19 दिसंबर 2019 वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्यनिष्पादन रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र के कार्यनिष्पादन से संबंधित आंकड़े आज जारी किए जो 2,696 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (एनजीएनफ) कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों से लिए गए हैं। वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही और वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के आंकड़े भी तुलना करने के लिए सारणियों में प्रस्तुत किए गए हैं। इसके अलावा 1,539 सूचीबद्ध निजी निर्माण कंपनियों के संक्षिप्त अर्धवार्षिक (अलेखापरीक्षित) तुलनपत्र के आधार पर प्रस्तुत किए गए हैं 2019-20 की पहली छमाही और 2018-19 की पहली छमाही के दौरान निधियों के स्रोत और उपयोग प्रस्तुत किए गए हैं। इन आंकड़ों को https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=statistics#!2_42 से प्राप्त किया जा सकता है। मुख्य-मुख्य बातें बिक्री -
2019-20 की दूसरी तिमाही में निवल बिक्री में संकुचन के साथ निर्माण क्षेत्र मांग स्थिति कमजोर बनी रही, जो सम्पूर्ण उद्योगों; दवा कंपनियों के बीच व्यापक रूप से बनी रही हालांकि, उसमें लचीलापन देखा गया और उच्च बिक्री दर्ज की गयी (तालिका 2 क और तालिका 5 क)। -
सेवा क्षेत्र (आईटी और गैर-आईटी दोनों) विशेष रूप से स्थावर संपदा, थोक और खुदरा व्यापार कंपनियों में बिक्री संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) में सुधार हुआ (तालिका 2 क और तालिका 5 क)। व्यय -
पण्य की कीमते सौम्य होने से इनपुट लागत (अर्थात् कच्चे माल की लागत) कम हुई, जो आंशिक रूप से विनिर्माण कंपनियों की बिक्री में गिरावट को संतुलित (ऑफसेट) करती है (तालिका 2 क) । -
सभी प्रमुख क्षेत्रों में कर्मचारियों की लागत में वृद्धि कम हुई (तालिका 2 क)। परिचालन लाभ -
मुख्य रूप से उत्पादन में मंदी के कारण विनिर्माण क्षेत्र का परिचालन लाभ 11.8 प्रतिशत तक संकुचित हुआ (तालिका 2 क) । -
गैर-आईटी सेवा कंपनियां, विशेष रूप से दूरसंचार, स्थावर संपदा और परिवहन एवं भंडारण सेवाओं के परिचालन लाभ में तेज गिरावट दर्ज की गई (तालिका 2 क और तालिका 5 क)। ब्याज -
आंशिक रूप से नए लेखांकन मानदंडों1 के अनुसार इस शीर्ष के तहत पट्टे के भुगतान दायित्वों को शामिल करने के कारण विनिर्माण कंपनियों के ब्याज व्यय में मामूली वृद्धि हुई है जबकि गैर-आईटी सेवा कंपनियों के ब्याज व्यय में तेजी से वृद्धि हुई है (तालिका 2 क)। -
कम लाभ के कारण विनिर्माण क्षेत्र का ब्याज कवरेज अनुपात (आईसीआर) 4.62 तक मंद रहा; हालांकि, गैर-आईटी सेवा कंपनियों का आईसीआर इन कंपनियों द्वारा दर्ज किए गए नुकसान के कारण नकारात्मक क्षेत्र में चला गया (तालिका 2 ख) । मूल्य निर्धारण क्षमता -
विनिर्माण कंपनियों के लिए परिचालन लाभ मार्जिन मामूली रूप से कम हो गया, हालांकि उनका निवल लाभ मार्जिन काफी हद तक कर प्रावधानों के कम होने के कारण बढ़ा (तालिका 2 ख) । -
आईटी कंपनियों ने मूल्य निर्धारण क्षमता बनायी रखी जैसा कि स्थिर लाभ मार्जिन में परिलक्षित हो रहा है; गैर-आईटी सेवा कंपनियों ने हालांकि, दूरसंचार कंपनियों द्वारा दर्ज किए गए भारी नुकसान के कारण लाभ मार्जिन में संकुचन दर्ज किया (तालिका 2 बी)। निधियों के स्त्रोत और उपयोग बॉक्स 1: निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र की निवेश के उद्देश्य 34 प्रमुख बैंकों / वित्तीय संस्थानों (एफआई) द्वारा प्रस्तुत परियोजना वित्त आंकड़े, जो परियोजनाओं के वित्तपोषण में सक्रिय रूप से शामिल हैं, निवेश प्रवृति में मामूली संवृद्धि की ओर इशारा करता है। बैंकों / वित्तीय संस्थाओं से वित्तीय सहायता सहित मंजूर परियोजनाओं की कुल लागत, 2019-20 की पहली तिमाही की तुलना में बढ़कर 2019-20 की दूसरी तिमाही में ₹ 79,525 करोड़ हो गई है। यह संवृद्धि मोटे तौर पर कुछ बृहद परियोजनाओं (यानी, ऐसे प्रोजेक्ट जिनकी लागत बिजली, हवाई अड्डे, मेट्रो रेल और गैस वितरण क्षेत्रों में ₹ 5,000 करोड़ से अधिक है) के कारण हुई है । हालांकि, यह उल्लेख करने की आवश्यकता है कि ये आंकड़े वित्तीय सहायता को मंजूरी देने से संबंधित हैं और न कि वास्तविक संवितरण से। नोट: -
ये अनुमान ₹ 10 करोड़ से नीचे की या 51 प्रतिशत से कम निजी स्वामित्व वाली या केंद्र और राज्य सरकारों, ट्रस्टों या शैक्षणिक संस्थानों की परियोजनाओं को शामिल नहीं करते हैं। -
परिकल्पित निवेश के उपरोक्त अनुमान प्रमुख बैंकों / एफआई द्वारा परियोजना वित्त की रिपोर्टिंग पर आधारित हैं; कुछ पूर्ववर्ती निवेश प्रयोजनों की राशि और/या निवेश के समय के मामले में फलदायी नहीं हो सकते हैं। -
2018-19 और 2019-20 के लिए अनुमान अनंतिम हैं और अंतिम अनुमान बाद में आरबीआई बुलेटिन के संबंधित वार्षिक लेख में प्रस्तुत किए जाएंगे। | सारणियों की सूची | सारणी सं. | शीर्षक | 1 | क | सूचीबद्ध गैर सरकारी गैर वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन | वृद्धि दर | ख | चयनित अनुपात | 2 | क | सूचीबद्ध गैर सरकारी गैर वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन - क्षेत्रवार | वृद्धि दर | ख | चयनित अनुपात | 3 | क | चुकता पूंजी के आकार के अनुसार सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन | वृद्धि दर | ख | चयनित अनुपात | 4 | क | बिक्री के आकार के अनुसार गैर सरकारी गैर वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन | वृद्धि दर | ख | चयनित अनुपात | 5 | क | उद्योग के अनुसार सूचीबद्ध गैर सरकारी गैर वित्तीय कंपनियों का कार्यनिष्पादन | वृद्धि दर | ख | चयनित अनुपात | व्याख्यात्मक टिप्पणियां | शब्दावली | नोट: -
विभिन्न तिमाहियों में परिणामों की घोषणा की तिथि के आधार पर कंपनियों का कवरेज़ भिन्न-भिन्न है, हालांकि समग्र स्थिति में ज्यादा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। -
निधियों के स्रोत और उपयोग कंपनियों के दो अर्ध-वार्षिक रूप से संगृहीत वित्तीय विवरणों से देनदारियों और परिसंपत्तियों में परिवर्तन से प्राप्त किए गए हैं । -
संकलन पद्धति पर विस्तृत व्याख्यात्मक टिप्पणियों और शब्दावली (संशोधित परिभाषा और परिकलन सहित जो पिछले प्रकाशनों से भिन्न हैं) संलग्न है। अजीत प्रसाद निदेशक प्रेस प्रकाशनी: 2019-2020/1468
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