भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), मार्च 20181
29 जून 2018 भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी), मार्च 20181 आज, रिज़र्व बैंक ने मार्च 2018 की समाप्ति की स्थिति के अनुसार भारत की अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति (आईआईपी) से संबंधित आंकड़े जारी किए। मार्च 2018 में भारत के आईआईपी की मुख्य विशेषताएं I. तिमाही घट-बढ़: -
अनिवासियों के भारत पर निवल दावे पिछली तिमाही से 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक घट गए (सारणी 1)। -
भारतीय निवासियों की समुद्रपारीय परिसंपत्तियां 19.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ी, जिसका एक बड़ा भाग प्रारक्षित परिसंपत्तियों में वृद्धि से आया। -
भारत में विदेशी स्वामित्व वाली परिसंपत्तियों में इस तिमाही के दौरान 17.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक वृद्धि हुई जिनमें व्यापक योगदान पोर्टफोलियो ऋण प्रतिभूतियों, ट्रेड क्रेडिट, वाणिज्यिक ऋण, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और मुद्रा और जमाराशियां का रहा। -
प्रारक्षित परिसंपत्तियां भारत के अंतरराष्ट्रीय परिसंपत्तियों के दो-तिहाई से अधिक रही, परिसंपत्ति की दूसरी सबसे बड़ी श्रेणी विदेशी प्रत्यक्ष निवेश थी (सारणी 3)। -
अनिवासियों की कुल देयताओं में ऋण और गैर-ऋण देयताओं का हिस्सा लगभग बराबर था (तालिका 4). -
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय देयताओं की तुलना में भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय परिसंपत्तियों का अनुपात मार्च 2018 के अंत में 60.1 प्रतिशत रहा (दिसंबर 2017 में 59.2 प्रतिशत)। II. वार्षिक घट-बढ़ -
2017-18 के दौरान भारत में अनिवासियों के निवल दावों में 31.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी, क्योंकि भारत में विदेशी स्वामित्व वाली परिसंपत्तियों में वृद्धि (94.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) भारतीय निवासियों की विदेशी वित्तीय परिसंपत्तियों (62.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर) में वृद्धि से अधिक है। -
भारत की अंतरराष्ट्रीय वित्तीय परिसंपत्तियों में वृद्धि का प्रमुख हिस्सा आरक्षित परिसंपत्ति से आया था। -
अनिवासियों की देयताओं में उच्च वृद्धि में प्रत्यक्ष निवेश, पोर्टफोलियो ऋण निवेश, व्यापार ऋण, और मुद्रा और जमाराशियों ने योगदान दिया। III. जीडीपी के लिए बाह्य वित्तीय परिसंपत्तियों और देयताओं का अनुपात -
मौजूदा कीमतों पर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय परिसंपत्तियों के अनुपात में, एक साल पहले के 24.2 प्रतिशत से, मार्च 2018 में मामूली रूप से 24.5 की वृद्धि हुई (तालिका 2)। सकल घरेलू उत्पाद के आरक्षित परिसंपत्तियों का अनुपात मार्च 2018 में 16.5 प्रतिशत हो गया जो एक साल पहले 15.7 प्रतिशत था। -
सकल घरेलू उत्पाद में कुल अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं का अनुपात मार्च 2018 में 40.8 था, जो एक साल पहले के समान था। -
सकल घरेलू उत्पाद का निवल आईआईपी का अनुपात मार्च 2018 में (-)16.3 प्रतिशत था। तालिका 1: भारत की समग्र अंतरराष्ट्रीय निवेश स्थिति | (बिलियन अमेरिकी डॉलर) | अवधि | मार्च-17(सं) | जून-17(आं.सं.) | सितं.-17(आं.सं.) | दिसं.-17(आं.सं.) | मार्च-18(अ) | निवल आईआईपी | -388.5 | -400.6 | -397.6 | -422.1 | -420.3 | क. परिसंपत्तियां | 569.9 | 582.3 | 600.9 | 613.2 | 632.8 | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 148.2 | 151.2 | 153.5 | 155.2 | 157.4 | 2. पोर्टफोलियो निवेश | 2.6 | 2.1 | 2.5 | 2.6 | 2.7 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां | 1.6 | 2.0 | 2.4 | 2.3 | 1.3 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियां | 1.0 | 0.1 | 0.0 | 0.3 | 1.4 | 3. अन्य निवेश | 49.1 | 42.4 | 44.7 | 46.3 | 48.2 | 3.1 ट्रेड क्रेडिट | 1.8 | 1.2 | 1.3 | 1.6 | 1.7 | 3.2 ऋण | 7.4 | 5.2 | 6.0 | 5.6 | 8.2 | 3.3 करेंसी और जमाराशियां | 22.0 | 18.1 | 19.2 | 20.8 | 20.8 | 3.4 अन्य परिसंपत्तियां | 17.9 | 18.0 | 18.3 | 18.4 | 17.5 | 4. प्रारक्षित परिसंत्तियां | 370.0 | 386.5 | 400.2 | 409.1 | 424.5 | ख. देयताएं | 958.4 | 982.8 | 998.5 | 1035.3 | 1053.1 | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 342.6 | 353.2 | 364.1 | 377.5 | 379.4 | 2. पोर्टफोलियो निवेश | 238.4 | 250.9 | 253.8 | 267.5 | 272.2 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां | 154.0 | 154.9 | 150.1 | 155.7 | 155.1 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियां | 84.4 | 96.0 | 103.7 | 111.8 | 117.1 | 3. अन्य निवेश | 377.4 | 378.7 | 380.6 | 390.3 | 401.5 | 3.1 ट्रेड क्रेडिट | 88.9 | 89.6 | 93.6 | 98.4 | 103.2 | 3.2 ऋण | 159.5 | 158.3 | 156.6 | 155.9 | 159.7 | 3.3 करेंसी और जमाराशियां | 117.1 | 118.5 | 118.3 | 123.5 | 126.4 | 3.4 अन्य देयताएं | 11.9 | 12.3 | 12.2 | 12.4 | 12.2 | मेमो मद: देयताओं की तुलना में परिसंपत्ति अनुपात (%) | 59.5 | 59.2 | 60.2 | 59.2 | 60.1 | सं:संशोधित. आसं:आंशिक संशोधित अ:अनंतिम पूर्णांकन के कारण संघटक मदों का योग कुल योग में नहीं जोड़ा गया है। | तालिका 2: जीडीपी के लिए बाह्य वित्तीय परिसंपत्तियों और देयताओं का अनुपात | (प्रतिशत) | अवधि | मार्च-16 (सं.) | मार्च-17 (आंसं) | मार्च-18(अ) | निवल आईआईपी (परिसंपत्तियां - देयताएं) | -17.4 | -16.5 | -16.3 | क. परिसंपत्तियां | 26.5 | 24.2 | 24.5 | 1. प्रत्यक्ष निवेश विदेश | 6.8 | 6.3 | 6.1 | 2. पोर्टफोलियो निवेश | 0.1 | 0.1 | 0.1 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां | 0.1 | 0.1 | 0.0 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियां | 0.0 | 0.0 | 0.1 | 3. अन्य निवेश | 2.3 | 2.1 | 1.9 | 3.1 ट्रेड क्रेडिट | 0.1 | 0.1 | 0.0 | 3.2 ऋण | 0.3 | 0.3 | 0.3 | 3.3 करेंसी और जमाराशियां | 1.0 | 0.9 | 0.8 | 3.4 अन्य परिसंपत्तियां | 0.8 | 0.8 | 0.7 | 4. प्रारक्षित परिसंत्तियां | 17.3 | 15.7 | 16.5 | ख. देयताएं | 43.9 | 40.7 | 40.8 | 1. भारत में प्रत्यक्ष निवेश | 14.2 | 14.6 | 14.7 | 2. पोर्टफोलियो निवेश | 10.8 | 10.1 | 10.6 | 2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां | 6.8 | 6.5 | 6.0 | 2.2 ऋण प्रतिभूतियां | 4.0 | 3.6 | 4.5 | 3. अन्य निवेश | 18.9 | 16.0 | 15.6 | 3.1 ट्रेड क्रेडिट | 4.0 | 3.8 | 4.0 | 3.2 ऋण | 8.2 | 6.8 | 6.2 | 3.3 करेंसी और जमाराशियां | 6.1 | 5.0 | 4.9 | 3.4 अन्य देयताएं | 0.6 | 0.5 | 0.5 | तालिका 3: अंतरराष्ट्रीय वित्तीय परिसंपत्तियों और भारत की देयताओं की संरचना | (प्रतिशत) | अवधि | मार्च-17(सं.) | जून-17(आंसं) | सितं.-17(आंसं) | दिसं.-17(आंसं.) | मार्च-18(अ) | क. परिसंपत्तियां | | | | | | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 26.0 | 26.0 | 25.5 | 25.3 | 24.9 | 2. संविभाग निवेश | 0.5 | 0.4 | 0.4 | 0.4 | 0.4 | 3. अन्य निवेश | 8.6 | 7.3 | 7.4 | 7.6 | 7.6 | 4. आरक्षित परिसंपत्ति | 64.9 | 66.3 | 66.6 | 66.7 | 67.1 | परिसंपत्ति/देयताएं | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | ख. देयताएं | | | | | | 1. प्रत्यक्ष निवेश | 35.7 | 36.0 | 36.5 | 36.5 | 36.0 | 2. संविभाग निवेश | 24.9 | 25.5 | 25.4 | 25.8 | 25.9 | 3. अन्य निवेश | 39.4 | 38.5 | 38.1 | 37.7 | 38.1 | तालिका 4: भारत के बाह्य ऋण और गैर-ऋण देयताओं का हिस्सा | (प्रतिशत) | अवधि | मार्च-17(सं.) | जून-17(आं.सं.) | सितं.-17(आं.सं.) | दिसं.-17(आं.सं.) | मार्च-18(अ.) | गैर-ऋण देयताएं | 50.3 | 50.1 | 49.9 | 50.0 | 49.2 | ऋण देयताएं | 49.7 | 49.9 | 50.1 | 50.0 | 50.8 | कुल | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | 100.0 | जोस जे.कट्टूर मुख्य महाप्रबंधक प्रेस प्रकाशनी: 2017-2018/3410 |