जून 2005 के अंत की भारत की बाह्य ऋण स्थिति : मुख्य मुख्य बातें - आरबीआई - Reserve Bank of India
जून 2005 के अंत की भारत की बाह्य ऋण स्थिति : मुख्य मुख्य बातें
30 सितंबर 2005
जून 2005 के अंत की भारत की बाह्य ऋण स्थिति : मुख्य मुख्य बातें
- जून 2005 के अंत तक भारत की कुल बाह्य ऋण स्थिति 122.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर रही। (सारणी 1)
- इस स्तर पर बाह्य ऋण स्टॉक में मार्च 2005 के अंत की तुलना में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट आयी जो मूलत: प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर के मूल्य में वफ्द्धि के कारण मूल्यन प्रभाव प्रतिबिंबित करता है (तालिका 1)।
तालिका 1 : घटकों द्वारा बाह्य ऋण में भिन्नता
मद | के अंत तक | तिमाही के दौरान भिन्नता | ||
जून 05 | मार्च 05 | |||
राशि | राशि | पूर्ण भिन्नता | प्रतिशत भिन्नता | |
(मिलियन अमेरिकी डॉलर) | (मिलियन अमेरिकी डॉलर) | (मिलियन अमेरिकी डॉलर) | (प्रतिशत) | |
1. बहुपक्षीय | 31,248 (25.6) | 31,763 (25.7) | -515 | -1.6 |
2. द्विपक्षीय | 16,303 (13.3) | 17,222 (14.0) | -919 | -5.3 |
3. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष | 0 (0.0) | 0 (0.0) | 0 | 0 |
4. व्यापारिक ऋण | 5,216 (4.3) | 4,960 (4.0) | 256 | 5.2 |
5. वाणिज्यिक उधार | 27,158 (22.2) | 26,942 (21.8) | 216 | 0.8 |
6. अनिवासी भारतीय जमाएं (दीर्घावधि) | 32,801 (26.8) | 32,743 (26.5) | 58 | 0.2 |
7. रुपया ऋण | 2,146 (1.8) | 2,300 (1.9) | -154 | -6.7 |
8. दीर्घावधि ऋण (1 से 7) | 1,14,872 (94.0) | 1,15,930 (93.9) | -1,058 | -0.9 |
9. अल्पावधि ऋण | 7,275 (6.0) | 7,524 (6.1) | -249 | -3.3 |
10.कुल ऋण (8+9) | 1,22,147 (100) | 1,23,454 (100) | -1,307 | -1.1 |
कोष्ठक में दिये गये आंकडे कुल ऋण का हिस्सा है।
- ऋण के विभिन्न घटकों में2005-06 की पहली तिमाही के दौरान बहुपक्षीय और द्विपक्षीय ऋण, रुपया ऋण और अल्पावधि ऋण में गिरावट आयी जबकि व्यापारिक ऋण, बाह्य वाणिज्यिक उधार और अनिवारी भारतीय जमाओं में बढ़ोत्तरी हुई। (सारणी 2)
- बाह्य वाणिज्यिक उधार मुख्यत: सामूहिक ऋण और बांड निर्गमों, जिनमें विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड भी शामिल हैं, में रूपांतरित हुए।
- अमेरिकी डॉलर ने भारत की बाह्य ऋण स्थिति की मुद्रा संरचना पर आधिपत्य जारी रखा। (सारणी 3)
ऋण धारणीयता के संकेतक
- कुल ऋण में अल्पावधि के अनुपात ने थोड़ी-सी गिरावट दर्ज की। विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों में अल्पावधि ऋण का अनुपात स्थिर रहा। (तालिका 2)
तालिका 2 : ऋण धारणीयता के संकेतक
(प्रतिशत में)
संकेतक | जून 05 की समाप्ति पर | मार्च 05 की समाप्ति पर |
रियायती ऋण/कुल ऋण | 32.6 | 33.5 |
अल्पावधि/कुल ऋण | 6.0 | 6.1 |
अल्पावधि ऋण/आरक्षित निधियां | 5.3 | 5.3 |
आरक्षित निधियां/कुल ऋण | 113.3 | 114.7 |
- भारत की विदेशी मुद्रा आरक्षित निधि बाह्य ऋण से 16.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर अधिक हो गयी, जिसने जून 2005 के अंत में बाह्य ऋण स्टॉक को 113.3 प्रतिशत का कवर (रक्षा) प्रदान किया। (सारणी 4)
जून 2004 से जून 2005 की अवधि में ऋण स्टॉक के विकास का पूरा ब्यौरा विवरण 1 और 2 में दिया गया है।
पी.वी.सदानंदन
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2005-2006/406