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भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की मूलभूत सांख्यिकीय विवरणियां – 42वां खंड, मार्च 2013 प्रकाशित की

28 अक्‍टूबर 2014

भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की
मूलभूत सांख्यिकीय विवरणियां – 42वां खंड, मार्च 2013 प्रकाशित की

भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की मूलभूत सांख्यिकीय विवरणियां प्रकाशित की। श्रृंखला में वर्तमान 42 वां खंड अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के 31 मार्च 2013 के आंकड़े प्रस्तुत करता है। इस वर्ष से ये आंकड़े भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर केवल इलैक्‍ट्रॉनिक रूप में उपलब्‍ध होंगे।

यह प्रकाशन बैंकिंग क्षेत्र में जमाराशियों और ऋण के विभिन्न आयामों पर कणीय आंकड़े प्रस्तुत करता है। मूलभूत सांख्यिकीय विवरणियों 1 और 2 (बीएसआर 1 और 2) के माध्यम से वार्षिक आधार पर बैंकों की शाखाओं से जानकारी संग्रहित की गई है। मूलभूत सांख्यिकी विवरणी 1 में उधारकर्ता का व्यवसाय/कार्यकलाप तथा संगठनात्मक क्षेत्र, खाते का प्रकार, ब्याज दर, ऋण सीमा और सभी ऋण खातों में बकाया राशि के खाता स्तरीय आंकड़े जबकि मूलभूत सांख्यिकी विवरणी 2 में जमाराशियों के प्रकार और मीयादी जमाराशियों की परिपक्वता का स्वरूप और कर्मचारियों की संख्या संबंधी शाखावार आंकड़े संग्रहित किया जाते हैं। इस प्रकाशन में ऐसी सूचना जनसंख्या समूह, बैंक समूह और राज्य स्तर पर एकत्र की जाती है। इस प्रकाशन की एक विशेषता यह है कि इसमें ऋण की मंजूरी और इसके उपयोग के संबंध में स्थानिक वितरण को शामिल किया जाता है।

महत्वपूर्ण विशेषताएं:

  • मार्च 2013 के अंत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का सकल बकाय ऋण पिछले वर्ष में 17.09 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 15.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 55,253 बिलियन तक पहुंच गया।

  • कुल जमाराशियां पिछले वर्ष की 12.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में 2013 में 15.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए 70,126 बिलियन तक पहुंच गई।

  • उधार खातों की संख्या मार्च 2012 में 131 मिलियन से 2.0 प्रतिशत से घटकर 128 मिलियन तक पहुंच गई।

  • जमा खातों की संख्या मार्च 2012 में 903 मिलियन से वर्ष 2013 में 15.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1045 मिलियन तक पहुंच गई।

  • कुल खातों के 79.8 प्रतिशत (वर्ष 2012 में 83.4 प्रतिशत) सहित लघु उधार खातों, प्रत्येक 0.2 मिलियन तक की ऋण सीमा के साथ, की बकाया ऋण में 9.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी (वर्ष 2012 में 9.5)।

  • 0.2 मिलियन से अधिक की ऋण सीमा वाले सभी ऋणों और अग्रिमों के संबंध में भारित औसत ब्याज दर पिछले वर्ष के 12.57 प्रतिशत की तुलना में मार्च 2013 के अंत में घटकर 12.05 प्रतिशत रही।

  • कुल जमाराशियों में मीयादी जमाराशियों की हिस्सेदारी वर्ष 2012 के 62.8 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2013 में 63.8 प्रतिशत हो गई। चालू जमाराशियों और बचत जमाराशियों की हिस्सेदारी वर्ष 2012 के 10.7 और 26.4 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2013 में क्रमशः 9.9 और 26.3 प्रतिशत हो गई।

  • मीयादी जमाराशियों पर भारित औसत ब्याज दर मार्च 2012 के अंत में 9.19 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2013 में घटकर 8.63 प्रतिशत हो गई।

अजीत प्रसाद
सहायक महाप्रबंधक

प्रेस प्रकाशनी : 2014-2015/859

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