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मार्च 2008 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

्रश्च्व्र्ख्र् ्रiख्र्रुिंिंख्र्ड़ख्र्ड्ढ झ्ींएिंए ींर्थ्ींएिं·िं

30 जून 2008

मार्च 2008 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

मार्च 2008 के अंत के लिए बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े संकलित कर लिए गए हैं। वर्तमान प्रथा के अनुसार, मार्च तथा जून को समाप्त तिमाहियों के लिए भारत के बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े रिज़र्व बैंक द्वारा संकलित एवं जारी किए जाते हैं, जबकि सितंबर और दिसंबर को समाप्त तिमाहियों के लिए बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संकलित तथा जारी किए जाते हैं। मार्च 2008 के अंत की स्थिति के अनुसार मानक फार्मेट में रुपया तथा अमरीकी डालर में बाह्य
ऋण का ब्यौरेवार लेखा क्रमशः विवरण 1 और 2 में प्रस्तुत किया गया है ।

1. बाह्य ऋण का स्टॉक
मार्च 2008 के अंत में बाह्य ऋण 221.2 बिलियन अमरीकी डालर था तथा उसमें मार्च 2007 के अंत के स्तर की तुलना में 51.5 बिलियन अमरीकी डालर या 30.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई (सारणी 1 चार्ट 1)। उक्त वृद्धि का मुख्य कारण बाह्य वाणिज्यिक उधार था जिसने कुल बाह्य ऋण में हुई वृद्धि में लगभग 39.5 प्रतिशत का योगदान दिया, जिसके बाद अल्पावधि ऋण की स्थिति (अंशदान 34.8 प्रतिशत रहा) थी ।

सारणी 1 : बकाया बाह्य ऋण

निम्नलिखित
के अंत में

कुल बाह्य
ऋण (मिलियन
अमरीकी डॉलर)

 

घटबढ़ (मिलियन
अमरीकी डॉलर)

 

पिछल वष की संबंधित तिमाही की तुलना में

पिछली तिमाही
की तुलना में

(1)

(2)

(3)

(4)

मार्च 2006

138,133

5160 (3.9)

5,818 (4.4)

जून 2006

145,019

12,073 (9.1)

6,886 (5.0)

सितंबर 2006

150,622

13,813(10.1)

5,603 (3.9)

दिसंबर 2006

160,392

28,077(21.2)

9,770 (6.5)

मार्च 2007

169,669

31,536(22.8)

9,277 (5.8)

जुन 2007

180,179

35,160(24.2)

10,510 (6.2)

सितंबर 2007

193,193

42,571(28.3)

13,014 (7.2)

दिसंबर 2007

204,472

44,080(27.5)

11,279 (5.8)

मार्च 2008

221,212

51,543(30.4)

16,740 (8.2)

टिप्पणी : कोष्ठकों के आंकड़े प्रतिशत वृद्धि दर्शाते हैं ।

2. मूल्यन में परिवर्तन
वर्ष 2007-08 के दौरान बाह्य ऋण में हुई 51.5 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि में से अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय मुद्राओं तथा भारतीय रुपए की तुलना में अमरीकी डालर के मूल्य-ह्रास को दर्शाते हुए मूल्यन के प्रभाव के कारण 9.9 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि हुई। इससे यह अभिप्रेत है कि मूल्यन के प्रभाव को छोड़कर मार्च 2008 के अंत में बाह्य ऋण के स्टॉक में मार्च 2007 के अंत के स्तर की तुलना में लगभग 41.6 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि हुई ।

3.बाह्य ऋण के घटक
बाह्य ऋण के सभी घटकों में वर्ष के दौरान वृद्धि हुई। 62.0 बिलियन अमरीकी डालर पर बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) (एफसीसीबी सहित) में वर्ष के दौरान 20.4 बिलियन अमरीकी डालर (48.9 प्रतिशत) की अधिकतम वृद्धि दर्ज की गई (सारणी 2 तथा चार्ट 2)। इसका मुख्य कारण था - भारतीय कंपनियों में चल रहा प्रौद्योगिकीय उन्नयन तथा क्षमता विस्तार के कारण उनकी बढ़ती हुई वित्तीय अपेक्षाएं। अब अल्पावधि ऋण संबंधी आंकड़ों में मार्च 2005 के अंत से 180 दिनों तक का आपूर्तिकर्ता का ऋण शामिल है। अल्पावधि ऋण में 2007-08 में हुई 17.9 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि भी शामिल है । अल्पावधि ऋण के तहत बढ़ते हुए आयातों के अनुरूप व्यापार संबद्ध ऋणों में लगभग 17.7 बिलियन अमरीकी डालर की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, सरकारी पत्रों में एफआइआइ ऋण निवेश में लगभग 254 मिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि हुई।

बाह्य ऋण के अन्य सभी घटकों में भी 2007-08 के दौरान वृद्धि हुई: बहुपक्षीय ऋण (4.0 बिलियन अमरीकी डालर), द्विपक्षीय ऋण (3.6 बिलियन अमरीकी डालर) एक साल से अधिक परिपक्वता का निर्यात ऋण (3.2 बिलियन अमरीकी डालर) तथा अनिवासी भारतीय जमाराशियां (2.4 बिलियन अमरीकी डालर) रुपया ऋण में 69 मिलियन अमरीकी डालर की थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई।

मद

के अंत में बकाया
बाह्य ऋण
(मिलियन
अमरीकी डॉलर)

घटबढ़ राशि
में
(मिलियन
अमरीकी डॉलर)

प्रतिशत घटबढ़
(मिलियन अमरीकी डॉलर)

 

मार्च 08

मार्च 07

मार्च 06

मार्च 07 से
मार्च 08

मार्च 06 से
मार्च 07

मार्च 07 से
मार्च 08

मार्च 06 से
मार्च 07

(1)

(2)

(3)

(4)

(5)

(6)

(7)

(8)

1. बहुपक्षीय

39,312
(17.8)

35,337
(20.8)

32,620
(23.6)

3,975

2,717

11.2

8.3

2. द्विपक्षीय

19,613
(8.9)

16,061
(9.5)

15,761
(11.4)

3,552

300

22.1

1.9

3. आइएमएफ

0
(0.0)

0
(0.0)

0
(0.0)

0

0

0.0

0.0

4. निर्यात ऋण

10,267
(4.6)

7,051
(4.2)

5,420
(3.9)

3,216

1,631

45.6

30.1

5.वाणिज्यिक उधार

62,019
(28.0)

41,657
(24.6)

26,452
(19.1)

20,362

15,205

48.9

57.5

6. अनिवासी भारतीय जमाराशियाँ

43,672
(19.7)

41,240
(24.3)

36,282
(26.3)

2,432

4,958

5.9

13.7

7. रुपया ऋण

2,016
(0.9)

1,947
(1.1)

2,059
(1.5)

69

-112

3.5

-5.4

8 अल्पावधि ऋण

44,313
(20.0)

26,376
(15.5)

19,539
(14.1)

17,937

6,837

68.0

35.0

कुल ऋण (1 से 8)

221,212
(100.0)

169,669
(100.0)

138,13
(100.0)

51,543

31,536

30.4

22.8

ज्ञापन मदें  
क. दीर्घावधि ऋण

176,899
(80.0)

143,293
(84.5)

118,594
(85.9)

33,606

24,699

23.5

20.8

ख. अल्पावधि ऋण

44,313
(20.0)

26,376
(15.5)

19,539
(14.1)

17,937

6,837

68.0

35.0

कोष्ठकों के आंकड़े कुल ऋण में हिस्सा दर्शाते हैं ।

4.अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार बाह्य ऋण
जहां मूल परिपक्वता के रूप में संकलित बाह्य ऋण पूंजी प्रवाहों के स्वरूप को समझने में मदद करता है, वहीं अवशिष्ट परिपक्वता के रूप में बाह्य ऋण, ऋण चुकौती अदायगी प्रोफाइल तथा विदेशी मुद्रा रिज़र्व पर परिणामी प्रभार का विश्लेषण करने में मदद करता है। अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर, मार्च 2008 के अंत में दीर्घावधि ऋण 136.4 बिलियन अमरीकी डालर अथवा कुल ऋण का 62.4 प्रतिशत था। अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार अल्पावधि ऋण में एक साल अथवा कम की मूल परिपक्वता वाले अल्पावधि ऋण के सभी घटक तथा एक वर्ष की संदर्भ अवधि के दौरान मूल परिपक्वता के अनुसार मध्यावधि एवं दीर्घावधि ऋण के तहत देय चुकौतियां शामिल होती हैं। मार्च 2008 के अंत में अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार अल्पावधि ऋण 82.1 बिलियन अमरीकी डालर था जो कुल बाह्य ऋण का 37.6 प्रतिशत था। विदेशी मुद्रा आरक्षित निधियों के प्रति अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार अल्पावधि ऋण का अनुपात मार्च 2008 के अंत में 26.5 प्रतिशत था (सारणी 3)

सारणी 3 : मार्च 2008 के अंत में बकाया बाह्य ऋण की अवशिष्ट परिपक्वता

 

घटक

अल्पावधि

दीर्घावधि

ुल

1 वर्ष
तक

1 से 2
वर्ष तक

2 से 3
वर्ष तक

2 वर्षों से
अधिक

(2 से 5)

(1)

(2)

(3)

(4)

(5)

(6)

1.सरकारी ऋण

2,720

3,061

3,425

47,122

56,328

2.वाणिज्यिक उधार

6,881

7,327

10,636

52,706

77,550

(निर्णत ऋण सहित)

 

 

 

 

 

3.एनआरआइ जमाराशियाँ (i+ii+iii)

28,799

7,070

3,566

1,449

43,672

(i) एफसीएनआर (बी)

10,258

2,394

1,403

113

14,168

(ii) एनआर (ई) आरए

18,541

4,676

2,163

1336

26,716

(iii) एनआरओ

लागू नहीं

लागू नहीं

लागू नहीं

लागू नहीं

2,788

4.अल्पावधि ऋण

43,662

-

-

-

43,662

(मूल परिपक्वता)

 

 

 

 

 

5. कुल

82,062

17,458

17,627

101,277

221,212

ज्ञापन मदें

 

 

 

 

 

अल्पावधि ऋण (अवशिष्ट परिपक्वता,
कुल ऋण के प्रतिशत के रूप में)

37.6

 

 

 

 

अल्पावधि ऋण (अवशिष्ट परिपक्वला,
रिज़र्व के प्रतिशत के रूप में)

26.5

 

 

 

 

टिप्पणी :1. एनआरआइ जमाराशियों की अवशिष्ट परिपक्वता का आकलन 31 मार्च 2007 को बकाया एनआरआइ जमाराशियों पर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए सर्वेक्षण के आधार पर किया गया है।

2.एनआरओ जमाराशियों की परिपक्वता का पैटर्न उपलब्ध नहीं है। अतः यह संभव है कि कालम 2 से 5 तक के परिपक्वतावार जोड़ कालम 6 के जोड़ के बराबर न हो।

3.सरकारी ऋण के अंतर्गत विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा ट्रेजरी बिलों में तथा सरकार की दिनांकित प्रतिभूतियों में किए गए निवेश शामिल हैं जबकि वाणिज्यिक उधारों में विदेशी संस्थागत निवेशकों के कार्पोरेट ऋण पत्रों तथा अन्य अल्पावधि ऋण लिखतों में निवेश शामिल हैं।

5. मुद्रा संरचना
भारत के बाह्य ऋण की कुल मात्रा में अमरीकी डॉलर 57.1 प्रतिशत हिस्से के साथ प्रमुख मुद्रा रहा, उसके बाद भारतीय रुपए (14.5 प्रतिशत), जापानी येन (12.1 प्रतिशत) तथा एसडीआर (10.2 प्रतिशत) का स्थान रहा (सारणी 4 तथा चार्ट 3)।

सारणी 4 : बाह्य ऋण की मुद्रा संरचना

(कुल बाह्य ऋण में प्रतिशत हिस्सा)

 

मार्च के अंत में

मुद्रा

2004

2005

2006

2007

2008

(1)

(2)

(3)

(4)

(5)

(6)

अमरीकी डॉलर

40.5

48.0

49.2

52.0

57.1

एसडीआर

15.5

14.2

13.7

12.0

10.2

भारतीय रुपया

22.7

19.6

18.9

17.7

14.5

जापानी येन

11.6

10.5

10.9

11.6

12.1

यूरो

5.8

4.6

4.4

4.0

3.6

पौंड स्टर्लिंग

3.4

2.6

2.6

2.4

2.2

अन्य

0.5

0.5

0.3

0.3

0.3

कुल

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

 

चार्ट 3 : मार्च 2008 के अंत में बाह्य ऋण की मुद्रा संरचना

6. ऋण निर्वहनीयता के संकेतक

पिछले कुछ वर्षों में भारत के बाह्य ऋण संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है जो भारत की बढ़ती बाह्य ऋण निर्वहनीयता को परिलक्षित करते हैं (सारणी 5)

  • सकल घरेलू उत्पाद (सघउ) की तुलना में बाह्य ऋण अनुपात मार्च 2007 के अंत के 17.8 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2008 के अंत में 18.8 प्रतिशत हो गया। मार्च 1995 के अंत में यह अनुपात 30.8 था।
  • 2007-08 के दौरान ऋण चुकौती अनुपात 5.4 प्रतिशत रहा जबकि 2003-04 तक यह अनुपात दो अंकीय हुआ करता था।
  • 2007-08 के दौरान अल्पावधि ऋण में बढ़ोतरी को प्रतिबिंबित करते हुए कुल ऋण की तुलना में अल्पावधि ऋण अनुपात तथा रिज़र्व की तुलना में अल्पावधि ऋण अनुपात बढ़कर क्रमशः 20.0 प्रतिशत तथा 14.3 प्रतिशत हो गया।
  • भारत के बाह्य ऋण में गैर रियायती निजी ऋण की मात्रा में निरंतर वृद्धि को प्रतिबिंबित करते हुए कुल बाह्य ऋण की तुलना में रियायती ऋण का हिस्सा मार्च 2007 के अंत के 23.3 प्रतिशत से घटकर मार्च 2008 के अंत में 19.9 प्रतिशत हो गया।
  • बाह्य ऋण की तुलना में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 88.5 बिलियन अमरीकी डालर अधिक रहा जिसने मार्च 2008 के अंत में बाह्य ऋण की मात्रा का 140 प्रतिशत कवर प्रदान किया (चार्ट 4 भी देखें)।

सारणी 5 : भारत के प्रमुख बाह्य ऋण संकेतक

वर्ष

बाह्य ऋण
(बिलियन अमरीकी
डॉलर)

जीडीपी के
प्रति बाह्य
ऋण अनुपात

(%)

ऋण
चुकौती अनुपात

(%)

कुल ऋण
के प्रति
विदेशी मुद्रा
रिज़र्व अनुपात

(%)

कुल ऋण
के प्रति
रियायती
ऋण अनुपात

(%)

विदेशी मुद्रा
रिज़र्व के
प्रति अल्पावधि
ऋण अनुपात

(%)

कुल ऋण
के प्रति
अल्पावधि
ऋण

(%)

(1)

(2)

(3)

(4)

(5)

(6)

(7)

(8)

1990-91

83.8

28.7

35.3

7.0

45.9

146.5

10.2

1991-92

85.3

38.7

30.2

10.8

44.8

76.7

8.3

1992-93

90.0

37.5

27.5

10.9

44.5

64.5

7.0

1993-94

92.7

33.8

25.4

20.8

44.4

18.8

3.9

1994-95

99.0

30.8

25.9

25.4

45.3

16.9

4.3

1995-96

93.7

27.0

26.2

23.1

44.7

23.2

5.4

1996-97

93.5

24.6

23.0

28.3

42.2

25.5

7.2

1997-98

93.5

24.3

19.5

31.4

39.5

17.2

5.4

1998-99

96.9

23.6

18.7

33.5

38.5

13.2

4.4

1999-00

98.3

22.0

17.1

38.7

38.9

10.3

4.0

2000-01

101.3

22.5

16.6

41.7

35.4

8.6

3.6

2001-02

98.8

21.1

13.7

54.7

35.9

5.1

2.8

2002-03

104.9

20.3

16.0*

72.5

36.8

6.1

4.5

2003-04

111.6

17.8

16.1**

101.2

36.1

3.9

4.0

2004-05

133.0

18.6

6.1^

106.4

30.9

12.5

13.3

2005-06

138.1

17.2

9.9#

109.8

28.6

12.9

14.1

2006-07

169.7

17.8

4.8

117.4

23.3

13.2

15.5

2007-08

221.2

18.8

5.4

140.0

19.9

14.3

20.0

* 3,430 मिलियन अमरीकी डालर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 12.4 प्रतिशत बैठता है।
** 3,797 मिलियन अमरीकी डालर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान तथा 5,549 मिलियन अमरीकी डालर की आरआईबी चुकौती को छोड़ने पर 8.2 प्रतिशत बैठता है।
^ 381 मिलियन अमरीकी डालर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 5.7 प्रतिशत बैठता है।
# 7.1 बिलियन अमरीकी डालर के आईएमडी भुगतान तथा 23.5 मिलियन अमरीकी डालर के बाहृय ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 6.3 प्रतिशत बैठता है।

टिप्पणी : 2005-06 से एनआरआइ जमाराशियों को एनआरओ जमाराशियों के अंतर्गत शामिल किया गया है। 2004-05 से अल्पावधि बाह्य ऋण में 180 दिन तक के आपूर्तिकर्ता ऋण तथा अल्पावधि ऋण लिखतों में एफआइआइ के निवेश शामिल हैं।

7. विभिन्न देशों के बीच तुलना

विकासशील देशों के बीस शीर्ष ऋणी देशों के संबंध में विश्व बैंक द्वारा 2006 तक उपलब्ध कराए गए बाह्य ऋण संबंधी विभिन्न देशों के ऑनलाइन डाटा से निम्नलिखित तुलनात्मक स्थिति स्पष्ट होती है (सारणी 6) :

  • बाह्य ऋण स्टाक के अनुसार 2006 में भारत का स्थान पांचवां था।

  • सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीएनपी) की तुलना में बाह्य ऋण अनुपात के अनुसार भारत का चीन के बाद दूसरा श्रेष्ठ (न्यूनतम) स्थान था।
  • भारत का ऋण चुकौती अनुपात चीन तथा मलेशिया की तुलना में तीसरा श्रेष्ठ (कम होने के कारण) अनुपात था।
  • भारत के बाह्य ऋण पोर्टफोलियों में रियायत का अंश इंडोनेशिया के बाद दूसरा श्रेष्ठ था।
  • सकल ऋण की तुलना में रिज़र्व अनुपात के अनुसार चीन, मलेशिया, थाइलैंड और रूस के बाद भारत का स्थान पांचवां था।

वर्ष

बाह्य ऋण
(बिलियन अमरीकी
डॉलर)

जीएनपीके
प्रति बाह्य
ऋण
(%)

ऋण
चुकौती
अनुपात
(%)

कुल ऋण
के प्रति
विदेशी मुद्रा
रिज़र्व
(%)

कुल ऋण
के प्रति
रियायती
ऋण
(%)

कुल ऋण
के प्रति
अल्पावधि
ऋण
(%)

(1)

(2)

(3)

(4)

(5)

(6)

(7)

1. चीन

323

12.1

2.5

334.8

10.9

53.7

2. रशियन फेडरेशन

251

26.2

13.8

121.0

0.6

16.1

3. टर्की

208

51.7

33.2

30.4

1.9

20.4

4. ब्राज़िल

194

18.7

37.3

44.2

1.3

10.5

5. भारत

170

17.8

4.8

117.4

23.3

15.5

6. मेक्सिको

161

19.5

18.9

47.5

0.9

4.6

7. इंडोनेशिया

131

37.5

16.6

32.5

27.1

25.2

8. पोलैंड

126

38.7

24.7

38.5

0.9

17.0

9. अर्जेंटिना

122

58.6

31.6

26.2

1.1

28.7

10. हंगेरी

108

102.7

33.1

20.1

1.1

13.9

11. कज़ाखस्तान

74

103.4

33.7

25.8

1.3

17.0

12. फिलीपीन्स

60

47.1

19.6

38.1

20.7

8.3

13. थाइलैंड

55

27.3

9.4

121.3

12.3

32.2

14. रोमानिया

55

46.7

18.4

54.8

2.0

32.2

15. मलेशिया

53

36.0

4.0

157.8

8.4

30.8

16. यूक्रैन

50

47.6

18.1

44.8

3.6

44.8

17. चिली

48

37.9

20.0

40.4

0.6

19.6

18. वेनेजुएला आरबी

45

24.7

13.3

82.3

0.4

26.5

19. कोलंबिया

40

26.9

31.3

38.9

2.6

12.1

20. क्रोएशिया

37

90.2

33.1

30.7

1.6

14.9

स्रोत : भारत से संबंधित आंकड़े राष्ट्रीय प्राधिकारियों द्वारा 2006-07 के लिए प्रकाशित आंकड़े हैं। अन्य देशों के आंकड़े दिसम्बर 2006 के अंत के हैं और ये विश्व बैंक के ग्लोबल डेवलपमेंट फाइनेन्स ऑनलाइन डेटाबेस में उपलब्ध हैं।

अजीत प्रसाद
प्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/1680

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