RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S2

Press Releases Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

79652691

भारतीय रिज़र्व बैंक ने रिपो दर घटाया

्रश्च्व्र्ख्र् ्रiख्र्रुिंिंख्र्ड़ख्र्ड्ढ झ्ींएिंए ींर्थ्ींएिं·िं

20 अक्तूबर 2008

भारतीय रिज़र्व बैंक ने रिपो दर घटाया

भारतीय रिज़र्व बैंक वैश्विक वित्तीय संकट के संदर्भ में घरेलू समष्टि आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने को दृष्टि से रिज़र्व बैंक मौद्रिक और चलनिधि स्थितियों पर निरंतर निगरानी रखे हुए है। रिज़र्व बैंक ने पिछले एक महीने से घरेलू और विदेशी मुद्रा चलनिधि को बढ़ाने के लिए कई उपाय किए हैं।

वैश्विक वित्तीय स्थिति में अनिश्चितता और अफरा-तफरी जारी है। हालांकि इस संकट से सीधे प्रभावित हुए देशों ने इस संकट से उबरने के लिए कड़े कदम उठाए हैं फिर भी वित्तीय बाज़ारों में अभी पूरी तरह से विश्वास और निश्ंचितता नहीं आई है। वित्तीय समेकन के कारण यह अनिश्चितता इस संकट की परिधि से बाहर के देशों में भी फैल रही है।

हाल के कुछ सप्ताहों में हमारे ऋण बाज़ार में दिखाई दिए तनाव के कुछ संकेतों से यह पता चलता है कि भारत भी वैश्विक चलनिधि की कमी से अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुआ है। दबाव को कम करने के उद्देश्य से और खासकर, वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए रिज़र्व बैंक ने चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 100 आधार बिंदुओं तक घटाते हुए इसे 8.0 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।

रिज़र्व बैंक हमारे वित्तीय बाज़ारों और हमारी चलनिधि परिस्थितियों पर वैश्विक गतिविधियों के प्रभाव की निरंतर निगरानी कर रहा है तथा निगरानी करता रहेगा और समुचित कार्रवाई करेगा।

अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2008-2009/526

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?