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मार्च 2009 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

30 जून  2009

मार्च 2009 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

वर्तमान प्रथा के अनुसार, मार्च तथा जून को समाप्त तिमाहियों के लिए भारत के बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं, और सितंबर और दिसंबर को समाप्त तिमाहियों के लिए बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। बाह्य ऋण के आंकड़े एक तिमाही के अंतराल पर जारी किए जाते हैं। मार्च 2009 के अंत की स्थिति के अनुसार मानक फार्मेट में संकलित रुपया तथा अमरीकी डालर में बाह्य ऋण का ब्यौरेवार लेखा तथा पिछली तिमाहियों के संशोधित आंकड़े क्रमशः विवरण 1 और 2 में प्रस्तुत किए गए हैं। मार्च 2009 के अंत की स्थिति के अनुसार भारत के ऋण से संबंधित गतिविधियों की चर्चा नीचे दिये गये पैराग्राफें में की गई है।

बाह्य ऋण की मुख्य-मुख्य बातें

(i) मार्च 2009 के अंत में भारत का बाह्य ऋण 229.9 बिलियन अमरीकी डालर (जीडीपी का 22.0 प्रतिशत) था जिससे पिछले वर्ष की तुलना में 5.3 बिलियन अमरीकी डालर अथवा 2.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो मुख्य रूप से व्यापार ऋण में वृद्धि के कारण थी ।

(ii) बीस सबसे अधिक ऋणग्रस्त देशों के बाह्य ऋण की अंतराष्ट्रीय तुलना करने पर पता चला कि भारत 2007 में पांचवा सर्वाधिक ऋणग्रस्त देश था।

(iii) बाह्य ऋण के घटक-वार विश्लेषण से पता चलता है कि मार्च 2009 के अंत में वाणिज्यिक उधारों का हिस्सा सर्वाधिक अर्थात 27.3 प्रतिशत था, इसके पश्चात अल्पकालिक ऋण (21.5 प्रतिशत), अनिवासी भारतीय जमाराशि (18.1 प्रतिशत) और बहुपक्षी ऋण (17.2 प्रतिशत) का था।

(iv) ऋण चुकौती अनुपात में वर्षो के दौरान निरंतर गिरावट आई और मार्च 2009 के अंत में यह 4.6 प्रतिशत थी।

(v) यदि मूल्यन प्रभाव को छोड़ दिया जाता तो अमरीकी डॉलर के मुकाबले अन्य प्रमुख मुद्राओं और भारतीय रुपए के मूल्य में वृद्धि के कारण, मार्च 2008 के स्टॉक की तुलना में बाह्य ऋण बढ़कर 18.7 बिलियन अमरीकी डालर हो जाता।

(vi) कुल ऋण की तुलना में अल्पकालिक ऋण अनुपात मुख्य रूप से अल्पकालिक व्यापार ऋण में वृद्धि के कारण मार्च 2008 के अंत के 20.9 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2009 के अंत में 21.5 प्रतिशत हो गया।

(vii) अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर, मार्च 2009 के अंत में अल्पकालिक ऋण कुल बाह्य ऋण का 40.6 प्रतिशत था।

(viii) मार्च 2009 के 19.6 प्रतिशत का विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना में अल्पकालिक ऋण अनुपात पिछले वर्ष के 15.2 प्रतिशत की तुलना में अधिक था।

(ix) अमरीकी डालर प्रधान मुद्रा बनी रही जो मार्च 2009 के अंत में कुल बाह्य ऋण का 57.1 प्रतिशत थी।

(x) भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने मार्च 2008 के 137.9 प्रतिशत की तुलना में मार्च 2009 के अंत में बाह्य ऋण का 109.6 प्रतिशत कवर किया जो 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट को दर्शाता है।

1. मार्च 2009 के अंत में भारत का बाह्य ऋण

(i) मार्च 2009 के अंत में भारत का बाह्य ऋण 229.9 बिलियन अमरीकी डालर (जीडीपी का 22.0 प्रतिशत) था जिससे पिछले वर्ष की तुलना में 5.3 बिलियन अमरीकी डालर अथवा 2.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो मुख्य रूप से व्यापार ऋण में वृद्धि के कारण थी (सारणी 1 चार्ट 1)।

सारणी 1 : बकाया बाह्य ऋण

(बिलियन अमरीकी डालर)

केअंत में

कुल बाह्य
ऋण

घट-बढ़

पिछले वर्ष की तदनरूप तिमाही की तुलना में

पिछली तिमाही की तुलना में

 

 

राशि

प्रतिशत

राशि

प्रतिशत

1

2

3

4

5

6

मार्च 2007

171.3

33.2

24.0

10.9

6.8

जून 2007

182.3

37.3

25.7

11.0

6.4

सितंबर 2007

195.6

45.0

29.9

13.3

7.3

दिसंबर 2007

206.0

45.6

28.4

10.4

5.3

मार्च 2008

224.6

53.3

31.1

18.6

9.0

जून 2008

223.6

41.3

22.6

-1.0

-0.5

सितंबर 2008

223.5

27.9

14.3

0.0

0.0

दिसंबर 2008

229.3

23.3

11.3

5.7

2.6

मार्च 2009 अ.

 229.9

5.3

2.4

0.6

0.3

अ. : अनंतिम
स्रोत : वित्तमंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।


2. मूल्यन में परिवर्तन

(i) अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं तथा भारतीय रुपए के मुकाबले अमरीकी डालर के मूल्य में वृद्धि को दर्शाते हुए मूल्यन के प्रभाव के कारण भारत के बाह्य ऋण में 13.4 बिलियन अमरीकी डालर की कमी आई। इससे यह अभिप्रेत है कि यदि मूल्यन के प्रभाव को छोड़ दिया जाता तो मार्च 2009 के अंत में बाह्य ऋण में मार्च 2008 के अंत के स्तर की तुलना में 18.7 बिलियन अमरीकी डालर की वृद्धि हुई होती। .

3. बाह्य ऋण के घटक

(i) बाह्य ऋण के घटक-वार विश्लेषण से पता चला कि मार्च 2009 के अंत में वाणिज्यिक उधारों का हिस्सा सर्वाधिक अर्थात 27.3 प्रतिशत था, इसके पश्चात अल्पकालिक ऋण (21.5 प्रतिशत), अनिवासी भारतीय जमाराशि (18.1 प्रतिशत) और बहुपक्षी ऋण (17.2 प्रतिशत) का था।

(ii) 180.5 बिलियन अमरीकी डालर का दीर्घकालिक ऋण और 49.4 बिलियन अमरीकी डालर का अल्पकालिक ऋण मार्च 2009 के अंत के कुल बाह्य ऋण का क्रमशः 78.5 प्रतिशत और 21.5 प्रतिशत था।

सारणी 2 : घटक के अनुसार बाह्य ऋण

मिलियन अमरीकी डालर

मद

मार्च के अंत में

 

1991

1998

2004

2005

2006

2007

2008

2009 P

1

2

3

4

5

6

7

8

9

1.बहुपक्षीय

20,900

29,553

29,297

31,744

32,620

35,337

39,490

39,566

 

(24.9)

(31.6)

(26.2)

(23.9)

(23.6)

(20.6)

(17.6)

(17.2)

2.द्विपक्षीय

14,168

16,969

17,277

17,034

15,761

16,065

19,701

20,587

 

(16.9)

(18.1)

(15.5)

(12.8)

(11.4)

(9.4)

(8.8)

(9.0)

3.अंमुको

2,623

664

0

0

0

0

0

0

 

(3.1)

(0.7)

(0.0)

(0.0)

(0.0)

(0.0)

(0.0)

(0.0)

4.निर्यात ऋण

4,301

6,526

4,697

5,022

5,420

7,165

10,358

14,604

 

(5.1)

(7.0)

(4.2)

(3.8)

(3.9)

(4.2)

(4.6)

(6.4)

5.ईसीबी 

10,209

16,986

22,007

26,405

26,452

41,443

62,337

62,676

 

(12.2)

(18.2)

(19.7)

(19.9)

(19.1)

(24.2)

(27.8)

(27.3)

6.एनआरआइ जमाराशियां

10,209

11,913

31,216

32,743

36,282

41,240

43,672

41,554

 

(12.2)

(12.7)

(28.0)

(24.6)

(26.3)

(24.1)

(19.4)

(18.1)

7.रुपया ऋण

12,847

5,874

2,720

2,302

2,059

1,951

2,016

1,527

 

(15.3)

(6.3)

(2.4)

(1.7)

(1.5)

(1.1)

(0.9)

(0.7)

8.दीर्घकालिक ऋण
(1 से 7)

75,257

88,485

1,07,214

1,15,250

1,18,594

1,43,201

1,77,574

1,80,514

 

(89.8)

(94.6)

(96.0)

(86.7)

(85.9)

(83.6)

(79.1)

(78.5)

9.अल्पकालिक ऋण

8,544

5,046

4,431

17,723

19,539

28,130

46,999

49,373

 

(10.2)

(5.4)

(4.0)

(13.3)

(14.1)

(16.4)

(20.9)

(21.5)

कुल (8+9)

83,801

93,531

1,11,645

1,32,973

1,38,133

1,71,331

2,24,573

2,29,887

 

(100.0)

(100.0)

(100.0)

(100.0)

(100.0)

(100.0)

(100.0)

(100.0)

अ. : अनंतिम
अंमुको  : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष;
ईसीबी : बाह्य वाणिज्यिक उधार
एनआरआइ : अनिवासी भारतीय
टिप्पणी  : कोष्ठकों के आंकड़े कुल बाह्य ऋण का प्रतिशत दर्शाते हैं ।
स्रोत : वित्तमंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।


(iii) बाह्य ऋण में वृद्धि मुख्य रूप से व्यापार ऋण में बढ़ोतरी के कारण थी जो मार्च 2008 के अंत के अपने स्तर की तुलना में 4.2 बिलियन अमरीकी डालर बढ़े।

(iv) मार्च 2009 के अंत में अल्पकालिक ऋण बढ़कर 2.4 बिलियन अमरीकी डालर हो गये जो मुख्य रूप से अल्पकालिक व्यापार ऋण में वृद्धि के कारण थे (सारणी 3 और चार्ट 2)।

(v) मार्च 2009 के अंत की 41.6 बिलियन अमरीकी डालर की बकाया एनआरआइ जमाराशियां मार्च 2008 के अंत में घटकर 2.1 बिलियन अमरीकी डालर हो गईं ऐसा मुख्य रूप से मूल्यन प्रभाव के कारण था क्योंकि 2008-09 की दौरान एनआरआइ जमाराशियों के अंतर्गत धनात्मक अंतर्वाह दिखे।

सारणी 3 : घटकों के अनुसार बाह्य ऋण में घट-बढ़


मद

के अंत में बकाया बाह्य ऋण (मिलियन अमरीकी डालर)

समग्र घट-बढ़ (मिलियन अमरीकी डालर)

प्रतिशत घट-बढ़ (प्रतिशत)

मार्च
07

मार्च
08

मार्च 09 अ.

मार्च 07 से
मार्च 08

मार्च 08 से
मार्च 09

मार्च 07 से
मार्च 08

मार्च 08 से
मार्च 09

1

2

3

4

5

6

7

8

1.बहुपक्षीय

35,337

39,490

39,566

4,153

76

11.8

0.2

2.द्विपक्षीय

16,065

19,701

20,587

3,636

886

22.6

4.5

3.अंमुको

0

0

0

0

0

0.0

0.0

4.निर्यात ऋण

7,165

10,358

14,604

3,193

4,246

44.6

41.0

5. वाणिज्यिक उधार

41,443

62,337

62,676

20,894

339

50.4

0.5

6. एनआरआइ जमाराशियां

41,240

43,672

41,554

2,432

-2,118

5.9

-4.8

7.रुपया ऋण

1,951

2,016

1,527

65

-489

3.3

-24.3

8.अल्पकालिक ऋण 
जिसमें से ;

28,130

46,999

49,373

18,869

2,374

67.1

5.1

(i) अल्पकालिक व्यापार ऋण

25,979

43,162

45,975

17,183

2,813

66.1

6.5

कुल ऋण (1से 8)

171,331

224,573

229,887

53,242

5,314

31.1

2.4

ज्ञापन मदें

 

 

 

क. दीर्घकालिक ऋण
(1 से 7)

143,201

177,574

180,514

34,373

2,940

24.0

1.7

ख. अल्पकालिक ऋण

28,130

46,999

49,373

18,869

2,374

67.1

5.1

अ. : अनंतिम
स्रोत : वित्तमंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।


(vi) 2007-08 के 31.0 मिलियन अमरीकी डालर की तुलना में 2008-09 (अप्रैल-मार्च) के दौरान ईसीबी के अनुमोदन का स्तर काफी कम अर्थात 18.4 बिलियन अमरीकी डालर था परिणामस्वरूप, पिछले वर्ष के 28.8 बिलियन अमरीकी डालर की तुलना में 2008-09 के लिए सकल संवितरण कम अर्थात 13.4 बिलियन अमरीकी डालर थे (सारणी 4)।

सारणी 4 : बाह्य वाणिज्यिक उधार
(मिलियन अमरीकी डालर)

वर्ष

अनुमोदन
#

सकल
संवितरण *

ऋण
परिशोधन *

ब्याज *

कुल
चुकौती

ईसीबी
ऋण बकाया

1

2

3

4

5

6 (4+5)

7

1990-91

1,903

4,252

2,004

1,410

3,414

10,209

1995-96

6,286

4,252

3,868

1,380

5,248

13,873

2000-01

2,837

9,621

5,378

1,695

7,073

24,408

2001-02

2,653

2,684

4,107

1,456

5,563

23,320

2002-03

4,235

3,505

5,019

1,167

6,186

22,472

2003-04

6,671

5,225

8,045

2,119

10,164

22,007

2004-05

11,490

9,084

3,571

959

4,530

26,405

2005-06

17,175

14,343

11,584

3,015

14,599

26,452

2005-06

24,492

20,257

3,814

2,583

6,397

41,443

2006-07

30,954

28,784

6,119

3,652

9,771

62,337

2007-08 आं.सं.

18,364

13,377

6,439

3,962

10,401

62,676

आं.सं. आंशिक संशोधन
त्व.अ. त्वरित अनुमान
* संशोधित; भुगतान संतुलन के आंकड़ों पर आधारित
# ऋण के करार की तिथि पर आधारित जो आरबीआइ द्वारा ऋण पंजीकरण संख्या देने की तिथि से भिन्न हो सकता है। ईसीबी अनुमोदन की सीमा बादवाले के आधार पर निश्चित की गई है, जो ऋण के करार की तिथि के बाद अथवा पहले हो सकती है। इसलिए, सारणी में अनुमोदन के अंतर्गत दिखाई गई राशि और विशेष वर्ष के लिए तय सीमा की राशि के बीच कुछ अंतर हो सकता है।
टिप्पणी : 1998-99 और 2000-01 के दौरान संवितरण में क्रमशः आरआइबी (4.2 बिलियन अमरीकी डालर) और आइएमडी (5.5 बिलियन अमरीकी डालर) शामिल हैं। 2003-04 और 2005-06 के दौरान ऋण चुकौती भुगतान में क्रमशः आरआइबी और आइएमडी की चुकौती शामिल है।

4.मुद्रा संरचना

(i) भारत के बाह्य ऋण की मुद्रा संरचना सामान्यतः अमरीकी डालर, जापानी येन, यूरो, पाउंड स्टर्लिंग, विशेष आहरण अधिकार जैसी प्रमुख विदेशी मुद्राओं तथा देशी मुद्रा अर्थात भारतीय रुपए में व्यक्त की जाती है।

(ii) जून 2009 के अंत में अमरीकी डालर बाह्य ऋण की कुल मात्रा के 57.1 प्रतिशत हिस्से के साथ प्रमुख मुद्रा बना रहा, उसके बाद जापानी येन (14.2 प्रतिशत), भारतीय रुपया (13.2 प्रतिशत) तथा एसडीआर (9.2 प्रतिशत) का स्थान रहा (सारणी 5 तथा चार्ट 3)। यूरो का हिस्सा हाल के वर्षों में 4 प्रतिशत के आसपास रहा है।

सारणी 5 : बाह्य ऋण की मुद्रा संरचना

(कुल बाह्य ऋण में प्रतिशत हिस्सा)

 

मार्च के अंत में

मुद्रा

2004

2005

2006

2007

2008

2009 झ्

1

2

3

4

5

6

7

अमरीकी डालर

40.5

48.0

49.2

51.4

54.4

57.1

एसडीआर

15.5

14.2

13.7

11.9

10.0

9.2

भारतीय रुपया

22.7

19.6

18.9

18.6

17.5

13.2

जापानी येन

11.6

10.5

10.9

11.5

12.0

14.2

यूरो

5.8

4.6

4.4

3.9

3.6

4.1

पाउंड स्टर्लिंग

3.4

2.6

2.6

2.4

2.2

1.9

अन्य

0.5

0.5

0.3

0.3

0.3

0.3

कुल

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

100.0

अ : अनंतिम
स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।


5.बाह्य ऋण का लिखतवार वर्गीकरण

(i) मार्च 2009 के अंत में भारत के बाह्य ऋण का लिखतवार वर्गीकरण दर्शाता है कि ‘ऋण’ का हिस्सा मार्च 2008 के अंत के 49.5 प्रतिशत की तुलना में कुल बकाया ऋण का 51.8 प्रतिशत रहा (सारणी 6)।

(ii) मार्च 2009 के अंत में कुल गैर सरकारी ऋण में ‘मुद्रा और जमा राशियां’ तथा ‘व्यापार क्रेडिट’ समूह का हिस्सा मिलकर 50.6 प्रतिशत रहा जबकि मार्च 2008 के अंत में यह 52.6 प्रतिशत था।

सारणी 6 : बकाया बाह्य ऋण का लिखतवार वर्गीकरण

(मिलियन अमरीकी डालर)

क्र.सं.

उधारकर्ता

मार्च 2008
के अंत में

मार्च 2009
के अंत में

1

2

3

4

अ.

सरकार (1+2)

56,947

54,856

1.

अल्पावधि

615

939

 

(i) मुद्रा बाज़ार लिखतें

615

939

2.

दीर्घावधि ड(i)+(ii)+(iii)

56,332

53,917

 

(i) बांड और नोट

2,300

963

 

(ii) ऋण

52,740

51,680

 

(iii) व्यापार क्रेडिट

1,292

1,274

.

मौद्रिक प्राधिकारी

1,115

764

1.

अल्पावधि

1,115

764

 

(i) करेंसी और जमाराशियां

1,115

764

इ.

गैर सरकारी (1+2)

1,66,511

1,74,267

1.

अल्पावधि ड(i)+(ii)

45,269

47,670

 

(i) मुद्रा बाज़ार लिखतें

2,107

1,695

 

(ii) व्यापार क्रेडिट

43,162

45,975

2.

दीर्घावधि ड(i)+(ii)+(iii)+(iv)

1,21,242

1,26,597

 

(i) बांड और नोट

18,302

17,018

 

(ii) ऋण

58,484

67,310

 

(iii) करेंसी और जमाराशियां

43,672

41,554

 

(iv) व्यापार क्रेडिट

784

715

 

कुल बाह्य ऋण (अ+आ+इ)

2,24,573

2,29,887

स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।

6.अल्पावधि ऋण

(i) चलनिधि और पुनर्वित्तीयन जोखिमों को मापने हेतु अल्पावधि ऋण एक महत्त्वपूर्ण घटक हो गया है। हाल के वर्षों में , अल्पावधि बाह्य ऋण का कवरेज बढ़ाने के प्रयास किए गए हैं। अल्पावधि ऋण संबंधी आंकड़ों में अब 180 दिनों तक का और उससे अधिक का आपूर्तिकार का ऋण, सरकारी ऋण में विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश,खजाना बिलों में विदेशी केंद्रीय बैंकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा निवेश और केंद्रीय बैंक तथा वाणिज्यिक बैंकों की देयताएं शामिल हैं।

(ii) मूल परिपक्वता वाले अल्पावधि ऋण इस अवधि के दौरान बढ़े हैं जिसका मुख्य कारण बढ़ते आयातों के कारण व्यापार संबद्ध क्रेडिट में वृद्धि है। कुल अल्पावधि ऋणों में व्यापार संबद्ध क्रेडिट का हिस्सा मार्च 1991 के अंत के 56.2 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2009 के अंत में 93.1 प्रतिशत हो गया (सारणी 7)।

सारणी 7: मूल परिपक्वता द्वारा अल्पावधि ऋण

(मिलि.अम.डालर)

 

घटक

मार्च के अंत में

 

 

1991

2001

2005

2006

2007

2008

2009

 

1

2

3

4

5

6

7

8

अल्पावधि ऋण

8,544

3,628

17,723

19,539

28,130

46,999

49,373

 

क) अनिवासी भारतीय जमाराशियां (एक वर्ष तक की परिपक्वता वाली)@

3,577

957

0

0

0

0

0

   

167

0

0

0

0

0

0

 

ग) व्यापार से संबद्ध क्रेडिट #

4,800

2,671

16,271

19,399

25,979

43,162

45,975

 

6 माह से अधिक और एक वर्ष तक का

2,267

2,671

7,529

8,696

11,971

22,884

23,346

 

6 माह तक का

2,533

0

8,742

10,703

14,008

20,278

22,629

 

घ) सरकारी खजाना बिलों और अन्य लिखतों में विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा निवेश

0

0

1,452

140

397

651

2,065

 

ङ) बाह्य केंद्रीय बैंकों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं आदि द्वारा खजाना बिलों में किया गया निवेश

-

-

-

-

164

155

105

 

च) बाह्य ऋण की देयताएं:

-

-

-

-

1,590

3,031

1,228

 

(i)  केंद्रीय बैंक

-

-

-

-

501

1,115

764

 

(ii)  वाणिज्यिक बैंक

-

-

-

-

1,089

1,916

464

आयात (वर्ष के दौरान) *

27,915

57,912

1,18,908

1,57,056

1,90,670

2,57,789

2,94,587

आयातों को व्यापार क्रेडिट (%)

17.2

4.6

13.7

12.4

13.6

16.7

15.6

@ : एफसीएनआर (ए) के अंतर्गत एक वर्ष से कम की परिपक्वतावाली अल्पावधि जमाराशियां 15 मई 1993 से आहरित कर ली गई थीं। एफसीएनआर (बी) और एनआर (ई)आरए के अंतर्गत ऐसी जमाराशियां क्रमशः अक्तूबर 1999 और अप्रैल 2003 से आहरित कर ली गई थीं।
#:आपूर्तिकर्ता ऋण और ऋण पत्रों में निवेश के संबंध में 6 महीनों से कम के अल्पावधिक व्यापार क्रेडिट संबंधी आंकड़े मार्च 2005 से शामिल किए गए हैं।
*: भुगतान संतुलन आधार पर

7. अवशिष्ट परिपक्वता द्वारा बाह्य ऋण

(i) बाह्य ऋण सामान्यतया मूल परिपक्वता के अर्थ में समेकित किया जाता है। बाह्य ऋण, विशेष रूप से अवशिष्ट परिपक्वता के अर्थ में विदेशी मुद्रा चलनिधि प्रबंध की दृष्टि से अल्पावधि ऋण का विश्लेषण करना और निकट भविष्य में ऋण चुकौती भुगतानों की वजह से कुल कितनी विदेशी मुद्रा बाहर जाएगी इसका पता लगाना महत्त्वपूर्ण है।

(ii) ‘अवशिष्ट परिपक्वता द्वारा अल्पावधि ऋण’ मूल परिपक्वता के साथ अल्पावधि ऋण सहित एक वर्ष की संदर्भ अवधि के दौरान मूल परिपक्वता द्वारा मध्यावधि और दीर्घावधि ऋण के अंतर्गत देय चुकौतियों से बनता है। शेष राशि अवशिष्ट परिपक्वता द्वारा दीर्घावधि ऋण से बनती है। अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर मार्च 2009 के अंत में अल्पावधि ऋण का हिस्सा कुल बाह्य ऋण का 40.6 प्रतिशत था। मार्च 2009 के अंत में विदेशी मुद्रा प्रारक्षितों से अवशिष्ट परिपक्वता द्वारा अल्पावधि ऋण का अनुपात 37.0 प्रतिशत निकलता है (सारणी 8)।

सारणी 8 : मार्च 2009 के अंत में बाहृय ऋण बकायों की अवशिष्ट परिपक्वता

(मिलि.अम.डालर)

 

अल्पावधि

दीर्घावधि

कुल (2) से (5)

घटक

एक वर्ष तक

1 से 2 वर्ष

2 से 3 वर्ष

3 वर्ष से अधिक

1

2

3

4

5

6

1.राष्ट्रीय ऋण (दीर्घावधि)*

2,603

2,924

3,015

45,376

53,917

2.वाणिज्यिक उधार (व्यापार ऋण सहित)

9,189

10,839

14,521

50,494

85,043

3.अनिवासी भारतीय जमाराशियां ड(i)+(ii)+(iii)

 

 

 

 

 

एफसीएनआर (बी)
एनआर(ई)(आरए) एनआरओ

32,108

4,465

3,757

1,224

41,554

4. अल्पावधि ऋण (मूल परिपक्वता)

9,944

2,085

1,075

107

13,211

कुल योग (1 से 4)

18,649

2,015

2,041

865

23,570

ज्ञापन मदें

3,516

365

641

252

4,773

अल्पावधि ऋण (कुल ऋण के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता)

49,373

-

-

-

49,373

अल्पावधि ऋण (प्रारक्षितों के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता)

         

कुल (1से 4)

93,273

18,228

21,293

97,093

229,887

मेमो की मदें

 

 

 

 

 

अल्पावधि ऋण
(कुल ऋण के प्रतिशत के रूप में
अवशिष्ट परिपक्ता)

40.6

 

 

 

 

अल्पावधि ऋण
(प्रारक्षित निधियों के प्रतिशत
के रूप में अवशिष्ट परिपक्ता)

37.0

 

 

 

 

*इसमें 939 मिलि.अम. डालर के राष्ट्रीय ऋण का अल्पावधि घटक भी शामिल है।
टिप्पणी : अनिवासी भारतीय जमाराशियों की अवशिष्ट परिपक्वता का अनुमान 31मार्च 2009 की स्थिति के अनुसार बकाया अनिवासी
भारतीय जमाराशियों के संबंध में रिज़र्व बैंक द्वारा किए गए सर्वेक्षण के आधार पर लगाया गया है।
स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक

8. सरकारी और गैर सरकारी बाह्य ऋण

(i) मार्च 2009 के अंत की स्थिति के अनुसार सरकारी (राष्ट्रीय) बाह्य ऋण 54.9 बिलि.अम.डालर रहा तथा गैर सरकारी बाह्य ऋण 175.0 बिलि.अम.डालर रहा।

(ii) कुल बाह्य ऋण में गैर सरकारी ऋण का हिस्सा मार्च 2003 से स्थिर रूप से बढ़ता रहा है। यह प्रवृत्ति 2008-09 के दौरान भी जारी रही क्योंकि कुल ऋण में गैर सरकारी ऋण का हिस्सा और बढ़कर मार्च 2009 की स्थिति के अनुसार 76.1 प्रतिशत हो गया जबकि मार्च 2008 के अंत में यह 74.6 प्रतिशत था (सारणी 9 और चार्ट 4)।

सारणी 9 : सरकारी और गैर सरकारी बाह्य ऋण

(मिलि.अम.डालर)

क्रमांक

घटक

मार्च के अंत में

2003

2004

2005

2006

2007

2008

2009

1

2

3

4

5

6

7

8

9

A.

राष्ट्रीय ऋण (I+II)

43,612

44,674

46,668

45,346

48,330

56,947

54,856

 

(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में)

8.4

7.2

6.5

5.6

5.1

4.8

5.3

I.

बाह्य सहायता के अंतर्गत सरकारी लेखा संबंधी बाह्य ऋण

41,216

41,142

43,686

43,510

46,155

52,538

51,816

II.

अन्य सरकारी बाह्य ऋण

2,396

3,532

2,982

1,768

2,175

4,409

 3,040

B.

गैर सरकारी ऋण

61,302

66,971

86,305

92,787

1,23,001

1,67,626

1,75,031

 

(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में)

11.9

10.6

12.0

11.5

13.0

14.2

16.8

C.

कुल बाह्य ऋण (अ+आ)

1,04,914

1,11,645

1,32,973

1,38,133

1,71,331

2,24,573

2,29,887

 

(जीडीपी के प्रतिशत के रूप में)

20.3

17.8

18.5

17.2

18.1

19.0

22.0

टिप्पणी : अन्य सरकारी बाह्य ऋण में रक्षा ऋण, विदेशी संस्थागत निवेशकों, विदेशी केंद्रीय बैंकों और अंतर राष्ट्रीय संस्थाओं  द्वारा खजाना बिलों/सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश शामिल हैं।
स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक


9. ऋण चुकौती संबंधी भुगतान

(i) भारत का ऋण चुकौती संबंधी भुगतान 2007-08 (अप्रैल-मार्च) के 14.9 बिलि.अम.डालर की तुलना में 2008-09 (अप्रैल-मार्च) के दौरान 15.4 बिलि.अम.डालर रहा (सारणी 10)।

(ii) भारत का ऋण चुकौती अनुपात1 ऋण चुकौती भुगतानों में नरमी तथा बाह्य चालू प्राप्तियों में वृद्धि के मिले-जुले प्रभाव के कारण वर्षों के दौरान क्रमिक रूप से सुधरा है। ऋण चुकौती अनुपात 1990-91 के 35.3 प्रतिशत के शिखर से गिरकर 2004-05 में 5.9 प्रतिशत पर पहुंच गया था लेकिन इंडिया मिलेनियम डिपॉजिट से संबंधित चुकौतियों के कारण 2005-06 के दौरान बढ़कर 10.1 प्रतिशत हो गया था। 2008-09 के दौरान ऋण चुकौती अनुपात गिरकर 4.6 प्रतिशत पर आ गया।

(iii) बाह्य वाणिज्यिक उधारों (मूल धन और ब्याज भुगतानों सहित) की चुकौती 2008-09 के दौरान कुल ऋण चुकौती का 67.4 प्रतिशत रही।

सारणी 10: भारत का बाह्य ऋण चुकौती भुगतान

(मिलि.अम.डालर)

क्रम
सं.

मद

1990-91

2000-01

2003-04

2004-05

2005-06

2006-07

2007-08

2008-09

1

2

3

4

5

6

7

8

9

10

1

बाह्य सहायता

2,315

3,444

6,983

2,855

2,652

2,942

3,241

3,381

 

चुकौती

1,187

2,338

6,193

2,129

1,945

1,960

2,099

2,372

 

ब्याज

1,128

1,106

790

726

707

982

1,142

1,009

2

बाह्य वाणिज्यिक उधार

3,414

7,073

10,164

4,530

14,839

6,331

9,771

10,401

 

चुकौती

2,004

5,378

8,045

3,571

11,824

3,814

6,119

6,439

 

ब्याज

1,410

1,695

2,119

959

3,015

2,517

3,652

3,962

3

आइएमएफ

778

26

0

0

0

0

0

0

 

चुकौती

644

26

0

0

0

0

0

0

 

ब्याज

134

0

0

0

0

0

0

0

4

अनिवासी भारतीय जमाराशियां
ब्याज

1,282

1,661

1,642

1,353

1,497

1,969

1,813

1,547

5

रुपया ऋण चुकौतियां

1,193

617

376

417

572

162

121

101

6

कुल ऋण चुकौती (1 से 5)

8,982

12,821

19,165

9,155

19,560

11,404

14,946

15,430

 

चुकौती

5,028

8,359

14,614

6,117

14,341

5,936

8,339

8,912

 

ब्याज

3,954

4,462

4,551

3,038

5,219

5,468

6,607

6,518

7

चालू प्राप्तियां#

25,479

77,467

1,19,239

1,54,123

1,94,170

2,42,811

3,14,014

3,37,095

 

ऋण चुकौती अनुपात (6/7) (%)

35.3

16.6

16.1

5.9

10.1

4.7

4.8

4.6

#: चालू प्राप्तियों से सरकारी अंतरण घटाकर
स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक

(iv) मार्च 2009 के अंत में बाह्य वाणिज्यिक उधारों (ईसीबी) और विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांडों (एफसीसीबी) के लिए अनुमानित  ऋण चुकौती भुगतानों ने दर्शाया कि 2011-12 और 2012-13 के बीच मूल धन की चुकौतियां ऊंची रहेंगी (सारणी 11)। ऊंची लागत वाले ऋणों के समेकन और चालू उधारों पर कम ब्याज दरों के बावजूद ऊंचे संवितरणों के कारण इन वर्षों के दौरान ब्याज भुगतान भी बढ़ेंगे। नए उधारों से उभरनेवाले भावी ऋण चुकौती दायित्व अनुमानों में शामिल नहीं हैं।

सारणी 11:ईसीबी और एफसीसीबी के लिए अनुमानित ऋण चुकौती भुगतान

(मिलि.अम.डालर)

वर्ष

मूल राशि

ब्याज

कुल

1

2

3

4

2009-10

8,633

2,057

10,690

2010-11

10,239

1,996

12,235

2011-12

13,877

2,367

16,244

2012-13

15,823

2,141

17,964

2013-14

10,256

961

11,217

2014-15

5,608

627

6,235

2015-16

3,786

465

4,251

2016-17

3,602

331

3,933

2017-18

2,285

212

2,497

2018-19

1,655

135

1,790

टिप्पणी : ऋण चुकौती के अनुमान मार्च 2009 के अंत की बकाया ऋण की स्थिति पर आधारित हैं। अनुमानों में एनआरआइ जमाराशि और सरकारी ऋण प्रतिभूतियों में किए गए एफआइआइ निवेश शामिल नहीं हैं।

10. भारतीय बाह्य ऋण की निर्वहनीयता

(i) बाह्य ऋण की निर्वहनीयता का मूल्यांकन सामान्यतः जीडीपी के प्रति ऋण अनुपात, ऋण चुकौती अनुपात, कुल ऋण में अल्पावधि ऋण और विदेशी मुद्रा भंडार के प्रति कुल ऋण जैसे कुछ मुख्य अनुपातों की प्रवृत्ति के आधार पर किया जाता है।बाह्य ऋण निर्वहनीयता के विभिन्न संकेतकों में स्पष्ट रूप से दिखे सुधार के अनुसार भारत ने अपने बाह्य ऋण का प्रबंधन सफलतापूर्वक किया है (सारणी 12)।

(ii) जीडीपी के प्रति बाह्य ऋण अनुपात मार्च 2008 के अंत के 19.0 प्रतिशत से बढकर मार्च 2009 के अंत में 22.0 प्रतिशत हो गया।

(iii) ऋण चुकौती अनुपात पिछले तीन वर्षों से लगातार कम होकर मार्च 2009 के अंत में 4.6 प्रतिशत रह गया।

(iv) भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने मार्च 2009 के अंत में बाह्य ऋण स्टॉक के प्रति 109.6 प्रतिशत का कवर उपलब्ध कराया जबकि मार्च 2008 के अंत में यह 137.9 प्रतिशत था जो 2008-09 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्शाता है (चार्ट 5)।

(v) कुल बाह्य ऋण में रियायती ऋण का हिस्सा मार्च 2008 के 19.7 प्रतिशत से कम होकर मार्च 2009 के अंत में 18.2 प्रतिशत रह गया जो भारत के बाह्य ऋण स्टॉक में गैर रियायती निजी ऋण में निरंतर वृद्धि दर्शाता है।

(vi) विदेशी मुद्रा भंडार के प्रति अल्पावधि ऋण अनुपात मार्च 2009 के अंत में 19.6 प्रतिशत पर अधिक था जो कि पिछले वर्ष 15.2 प्रतिशत था।

(vii) कुल ऋण के प्रति अल्पावधि ऋण अनुपात मार्च 2008 के अंत के 20.9 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2009 के अंत में 21.5 प्रतिशत हो गया।

सारणी 12 : भारतीय बाह्य ऋण के मुख्य संकेतक

वर्ष

बाह्य ऋण (बिलि.
अम.डा.)

जीडीपी के प्रति बाह्य ऋण का अनुपात (प्रतिशत)

ऋण चुकौती अनुपात (प्रतिशत)

कुल ऋण के प्रति विदेशी मुद्रा भंडार का अनुपात
(प्रतिशत)

कुल ऋण के प्रति रियायती ऋण का अनुपात
(प्रतिशत)

विदेशी मुद्रा भंडार के प्रति अल्पावधि ऋण का अनुपात
(प्रतिशत)

कुल ऋण के प्रति अल्पावधि ऋण का अनुपात
(प्रतिशत)

1

2

3

4

5

6

7

8

1990-91

83.8

28.7

35.3

7.0

45.9

146.5

10.2

1995-96

93.7

27.0

26.2

23.1

44.7

23.2

5.4

2000-01

101.3

22.5

16.6

41.7

35.4

8.6

3.6

2001-02

98.8

21.1

13.7

54.7

35.9

5.1

2.8

2002-03

104.9

20.3

16.0*

72.5

36.8

6.1

4.5

2003-04

111.6

17.8

16.1**

101.2

36.1

3.9

4.0

2004-05

133.0

18.5

5.9^

106.4

30.9

12.5

13.3

2005-06

138.1

17.2

10.1#

109.8

28.6

12.9

14.1

2006-07

171.3

18.1

4.7

116.2

23.1

14.1

16.4

2007-08

224.6

19.0

4.8

137.9

19.7

15.2

20.9

2008-09झ्

229.9

22.0

4.6

109.6

18.2

19.6

21.5

अ : अनंतिम
* यह 12.4 प्रतिशत है जो 3,430 मिलि.अम.डालर के बाह्य ऋण की पूर्व चुकौती छोड़कर है।
** यह 8.2 प्रतिशत है जो 3,797 मिलि.अम.डालर के बाह्य ऋण की पूर्व चुकौती और 5,549 मिलि.अम.डालर के रिसर्जंट इंडिया बांड का शोधन छोड़कर है।
^ यह 5.7 प्रतिशत है जो 381 मिलि.अम.डालर के बाह्य ऋण की पूर्व चुकौती छोड़कर है।
# यह 6.3 प्रतिशत है जो 23.5 मिलि.अम.डालर के बाह्य ऋण की पूर्व चुकौती और 7.1 बिलि.अम.डालर के इंडिया मिलेनियम डिपॉजिट की पूर्व चुकौती छोड़कर है।
स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक।


11. देशवार तुलना

(i) ग्लोबल डेवलपमेंट फाइनान्स ऑनलाइन डाटाबेस, विश्व बैंक पर उपलब्ध अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, सर्वाधिक ऋणग्रस्त बीस देशों के बाह्य ऋण की अंतरराष्ट्रीय तुलना यह दर्शाती है कि भारत सर्वाधिक ऋणग्रस्त देशों में 1990 में तीसरे स्थान पर था जबकि 2007 में पांचवे स्थान पर था (सारणी 13)।

(ii) भारत के बाह्य ऋण संविभाग में रियायती घटक इंडोनेशिया और फिलीपींस के बाद तीसरे स्थान पर सर्वाधिक था।

(iii) भारत का ऋण चुकौती अनुपात तीसरा न्यूनतम था जहां न्यूनतम ऋण चुकौती अनुपात में चीन और मलेशीया क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर थे।

(iv) सकल राष्ट्रीय आय (जीएनआइ) के प्रति बाह्य ऋण अनुपात के संदर्भ में न्यूनतम के अनुसार भारत का स्थान छठा था और चीन का जीएनपी के प्रति बाह्य ऋण अनुपात न्यूनतम था।

(v) कुल बाह्य ऋण के प्रति अल्पावधि ऋण के संदर्भ में भारत की स्थिति न्यूनतम में आठवीं थी जहां कुल बाह्य ऋण के प्रति अल्पावधि ऋण में न्यूनतम अनुपात मेक्सिको का था।

(vi) कुल ऋण के प्रति मुद्रा भंडार के संदर्भ में भारत का स्थान चौथा था जहां चीन, मलेशिया और थाइलैंड का स्थान भारत से ऊपर था।

सारणी 13 : सर्वाधिक ऋणग्रस्त बीस देशों की अंतरराष्ट्रीय तुलना, 2007

 

कुल बाह्य ऋण स्टॉक
(मिलि. अम. डालर)

रियायती ऋण/कुल ऋण(ईडीटी) (प्रतिशत)

ऋण चुकौती अनुपात
(प्रतिशत)

जीएनआइ के प्रति बाह्य ऋण (प्रतिशत)

अल्पावधि ऋण /कुल ऋण (ईडीटी) (प्रतिशत)

कुल ऋण के प्रति विदेशी मुद्रा भंडार
(प्रतिशत)

1

2

3

4

5

6

7

चीन

373.6

10.1

2.2

11.6

54.5

413.9

रशियन संघ

370.2

0.4

9.1

29.4

21.4

129.1

तुर्की

251.5

2.1

32.1

38.8

16.6

30.4

ब्राजील

237.5

1.0

27.8

18.7

16.5

75.9

भारत

224.6

19.7

4.8

19.0

20.9

137.9

पोलैंड

195.4

0.4

25.6

47.7

30.9

33.6

मेक्सिको

178.1

0.6

12.5

17.7

5.1

49.0

इंडोनेशिया

140.8

26.2

10.5

33.9

24.8

40.4

अर्जेंटिना

127.8

1.3

13.0

49.7

29.8

36.1

कजाकिस्तान

96.1

1.0

49.6

103.7

12.2

18.4

रोमानिया

85.4

1.6

19.1

51.5

35.7

46.8

उक्रैन

73.6

2.2

16.9

52.9

31.1

44.1

फिलीपीन्स

65.8

20.0

13.7

41.9

10.8

51.2

थाइलैंड

63.1

9.6

8.1

26.5

34.3

138.7

चिली

58.6

0.4

14.2

40.3

22.7

28.7

मलेशिया

53.7

6.1

4.6

29.4

28.4

189.9

क्रोएशिया

48.6

2.1

33.0

97.7

10.5

28.1

कोलंबिया

45.0

2.1

22.0

22.5

11.9

46.6

दक्षिण अफ्रीका

43.4

0.0

5.9

15.8

38.2

75.9

वेनेजुएला,आर बी

43.1

0.5

7.4

18.7

27.1

78.2

स्रोत : राष्ट्रीय प्राधिकारी द्वारा भारत के लिए प्रकाशित 2007-08 के आंकड़े और अन्य देशों के लिए दिसंबर 2007 के अंत के आंकड़े जोकि विश्व बैंक के ग्लोबल डेवलपमेंट फाइनान्स ऑनलाइन डाटाबेस पर उपलब्ध हैं।

(vii) विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा संयुक्त रूप से विकसित तिमाही बाह्य ऋण डाटाबेस उन देशों के बाह्य ऋण के विस्तृत आंकड़े प्रकाशित करता है जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के विशेष आंकड़ा प्रसार मानक /सामान्य आंकड़ा प्रसार प्रणाली के लिए अभिदान करते हैं। कैलेंडर वर्ष 2008 की तीसरी और चौथी तिमाहियों के लिए रिपोर्टिंग देशों के संबंध में स्थिति अनुबंध I में दी गई है जोकि विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित की गई है (http://go.worldbank.org/6V 603CE490)

अनुबंध I : तिमाही बाह्य ऋण के रिपोर्टिंग देशों की सितंबर के
अंत और दिसंबर 2008 के अंत की सकल बाह्य ऋण स्थिति

(मिलि.अम.डालर)

क्रमांक

देश

2008  ति.3

2008 ति.4

अल्पावधि

दीर्घावधि

कुल

अल्पावधि

दीर्घावधि

कुल

1

2

3

4

5

6

7

8

1

अर्जेंटिना

53,660

75,277

1,28,937

56,253

71,859

1,28,112

2

आर्मेनिया

429

2,748

3,177

465

2,962

3,427

3

ऑस्ट्रेलिया

2,73,741

5,65,950

8,39,691

2,28,190

5,35,482

7,63,671

4

ऑस्ट्रिया

3,03,048

5,61,405

8,64,453

2,65,533

5,61,961

8,27,494

5

बेलारूस

8,755

5,802

14,557

7,253

7,565

14,818

6

बेल्जियम

12,02,725

4,20,123

16,22,848

9,64,129

3,82,388

13,46,517

7

बोलिविया

317

5,484

5,801

267

5,656

5,923

8

ब्राजील

47,507

2,25,459

2,72,966

36,466

2,26,466

2,62,931

9

बुल्गेरिया

18,913

32,909

51,822

18,493

32,624

51,117

10

कॅनडा

2,99,552

5,10,854

8,10,406

3,01,712

4,49,599

7,51,311

11

चिली

18,616

50,426

69,042

14,251

50,517

64,768

12

कोलंबिया

5,616

39,793

45,409

5,684

40,708

46,392

13

कोस्टा रिका

3,509

5,297

8,805

3,864

5,218

9,082

14

क्रोएशिया

4,123

47,721

51,843

6,620

47,830

54,450

15

झेक रिपब्लिक

28,553

61,187

89,740

25,941

54,487

80,428

16

डेन्मार्क

2,88,064

3,00,587

5,88,651

2,99,226

2,84,127

5,83,353

17

इक्वेडोर

0

0

0

0

0

0

18

इजिप्त

2,651

29,831

32,481

2,842

29,281

32,123

19

अल् साल्वाडोर

1,497

8,873

10,369

1,542

9,149

10,691

20

इस्टोनिया

9,982

17,077

27,059

10,623

16,778

27,401

21

फिनलैंड

1,17,488

2,26,735

3,44,223

1,09,624

2,18,935

3,28,559

22

फ्रांस

22,47,510

28,90,585

51,38,095

21,38,532

28,63,164

50,01,696

23

जॉर्जिया

1,062

6,081

7,143

972

6,330

7,302

24

जर्मनी

19,78,058

34,50,105

54,28,163

17,23,723

35,26,777

52,50,499

25

ग्रीस

1,29,621

3,70,543

5,00,164

1,56,216

3,48,397

5,04,612

26

हांगकांग,चीन

5,10,248

1,67,531

6,77,779

4,83,877

1,76,053

6,59,931

27

हंगरी

26,422

1,83,990

2,10,412

26,111

1,83,523

2,09,634

28

भारत

50,675

1,72,856

2,23,531

46,625

1,82,646

2,29,271

29

इंडोनेशिया

20,264

1,31,475

1,51,739

20,488

1,34,578

1,55,067

30

आयरलैंड

10,81,982

13,08,683

23,90,665

11,10,636

12,01,087

23,11,724

31

इजराइल

35,512

53,423

88,935

32,956

52,312

85,268

32

इटली

9,44,407

16,07,011

25,51,418

8,09,594

15,49,516

23,59,110

33

जापान

12,51,745

8,02,838

20,54,583

14,66,347

8,78,336

23,44,683

34

कजाकिस्तान

10,946

95,117

1,06,064

10,174

97,639

1,07,813

35

कोरिया

1,89,598

2,35,918

4,25,516

1,51,056

2,29,439

3,80,495

36

किर्गिज रिपब्लिक

292

3,060

3,352

385

3,082

3,467

37

लाटविया

15,014

27,452

42,466

14,091

27,963

42,054

38

लिथुआनिया

9,066

24,426

33,492

8,169

24,299

32,469

39

मलेशिया

38,796

43,355

82,151

30,892

44,399

75,292

40

मेक्सिको

28,679

1,83,493

2,12,172

24,218

1,76,175

2,00,393

41

माल्दोवा

1,299

2,596

3,895

1,429

2,696

4,125

42

नीदरलैंड

12,57,438

14,31,377

26,88,815

10,68,222

13,71,643

24,39,864

43

नार्वे

3,02,466

2,56,742

5,59,208

2,74,891

2,76,705

5,51,596

44

पराग्वे

710

2,653

3,363

735

2,772

3,507

45

पेरू

8,934

26,931

35,865

6,148

28,440

34,587

46

पोलैंड

62,275

2,03,832

2,66,107

50,809

1,91,248

2,42,057

47

पोर्तुगाल

1,95,715

3,08,391

5,04,106

1,80,351

3,04,359

4,84,710

48

रशियन संघ

1,15,759

4,26,322

5,42,082

79,779

4,04,948

4,84,726

49

स्लोवाक रिपब्लिक

20,255

32,791

53,045

20,102

32,424

52,527

50

स्लोवेनिया

17,842

39,257

57,100

16,170

38,240

54,409

51

दक्षिण अफ्रीका

27,978

49,547

77,525

25,462

46,349

71,811

52

स्पेन

7,12,137

16,93,443

24,05,580

6,91,557

16,22,086

23,13,643

53

स्वीडन

0

0

0

0

0

0

54

स्विटजरलैंड

9,99,466

4,31,423

14,30,890

9,12,796

3,92,161

13,04,956

55

थाइलैंड

21,201

44,023

65,224

20,317

44,529

64,846

56

ट्यूनिशिया

4,602

16,010

20,612

4,330

16,442

20,773

57

तुर्की

57,804

2,32,911

2,90,715

50,714

2,26,120

2,76,834

58

युक्रेन

29,345

75,494

1,04,839

21,983

81,253

1,03,236

59

यू.के.

80,71,790

26,77,095

1,07,48,884

69,80,002

24,08,010

93,88,012

60

अमरीका

53,47,436

82,80,023

1,36,27,459

54,14,396

82,27,411

1,36,41,807

61

उरुग्वे

351

10,863

11,214

115

10,626

10,742


अजीत प्रसाद
प्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2009-2010/2117


1ऋण चुकौती अनुपात चालू प्राप्तियों के अनुपात के रूप में ऋण पर मूल धन और ब्याज की कुल चुकौती के रूप में परिभाषित किया जाता है ।

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