भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 जुलाई 2015 से ओवरनाइट मिबिड/माइबोर के लिए लिए संशोधित पद्धति की घोषणा की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 जुलाई 2015 से ओवरनाइट मिबिड/माइबोर के लिए लिए संशोधित पद्धति की घोषणा की
2 जुलाई 2015 भारतीय रिज़र्व बैंक ने 22 जुलाई 2015 से ओवरनाइट मिबिड/माइबोर भारतीय रिज़र्व बैंक ने घोषित किया है कि भारत में फिम्डा-एनएसई-ओवरनाइट मुंबई अंतर-बैंक बोली/प्रस्तावित दर (ओवरनाइट मिबिड/माइबोर) बेंचमार्क 22 जुलाई 2015 को एफबीआईएल-ओवरनाइट माइबोर के प्रारंभ के साथ संशोधित की जाएगी। एफबीआईएल-ओवरनाइट माइबोर वास्तविक ट्रेडिड दरों पर आधारित होगी और इसे फाइनैंसिएल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) नामक नई कंपनी द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। निर्वाचित दरों के आधार पर मौजूदा बेंचमार्क भारतीय नियत आय मुद्रा बाजार और डेरिवेटिव संघ (फिम्डा) और राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) द्वारा निर्धारित की जाती है। वित्तीय बाजारों में बेंचमार्क के नियंत्रण के लिए एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में फाइनैंसिएल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) की फिम्डा, भारतीय विदेशी मुद्रा व्यापारी संघ (एफईडीएआई) और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा संयुक्त रूप से रचना की गई है। इसमें फरवरी 2014 में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा स्वीकार की गई वित्तीय बेंचमार्क समिति (अध्यक्षः श्री पी. विजय भास्कर, कार्यपालक निदेशक) की सिफारिशों का अनुपालन किया गया है। इस समय के दौरान विदेशी मुद्रा बेंचमार्कों और स्टेकधारकों के परामर्श से फाइनैंसिएल बेंचमार्क इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एफबीआईएल) अन्य भारतीय रुपया ब्याज दर बेंचमार्कों के नियंत्रण का कार्यभार संभाल लेगी। फिम्डा और एफईडीएआई जो भारतीय रुपया ब्याज दर और विदेशी मुद्रा बेंचमार्कों के वर्तमान नियंत्रक हैं, वे एफबीआईएल में अंतरित होने तक भारतीय रुपया ब्याज दर और विदेशी मुद्रा बेंचमार्कों के नियंत्रकों के रूप में कार्य करते रहेंगे। रिज़र्व बैंक यह सुनिश्चित करने के लिए एक उचित व्यवस्था करेगा कि बेंचमार्क निर्धारण प्रक्रिया और इसका अभिशासन ढ़ांचा मजबूत और विश्वसनीय रहे। पृष्ठभूमि कतिपय वित्तीय बाजारों में मुख्य बेंचमार्क दरों में हेर-फेर की रिपोर्टों से उत्पन्न होने वाले मुद्दों को ध्यान में रखते हुए रिज़र्व बैंक ने बेंचमार्क निर्धारण प्रक्रिया के मौजूदा ढ़ांचे को विभिन्न उपायों के साथ सुदृढ़ करने का आग्रह किया। इस बात पर विचार करते हुए कि वित्तीय बेंचमार्क सुदृढ़ और विश्वसनीय हों, रिज़र्व बैंक ने बेंचमार्क प्रस्तुतकर्ताओं को सूचित किया कि वे बेंचमार्क प्रस्तुत करने के लिए अभिशासन ढ़ांचे को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न उपायों को लागू करें। इसके अतिरिक्त, फिम्डा और एफईडीएआई ने इन प्रस्तुतकर्ताओं के लिए एक आचार संहिता भी अधिसूचित की थी। संगीता दास प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/26 |