमरीकी डालर) वृद्धि दर (प्रतिशत) | 22.2 | 20.7 | 23.7 | 21.8 | 2. आयात (भुगतान संतुलन के आधार पर अमरीकी डालर) वृद्धि दर (प्रतिशत) | 33.3 | 21.1 | 29.9 | 21.8 | 3. कच्चे तेल के मूल्य प्रति बैरल (भारतीय बास्केधट) | 118.8 | 66.4 | 79.5 | 62.4 | 4. व्यापार संतुलन (बिलियन अमरीकी डालर) | -31.6 | -20.7 | -90.1 | -63.2 | अदृश्य मदें | 5. निवल अदृश्य मद अधिशेष/व्यापार घाटा (प्रतिशत) | 66.0 | 69.6 | 80.7 | 84.5 | 6. अदृश्य मद प्राप्तियां/चालू प्राप्तियां (प्रतिशत) | 46.3 | 44.9 | 47.8 | 47.3 | 7. सेवा प्राप्तियां/चालू प्राप्तियां (प्रतिशत) | 27.0 | 29.0 | 28.9 | 31.3 | 8. निजी अंतरण/चालू प्राप्तियां (प्रतिशत) | 14.8 | 12.0 | 14.0 | 11.9 | चालू खाता | 9. चालू प्राप्तियां (बिलियन अमरीकी डालर) | 81.4 | 64.9 | 303.7 | 243.1 | 10. चालू भुगतान (बिलियन अमरीकी डालर) | 92.1 | 71.2 | 321.1 | 252.9 | 11. चालू खाता शेष (बिलियन अमरीकी डालर) | -10.7 | -6.3 | -17.4 | -9.8 | पूँजी खाता | 12. सकल पूँजी अन्तर्वाह (बिलियन अमरीकी डालर) | 88.4 | 68.5 | 428.7 | 232.2 | 13. सकल पूँजी बर्हिवाह (बिलियन अमरीकी डालर) | 75.2 | 51.2 | 320.7 | 186.5 | 14. निवल पूँजी प्रवाह (बिलियन अमरीकी डालर) | 13.2 | 17.3 | 108.0 | 45.8 | 15. निवल एफडीआइ/निवल पूँजी प्रवाह (प्रतिशत) | 76.5 | 15.3 | 14.4 | 18.5 | 16. निवल पोर्टफोलियो निवेश/ निवल पूँजी प्रवाह (प्रतिशत) | -31.8 | 43.0 | 27.1 | 15.4 | 17. निवल ईसीवी/निवल पूँजी प्रवाह (प्रतिशत) | 11.8 | 40.3 | 20.5 | 35.3 | भंडार | 18. भंडार का आयात कवर (महीनों में) | 14.0 | 12.7 | 15.0 | 12.5 | 19. अवधि के अंत में बकाया भंडार (बिलियन अमरीकी डालर) | 312.1 | 213.4 | 309.7 | 199.2 | आयात आंकड़ों का मिलान - 2008-09 की पहली तिमाही के दौरान, डीजीसीआइ एंड एस आयात के आंकड़ों और भुगतान संतुलन पण्य आयात के रिकार्ड के आधार पर, दो डाटा सेटों की बीच अंतर लगभग 2.0 बिलियन अमरीकी डालर होता है (सारणी 12)।
सारणी 12 : डीजीसीआइ एंड एस तथा भुगतान संतुलन आयात डाटा | (मिलियन अमरीकी डालर) | मद
| अप्रैल-जून | अप्रैल-मार्च | 2008-09 प्रा. | 2007-08 आं.सं. | 2006-07आं.सं. | 1 | 2 | 3 | 4 | 1. भुगतान संतुलनआयात | 75,277 | 2,48,521 | 1,91,254 | 2. डीजीसीआइ एंड एस आयात | 73,283 | 2,39,651 | 1,85,749 | 3. अंतर (1-2) | 1,994 | 8,870 | 5,505 | प्रा. प्रारंभिक आं.सं.: आंशिक संशोधन | अल्पना किल्लावाला मुख्य महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/413 |