"विविधता में एकता" विषय के साथ 5 रुपए के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के - आरबीआई - Reserve Bank of India
"विविधता में एकता" विषय के साथ 5 रुपए के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के
1 अक्तूबर 2007 "विविधता में एकता" विषय के साथ 5 रुपए के भारतीय रिज़र्व बैंक शीघ्र ही "विविधता में एकता" विषय के साथ 5 रुपए के फेरिटिक स्टेनलेस स्टिल के नए सिक्के परिचालित करेगा। ये सिक्के नामत: निम्नलिखित आयाम, अभिकल्प और संरचना के अनुरूप होंगे:
अभिकल्प: मुखपृष्ठ : सिक्के के इस आमुख पर अशोक स्तंभ के सिंह की आकृति होगी जिसके नीचे सत्यमेव जयते की उक्ति उद्धृत की गई होगी जिसकी ऊपर की बाँई परिधि में हिंदी में ‘भारत’ शब्द और ऊपर की दाँई परिधि में अंग्रेजी में ‘India’ शब्द अंकित किया गया होगा। सिक्के पर अंतर्राष्ट्रीय अंकों में मूल्यवर्ग मूल्य "5" भी अंकित किया गया होगा जिसकी नीचे की बाँई परिधि में हिंदी में "रुपये" शब्द और नीचे की दाँई परिधि में अंग्रेजी में "RUPEES" शब्द रहेगा। पृष्ठ भाग : सिक्के के इस आमुख पर हमारे देश की विशेषता को परिभाषित करने वाली "विविधता में एकता" का प्रतिनिधित्व करनेवाले दृश्यों को प्रदर्शित किया गया है। सिक्के के प्रतीक में एक शरीर और चार मुख दर्शाये गये हैं। इसके पीछे की भावना यह है कि देश के चारों कोने से आये लोग एक ही छत्रछाया में है और एक ही राष्ट्र के है। उपभोक्ता सिक्के के दृश्य कोड को प्रत्येक मूल्यवर्ग के दृश्य से जोड़ पायेगा जिससे सिक्के की पहचान करना आसान हो जाएगा। 5 रुपये के लिए सुरक्षा किनारा सिक्के का किनारा परिधि पर सुरक्षा किनारा होगा। इस किनारे के केंद्र में खाली स्थान द्वारा अलग किए गए दो भागों के भीतर एक अभिकल्प के साथ हल्का खाँचा रहेगा। इस अभिकल्प में उभरे हुए मनकों की एक श्रृंखला रहेगी और प्रत्येक मनके के बाद एक झुकी हुई उभरी रेखा होगी। इसमें कुल 30 रेखाएँ और 30 मनके होंगे। यह सिक्का निर्माण अधिनियम 1906 में यथाउद्धृत एक वैध मुद्रा होगा। वर्तमान में परिचलन में पाँच रुपए के सिक्के भी वैध मुद्रा के रूप में जारी रहेंगे। अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/457 |