31 दिसंबर 2014 भारत की अंतरराष्ष्ट्रीय निवेश स्थिति: सितंबर 20141 तिमाही अंतरराष्ष्ट्रीय निवेश स्थिति, एक सांख्यिकीय विवरण है जो एक कालावधि के अंत तक, किसी अर्थव्यवस्था के (अ) निवासियों की वित्तीय आस्तियों का, जो अनिवासियों पर दावे होते हैं, तथा आरक्षित आस्तियों के रूप में धारित स्वर्ण बुलियन का और (ब) निवासियों की अनिवासियों के प्रति वित्तीय देयताओं के मूल्य और संरचना बताती है। एक अर्थव्यवस्था की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के बीच का अंतर उस अर्थव्यवस्था की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति होती है, जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकता है । इस प्रकार का अंतरराष्ष्ट्रीय लेखों का तुलन पत्र विश्लेषण, अर्थव्यवस्था के बाह्य क्षेत्र के टिकने की क्षमताओं और दुर्बलताओं को समझने में मदद करता है। सितंबर 2014 को समाप्त तिमाही की भारत की अंतरराष्ष्ट्रीय निवेश स्थिति के अंश नीचे प्रस्तुत हैं:
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अनिवासियों के भारत पर शुद्ध दावे (जो शुद्ध अंतरराष्ष्ट्रीय निवेश स्थिति दर्शाती है), पिछली तिमाही से 6.8 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर सितंबर 2014 अंत तक 353.7 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गए (तालिका 1)| शुद्ध स्थिति में यह परिवर्तन, भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियों के मूल्य में 3.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़ोतरी की तुलना में, भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियों के मूल्य में 3.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट को प्रतिबिंबित करता है।
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भारतीय निवासियों की विदेश में वित्तीय आस्तियाँ, सितंबर 2014 के अंत तक, पिछली तिमाही से 3.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की कमी से 488.5 बिलियन अमरीकी डॉलर रहीं, जो मुख्यत: आरक्षित आस्तियों में 2.3 बिलियन अमरीकी डॉलर की कमी के कारण हुआ।
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भारत में विदेशी-स्वाधिकृत आस्तियों में पिछली तिमाही से 3.5 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़ोतरी हो कर वे सितंबर 2014 के अंत तक 842.1 बिलियन अमरीकी डॉलर हुईं जो मुख्यत: भारत में प्रत्यक्ष निवेश में 1.9 बिलियन अमरीकी डॉलर और संविभाग निवेश में 0.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़ोतरी के कारण हुआ। अन्य निवेश देयताओं में, मुद्रा और जमा राशियाँ 2.5 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढा और ऋण(मुख्यत: बाह्य वाणिज्यिक उधार) 0.9 बिलियन अमरीकी डॉलर से कम हुए।
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विनिमय दर में उतार-चढ़ाव के प्रभाव: रुपये के विनिमय दर में अन्य मुद्राओं की तुलना में परिवर्तन ने, देयताओं को अमरीकी डॉलर में मूल्यांकन करने पर, उन में बदलाव को प्रभावित किया। जुलाई-सितंबर के दौरान, इक्विटी अंतर्वाह 6.7 बिलियन अमरीकी डॉलर(शुद्ध) होने पर भी, बकाया देयताएँ, जून 2014 अंत तक 386.4 बिलियन अमरीकी डॉलर से सितंबर 2014 अंत तक 383.5 बिलियन अमरीकी डॉलर, 2.9 बिलियन अमरीकी डॉलर से गिरावट हुई। यह बकाया देयताओं के पुनर्मूल्यांकन की वजह से हुआ जिसके परिणामस्वरूप इस दौरान रुपया अवमूल्यन हुआ।
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भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय देयताओं का अनुपात सितंबर 2014 में 58.0 प्रतिशत हुआ। (जोकि जून 2014 अंत में 58.6 प्रतिशत था)।
बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना
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भारत की अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय आस्तियों में सितंबर 2014 में, आरक्षित आस्तियों का प्रमुख भाग (64.2 प्रतिशत) बना रहा, जिस के बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश का हिस्सा (26.5 प्रतिशत) रहा (तालिका 2)।
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प्रत्यक्ष निवेश (30.0 प्रतिशत), संविभाग निवेश (24.4 प्रतिशत), ऋण (21.2 प्रतिशत), और मुद्रा और जमा राशियाँ (12.9 प्रतिशत) देश की वित्तीय देयताओं के प्रमुख घटक थे ।
ऋण देयताओं की तुलना में ऋणेतर देयताएँ
- ऋणेतर देयताओं की हिस्सेदारी में जून 2014 अंत के 46.1 प्रतिशत से सितंबर 2014 अंत में 45.5 प्रतिशत मामूली कम हुआ (तालिका 3)।
तालिका 1: भारत की समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति |
(बिलियन अमरीकी डॉलर) |
अवधि |
सितं.13 आं सं |
दिसं.13 आं सं |
मार्च 14 आं सं |
जून 14 आं सं |
सितं. 14 अ |
शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति |
-302.6 |
-318.6 |
-332.8 |
-346.9 |
-353.7 |
क. आस्तियाँ |
436.7 |
458.9 |
483.7 |
491.8 |
488.5 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
120.1 |
119.8 |
128.7 |
128.8 |
129.3 |
2. संविभाग निवेश |
1.3 |
1.3 |
1.2 |
1.3 |
1.3 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
1.2 |
1.2 |
1.0 |
0.9 |
0.9 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
0.1 |
0.2 |
0.3 |
0.3 |
0.3 |
3. अन्य निवेश |
38.0 |
43.9 |
49.6 |
45.6 |
44.1 |
3.1 व्यापार ऋण |
8.2 |
10.9 |
8.7 |
8.3 |
7.5 |
3.2 ऋण |
5.7 |
5.6 |
6.9 |
5.1 |
5.1 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
10.8 |
13.9 |
17.9 |
15.7 |
15.0 |
3.4 अन्य आस्तियाँ |
13.3 |
13.6 |
16.1 |
16.4 |
16.5 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
277.2 |
293.9 |
304.2 |
316.1 |
313.8 |
ख. देयताएँ |
739.2 |
777.5 |
816.4 |
838.6 |
842.1 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
218.1 |
226.6 |
242.7 |
250.4 |
252.3 |
2. संविभाग निवेश |
173.9 |
179.6 |
193.1 |
204.7 |
205.6 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
124.3 |
132.4 |
139.7 |
147.1 |
142.7 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
49.6 |
47.2 |
53.5 |
57.5 |
63.0 |
3. अन्य निवेश |
347.2 |
371.4 |
380.6 |
383.6 |
384.2 |
3.1 व्यापार ऋण |
89.6 |
88.4 |
83.9 |
84.2 |
84.0 |
3.2 ऋण |
169.3 |
171.1 |
179.6 |
179.5 |
178.6 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
75.2 |
98.8 |
104.0 |
106.4 |
108.9 |
3.4 अन्य देयताएँ |
13.1 |
13.1 |
13.0 |
13.4 |
12.8 |
‘मेमो’ मद: आस्तियों का देयताओं से अनुपात (%) |
59.1 |
59.0 |
59.2 |
58.6 |
58.0 |
आं सं: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम टिप्पणी: संख्याओं के पूर्णांकित किए जाने के कारण घटको का जोड़ कुल संख्या से थोड़ा भिन्न हो सकता है। |
तालिका 2: भारत की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की संरचना |
(प्रतिशत) |
अवधि |
सितं.13 आं सं |
दिसं.13 आं सं |
मार्च 14 आं सं |
जून 14 आं सं |
सितं. 14 अ |
क. आस्तियाँ |
|
|
|
|
|
1. प्रत्यक्ष निवेश |
27.5 |
26.1 |
26.6 |
26.2 |
26.5 |
2. संविभाग निवेश |
0.3 |
0.3 |
0.2 |
0.3 |
0.3 |
3. अन्य निवेश |
8.7 |
9.6 |
10.3 |
9.3 |
9.0 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
63.5 |
64.0 |
62.9 |
64.3 |
64.2 |
आस्तियाँ/ देयताएँ |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
ख. देयताएँ |
|
|
|
|
|
1. प्रत्यक्ष निवेश |
29.5 |
29.1 |
29.7 |
29.9 |
30.0 |
2. संविभाग निवेश |
23.5 |
23.1 |
23.7 |
24.4 |
24.4 |
3. अन्य निवेश |
47.0 |
47.8 |
46.6 |
45.7 |
45.6 |
आं सं: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम |
तालिका 3. बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताओं का भाग |
(प्रतिशत) |
अवधि |
सितं.13 आं सं |
दिसं.13 आं सं |
मार्च 14 आं सं |
जून 14 आं सं |
सितं. 14 अ |
ऋणेतर देयताएँ |
44.9 |
44.8 |
45.5 |
46.1 |
45.5 |
ऋण देयताएँ |
55.1 |
55.2 |
54.5 |
53.9 |
54.5 |
कुल |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
100.0 |
आं सं: आंशिक संशोधित अ: अनंतिम |
संगीता दास निदेशक प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/1373
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