29 जून 2012 मार्च 2012 के अंत में भारत का बाह्य ऋण वर्तमान प्रथा के अनुसार मार्च तथा जून को समाप्त तिमाहियों के भारत के बाह्य ऋण के आंकड़े रिज़र्व बैंक द्वारा और सितंबर और दिसंबर को समाप्त तिमाहियों के आंकड़े वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। बाह्य ऋण संबंधी आंकड़े एक तिमाही के अंतर में जारी किए जाते हैं। मानक प्रारूप में रुपये तथा अमरीकी डॉलर में तैयार किए गए मार्च 2012 के अंत के बाह्य ऋण के आंकड़े तथा पिछली तिमाहियों के संशोधित आंकड़े विवरण 1 और 2 में दिए गए हैं। भारत के बाह्य ऋण की मार्च 2012 के अंत की प्रमुख गतिविधियां नीचे दी गई हैं। मुख्य-मुख्य बातें चालू खाते के घाटे में वृद्धि होने एवं वैश्विक आर्थिक परिदृश्य तथा इक्विटी प्रवाहों की संभावना में जारी अनिश्चितता के चलते 2011-12 के दौरान ऋण प्रवाह पर निर्भरता काफी बढ़ गई है। इसके परिणामस्वरूप, 2011-12 के दौरान बाह्य ऋण की मात्रा में वृद्धि हुई तथा ऋण-जीडीपी अनुपात और ऋण चुकौती अनुपात जैसे संवेदनशीलता संकेतकों में वर्ष के दौरान गिरावट देखी गई। -
मार्च 2012 के अंत में भारत का बाह्य ऋण मार्च 2011 के अंत के स्तर से 39.9 बिलियन अमरीकी डॉलर अथवा 13.0 प्रतिशत बढ़कर 345.8 बिलियन अमरीकी डॉलर (जीडीपी का 20.0 प्रतिशत) हो गया जो वाणिज्यिक उधार, अल्पावधि व्यापार कर्ज तथा रुपये में मूल्यवर्गित अनिवासी भारतीय जमाराशियों में उल्लेखनीय वृद्धि होने के कारण था। -
बाह्य ऋण की मात्रा, अमरीकी डॉलर के मूल्य में मुख्य रूप से भारतीय रुपये की तुलना में हुई वृद्धि के कारण हुए मूल्यन प्रभाव को घटाकर, में मार्च 2011 के अंत की तुलना में 51.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई । -
मार्च 2012 के अंत में बाह्य ऋण में वाणिज्यिक उधारियों का हिस्सा सबसे अधिक अर्थात् 30.2 प्रतिशत था जिसके बाद अल्पावधि ऋण(22.6 प्रतिशत), एनआरआई जमाराशि(16.9 प्रतिशत) तथा बहुपक्षीय ऋण (14.6 प्रतिशत) का क्रम था। -
अल्पावधि व्यापार कर्ज, खजाना बिलों में एफआईआई के निवेश तथा वाणिज्य बैंकों की उधारियों में वृद्धि होने के कारण अल्पावधि ऋण में 13.2 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई । -
2011-12 के दौरान ऋण चुकौती अनुपात बढ़कर 5.6 प्रतिशत हो गया जबकि 2010-11 में यह 4.2 प्रतिशत था। -
मार्च 2012 के अंत में अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर कुल बाह्य ऋण में अल्पावधि ऋण का हिस्सा 42.6 प्रतिशत था जबकि मूल परिपक्वता के अनुसार कुल बाह्य ऋण में अल्पावधि ऋण का हिस्सा 22.6 प्रतिशत था। -
मार्च 2012 के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार की तुलना में अल्पावधि ऋण का अनुपात मार्च 2011 के अंत के 42.2 प्रतिशत की तुलना में अधिक अर्थात् 50.1 प्रतिशत था। -
मार्च 2012 के अंत में कुल बाह्य ऋण में अमरीकी डॉलर में मूल्यवर्गित ऋण का हिस्सा 55.0 प्रतिशत था जिसके बाद भारतीय रुपये (21.4 प्रतिशत) तथा जापानी येन (9.1 प्रतिशत) का क्रम था। -
मार्च 2012 के अंत में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने बाह्य ऋण के 85.1 प्रतिशत का कवर मुहैया कराया जबकि मार्च 2011 के अंत में यह कवर 99.6 प्रतिशत का था। 1. मार्च 2012 के अंत में भारत का बाह्य ऋण -
मार्च 2012 के अंत में भारत का बाह्य ऋण मार्च 2011 के अंत के स्तर से 39.9 बिलियन अमरीकी डॉलर अथवा 13.0 प्रतिशत बढ़कर 345.8 बिलियन अमरीकी डॉलर (जीडीपी का 20.0 प्रतिशत) हो गया जो वाणिज्यिक उधार, अल्पावधि व्यापार कर्ज तथा रुपये में मूल्यवर्गित अनिवासी भारतीय जमाराशियों में उल्लेखनीय वृद्धि होने के कारण था। भारी मात्रा में लिए गए उधार, विशेष रूप से अल्पावधि प्रकृति के उधार वित्तीय जरूरतों के बढ़ने एवं यूरो क्षेत्र की स्थितियां अनिश्चितता के दौर से गुजरने के चलते वैश्विक वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता में वृद्धि होने को दर्शाता है। -
मार्च 2012 के अंत में दीर्घावधि ऋण की मात्रा 267.6 बिलियन अमरीकी डॉलर तथा अल्पावधि ऋण की मात्रा 78.2 बिलियन अमरीकी डॉलर थी जोकि कुल बाह्य ऋण का क्रमश: 77.4 प्रतिशत तथा 22.6 प्रतिशत है। -
मार्च 2012 के अंत में बाह्य ऋण में वाणिज्यिक उधारियों का हिस्सा सबसे अधिक अर्थात् 30.2 प्रतिशत था जिसके बाद अल्पावधि ऋण (22.6 प्रतिशत), एनआरआई जमाराशि (16.9 प्रतिशत) तथा बहुपक्षीय ऋण (14.6 प्रतिशत) का क्रम था (सारणी 1)। सारणी 1: घटक-वार बाह्य ऋण | (मिलियन अमरीकी डॉलर) | मद | मार्च को समाप्त | | 1991 | 2005 | 2006 | 2007 | 2008 | 2009 आं.सं. | 2010 आं.सं. | 2011 आं.सं. | 2012 अ. | 1 | 2 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 1. बहुपक्षीय | 20,900 | 31,744 | 32,620 | 35,337 | 39,490 | 39,538 | 42,857 | 48,474 | 50,453 | | (24.9) | (23.7) | (23.4) | (20.5) | (17.6) | (17.6) | (16.4) | (15.8) | (14.6) | 2. द्विपक्षीय | 14,168 | 17,034 | 15,761 | 16,065 | 19,708 | 20,610 | 22,593 | 25,698 | 26,757 | | (16.9) | (12.7) | (11.3) | (9.3 | (8.8) | (9.2) | (8.7) | (8.4) | (7.7) | 3. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष | 2,623 | 1,029 | 981 | 1,029 | 1,120 | 1,018 | 6,041 | 6,308 | 6,163 | | (3.1) | (0.8) | (0.7) | (0.6) | (0.5) | (0.5) | (2.3) | (2.1) | (1.8) | 4. व्यापार कर्ज | 4,301 | 5,022 | 5,420 | 7,165 | 10,328 | 14,481 | 16,841 | 18,613 | 19,908 | | (5.1) | (3.7) | (3.9) | (4.2) | (4.6) | (6.5) | (6.5) | (6.1) | (5.8) | 5. बाह्य वाणिज्यिक उधार | 10,209 | 26,405 | 26,452 | 41,443 | 62,334 | 62,461 | 70,726 | 88,565 | 1,04,397 | | (12.2) | (19.7) | (19.0) | (24.0) | (27.8) | (27.8) | (27.1) | (28.9) | (30.2) | 6. एनआरआई जमाराशियां | 10,209 | 32,743 | 36,282 | 41,240 | 43,672 | 41,554 | 47,890 | 51,682 | 58,608 | | (12.2) | (24.4) | (26.1) | (23.9) | (19.5) | (18.5) | (18.4) | (16.9) | (16.9) | 7. रुपया ऋण | 12,847 | 2,302 | 2,059 | 1,951 | 2,017 | 1,523 | 1,658 | 1,601 | 1354 | | (15.3) | (1.7) | (1.5) | (1.1) | (0.9) | (0.7) | (0.6) | (0.5) | (0.4) | 8.दीर्घावधि ऋण (1 से 7) | 75,257 | 116,279 | 119,575 | 144,230 | 178,669 | 181,185 | 208,606 | 240,941 | 267,640 | | (89.8) | (86.8) | (86.0) | (83.7) | (79.6) | (80.7) | (79.9) | (78.8) | (77.4) | 9. अल्पावधि ऋण | 8,544 | 17,723 | 19,539 | 28,130 | 45,738 | 43,313 | 52,329 | 64,990 | 78,179 | | (10.2) | (13.2) | (14.0) | (16.3) | (20.4) | (19.3) | (20.0) | (21.2) | (22.6) | कुल (8+9) | 83,801 | 134,002 | 139,114 | 172,360 | 224,407 | 224,498 | 260,935 | 305,931 | 345,819 | | (100) | (100) | (100) | (100) | (100) | (100) | (100) | (100) | (100) | अ: अनंतिम आंसं: आंशिक रूप से संशोधित एनआरआई : अनिवासी भारतीय टिप्प्णी: कोष्ठकों के आंकड़े कुल बाह्य ऋण के प्रतिशत हैं। स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक। | 2. मूल्यन में परिवर्तन -
2011-12 के दौरान मूल्यन प्रभाव के कारण भारत के बाह्य ऋण में 11.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट आई जो विशेष रूप से भारतीय रुपये की तुलना में अमरीकी डॉलर के मूल्य में वृद्धि होने को दर्शाती है। इस प्रकार, मूल्यन प्रभाव को छोड़ दिया जाए तो मार्च 2012 के अंत में मार्च 2011 की तुलना में बाह्य ऋण की मात्रा में 51.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई होती। 3. बाह्य ऋण के घटक -
वर्ष के दौरान बाह्य ऋण के लगभग सभी घटकों में वृद्धि हुई। 2011-12 के दौरान बाह्य सहायता के अंतर्गत ऋण (बहुपक्षीय तथा द्विपक्षीय ऋण) में लगभग 3.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई जबकि पिछले वर्ष 8.7 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (सारणी 2)। -
मार्च 2012 के अंत में व्यापार कर्ज (दीर्घावधि तथा अल्पावधि दोनों) में मार्च 2011 के अंत के 12.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 8.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई। -
मार्च 2012 के अंत में वाणिज्यिक उधारियों में 15.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई जबकि मार्च 2011 के अंत में पिछले वर्ष की तदनुरूप अवधि की तुलना में 17.8 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई थी। -
मार्च 2012 के अंत में अल्पावधि ऋण मार्च 2011 के अंत के 65.0 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 13.2 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 78.2 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया जो अल्पावधि व्यापार कर्ज, एफआईआई द्वारा खजाना बिलों में निवेश एवं वाणिज्य बैंकों की उधारियों में वृद्धि होने की वजह से था। -
मार्च 2012 के अंत में एनआरआई जमाराशियां मार्च 2011 के अंत के स्तर से 6.9 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 58.6 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गयीं जो मुख्यत: दिसंबर 2011 में एनआरआई जमाराशियों की ब्याज दरों पर नियंत्रण समाप्त किये जाने के कारण रुपये में मूल्यवर्गित एनआरआई जमाराशियों में हुई वृद्धि को दर्शाता है। सारणी 2: बाह्य ऋण - बकाया और अंतर | (मिलियन अमरीकी डॉलर) | ज्ञापन मदें | बकाया | पूर्ण घट-बढ़ | प्रतिशत में घट-बढ़ | मार्च -2010 आं.सं. | मार्च -2011 आं.सं. | मार्च - 2012 अ. | मार्च -10 से मार्च -11 | मार्च -11 से मार्च -12 | मार्च -10 से मार्च -11 | मार्च -11 से मार्च -12 | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 1. बहुपक्षीय | 42,857 | 48,474 | 50,453 | 5,617 | 1,979 | 13.1 | 4.1 | 2. द्विपक्षीय | 22,593 | 25,698 | 26,757 | 3,105 | 1,059 | 13.7 | 4.1 | 3. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष | 6,041 | 6,308 | 6,163 | 267 | -145 | 4.4 | -2.3 | 4. व्यापार कर्ज | 16,841 | 18,613 | 19,908 | 1,772 | 1,295 | 10.5 | 7.0 | 5. वाणिज्यिक उधार | 70,726 | 88,565 | 104,397 | 17,839 | 15,832 | 25.2 | 17.9 | 6. एनआरआई जमाराशियां | 47,890 | 51,682 | 58,608 | 3,792 | 6,926 | 7.9 | 13.4 | 7. रुपया ऋण | 1,658 | 1,601 | 1,354 | -57 | -247 | -3.4 | -15.4 | 8. अल्पावधि ऋण | 52,329 | 64,990 | 78,179 | 12,661 | 13,189 | 24.2 | 20.3 | जिसमें से | | | | | | | | अल्पावधि व्यापार ऋण | 47,473 | 58,463 | 65,130 | 10,990 | 6,667 | 23.2 | 11.4 | कुल ऋण | 260,935 | 305,931 | 345,819 | 44,996 | 39,888 | 17.2 | 13.0 | ज्ञापन मदें | ए. दीर्घावधि ऋण | 208,606 | 240,941 | 267,640 | 32,335 | 26,699 | 15.5 | 11.1 | बी. अल्पावधि ऋण | 52,329 | 64,990 | 78,179 | 12,661 | 13,189 | 24.2 | 20.3 | अ: अनंतिम आंसं: आंशिक रूप से संशोधित | स्रोत : वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक। | 4. भारत के बाह्य ऋण संरचना -
भारत के बाह्य ऋण में मुख्यत: अमरीकी डॉलर, जापानी येन, यूरो, पौंड स्टर्लिंग, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) जैसी मुख्य अंतरराष्ट्रीय मुद्राएं और भारतीय रुपए जैसी देशी मुद्रा शामिल है। -
मार्च 2012 के अंत में कुल बाह्य ऋण में अमरीकी डॉलर में मूल्यवर्गित ऋण 55.0 प्रतिशत के साथ लगातार सवार्धिक घटक बना रहा। मार्च 2012 के अंत में कुल बाह्य ऋण स्टॉक में भारतीय रुपए का हिस्सा 21.4 प्रतिशत था जिसके बाद जापानी येन (9.1 प्रतिशत), एसडीआर (8.7 प्रतिशत) का स्थान था। मार्च 2012 के अंत में यूरो का हिस्सा 3.7 प्रतिशत था। 5. अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार बाह्य ऋण -
अवशिष्ट परिपक्वता के आधार पर मार्च 2012 के अंत में कुल बाह्य ऋण में अल्पकालिक ऋण का हिस्सा 42.6 प्रतिशत था। मार्च 2012 के अंत में अवशिष्ट परिपक्वता के अनुसार अल्पकालिक ऋण - विदेशी मुद्रा भंडार अनुपात 50.1 प्रतिशत था (सारणी 3)। सारणी 3: मार्च 2012 के अंत में बाह्य ऋण बकायों की अवशिष्ट परिपक्वता | (मिलियन अमरीकी डॉलर ) | घटक | अल्पावधि (एक वर्ष तक) | दीर्घावधि | कुल | 1 से 2 वर्ष | 2 से 3 वर्ष | 3 वर्ष से अधिक | (2) से (5) | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 1. सरकारी ऋण (दीर्घावधि )$ | 4,454 | 4,651 | 4,840 | 61,843 | 75,788 | 2. बाह्य वाणिज्यिक उधार # | 21,978 | 16,522 | 19,013 | 75,732 | 1,33,244 | 3. एनआरआई जमाराशियां (i)+(ii)+(iii)} } | 42,800 | 5,545 | 4,189 | 6,075 | 58,608 | (i) एफसीएनआर (बी) | 12,169 | 1,467 | 823 | 509 | 14,968 | (ii) एनआर(ई)आरए | 21,882 | 2,672 | 2,547 | 4,307 | 31,408 | (iii) एनआरओ | 8,750 | 1,405 | 819 | 1,259 | 12,232 | 4. अल्पावधि ऋण * (मूल परिपक्वता) | 78,179 | - | - | - | 78,179 | जोड़ (1 से 4) | 147,411 | 26,718 | 28,041 | 143,650 | 345,819 | ज्ञापनमदें | | | | | | अल्पावधि ऋण (कुल ऋण के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता) | 42.7 | अल्पावधि ऋण (रिज़र्व के प्रतिशत के रूप में अवशिष्ट परिपक्वता) | 50.1 | $: इसमें सरकारी प्रतिभूतियों में 5,260 मिलियन अमरीकी डॉलर के एफआईआई निवेश शामिल हैं। * : इसमें 6,042 मिलियन अमरीकी डॉलर के सरकारी ऋण का अल्पावधि घटक भी शामिल है। #: बाह्य वाणिज्यिक उधारियों में व्यापार कर्ज और गैर-सरकारी बहुपक्षीय और द्विपक्षीय उधारियां शामिल हैं इसलिए ये मूल परिपक्वता के अंतर्गत अन्य सारणियों में दिखाए गए बाह्य वाणिज्यिक उधार की राशि से तुलनीय नहीं है। | टिप्पणी: एनआरआई की अवशिष्ट परिपक्वता का अनुमान रिज़र्व बैंक 31 मार्च 2012 को बकाया एनआरआई जमाराशियों के सर्वेक्षण पर आधारित है। | स्रोत: वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक | 6. सरकारी और गैर-सरकारी बाह्य ऋण -
सरकारी बाह्य ऋण मार्च 2012 के अंत में 81.9 बिलियन अमरीकी डॉलर था जो कि मार्च 2011 के अंत में 78.1 बिलियन अमरीकी डॉलर था। मार्च 2012 के अंत में कुल बाह्य ऋण में सरकारी बाह्य ऋण का हिस्सा 23.7 प्रतिशत था जो कि मार्च 2011 के अंत के 25.5 प्रतिशत से कम था। -
कुल बाह्य ऋण में गैर-सरकारी ऋण का हिस्सा मार्च 2011 के 74.5 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2012 के अंत में 76.3 प्रतिशत हो गया (सारणी 4)। सारणी 4: सरकारी और गैर-सरकारी बाह्य ऋण | (मिलियन अमरीकी डॉलर ) | क्रम सं. | घटक | मार्च के अंत में | 2006 | 2007 | 2008 | 2009 | 2010 | 2011 | 2012 | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | ए. | सरकारी ऋण (I+II) | 46,259 | 49,360 | 58,070 | 55,870 | 67,067 | 78,071 | 81,895 | | (जीडीपी के प्रतिशत के रूप में ) | 5.6 | 5.0 | 4.7 | 5.1 | 4.7 | 4.6 | 4.7 | I. | I. बाह्य सहायता के अंतर्गत सरकारी लेखा संबंधी बाह्य ऋण | 43,510 | 46,155 | 52,538 | 51,816 | 55,235 | 62,295 | 63,374 | II. | II. अन्य सरकारी बाह्य ऋण @ | 2,749 | 3,205 | 5,530 | 4,058 | 11,845 | 15,776 | 18,521 | बी. | गैर सरकारी ऋण # | 92,855 | 123,000 | 166,337 | 168,628 | 193,868 | 2,27,859 | 2,63,924 | | (जीडीपी के प्रतिशत के रूप में ) | 11.2 | 12.5 | 13.3 | 15.2 | 13.6 | 13.2 | 15.3 | सी. | कुल बाह्य ऋण (अ+आ) | 139,114 | 172,360 | 224,407 | 224,498 | 260,935 | 305,931 | 345,819 | | (जीडीपी के प्रतिशत के रूप में ) | 16.8 | 17.5 | 18.0 | 20.3 | 18.3 | 17.8 | 20.0 | @ अन्य सरकारी बाह्य ऋण में रक्षा ऋण, एफआईआई, विदेशी केंद्रीय बैंकों तथा अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और आईएमएफ द्वारा खजाना बिलों/ सरकारी प्रतिभूतियों में किये गये निवेश शामिल हैं। | # मौद्रिक प्राधिकारियों के बाह्य ऋण शामिल हैं। | स्रोत: वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक | 7. बाह्य ऋण के चुनिंदा संकेतक -
ऋण-जीडीपी अनुपात, ऋण चुकौती अनुपात, कुल ऋण-विदेशी मुद्रा भंडार अनुपात और कुल ऋण के प्रतिशत के रूप में अल्पावधि ऋण के साथ ही विदेशी मुद्रा भंडार में मार्च 2011 के अंत की तुलना में मार्च 2012 के अंत में गिरावट हुई (सारणी 5)। सारणी 5 : भारत के प्रमुख बाह्य ऋण संकेतक | वर्ष | बाह्य ऋण(बिलि. अमरीकी डॉलर) | जीडीपी के प्रति बाह्य ऋण अनुपात | ऋण चुकौती अनुपात | कुल ऋण के प्रति विदेशी मुद्रा भंडारा अनुपात | कुल ऋण के प्रति रियायती ऋण अनुपात | विदेशी मुद्रा रिज़र्व के प्रति अल्पावधि ऋण अनुपात | कुल ऋण के प्रति अल्पावधि ऋण अनुपात | (%) | (%) | (%) | (%) | (%) | (%) | 1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 1990-91 | 83.8 | 28.7 | 35.3 | 7.0 | 45.9 | 146.5 | 10.2 | 1995-96 | 93.7 | 27.0 | 26.2 | 23.1 | 44.7 | 23.2 | 5.4 | 2000-01 | 101.3 | 22.5 | 16.6 | 41.7 | 35.4 | 8.6 | 3.6 | 2001-02 | 98.8 | 21.1 | 13.7 | 54.7 | 35.9 | 5.1 | 2.8 | 2002-03 | 104.9 | 20.3 | 16.0* | 72.5 | 36.8 | 6.1 | 4.5 | 2003-04 | 112.6 | 18.0 | 16.1** | 100.3 | 35.8 | 3.9 | 3.9 | 2004-05 | 134.0 | 18.1 | 5.9^ | 105.6 | 30.7 | 12.5 | 13.2 | 2005-06 | 139.1 | 16.8 | 10.1# | 109.0 | 28.4 | 12.9 | 14.0 | 2006-07 | 172.4 | 17.5 | 4.7 | 115.6 | 23.0 | 14.1 | 16.3 | 2007-08 | 224.4 | 18.0 | 4.8 | 138.0 | 19.7 | 14.8 | 20.4 | 2008-09 | 224.5 | 20.3 | 4.4 | 112.1 | 18.7 | 17.2 | 19.3 | 2009-10PR | 260.9 | 18.3 | 5.5 | 106.8 | 16.8 | 18.8 | 20.0 | 2010-11P | 305.9 | 17.8 | 4.2 | 99.6 | 15.5 | 21.3 | 21.2 | 2011-12 | 345.8 | 20.0 | 5.6 | 85.1 | 13.9 | 26.6 | 22.6 | अ: अनंतिम आं.सं.: आंशिक रूप से संशोधित | * 3,430 मिलियन अमरीकी डॉलर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 12.4 प्रतिशत है। | ** 3,797 मिलियन अमरीकी डॉलर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान तथा 5,549 मिलियन अमरीकी डॉलर की रिसर्जंट इंडिया बांड (आरआईबी) की चुकौती को छोड़ने पर 8.2 प्रतिशत है। | झ् 381 मिलियन अमरीकी डॉलर के बाह्य ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 5.7 प्रतिशत है। | # 7.1 बिलियन अमरीकी डॉलर के इंडिया मिल्लेनियम डिपॉजिट (आईएमडी) भुगतान तथा 23.5 मिलियन अमरीकी डॉलर के बाहृय ऋण के पूर्व भुगतान को छोड़ने पर 6.3 प्रतिशत है। | स्रोत: वित्त मंत्रालय, भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक। | अजीत प्रसाद सहायक महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी : 2011-2012/2103 |