भारतीय रिज़व बैंक ने वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्रों पर अवधारणा पेपर आम जनता के अभिमतों के लिए जारी किया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़व बैंक ने वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्रों पर अवधारणा पेपर आम जनता के अभिमतों के लिए जारी किया
3 अप्रैल 2008
भारतीय रिज़व बैंक ने वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्रों पर
अवधारणा पेपर आम जनता के अभिमतों के लिए जारी किया
भारतीय रिज़व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर आम जनता के अभिमतों के लिए वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्रों पर अवधारणा पेपर जारी किया। पेपर के तीन भाग है भाग-ए वित्तीय साक्षरता से संबंधित है, भाग-बी ऋण सलाह से संबंधित है और भाग-सी वित्तीय साक्षरता और सलाह केंद्रों संबंधी योजना के लिए दिये गए सुझाव की रूपरेखा से संबंधित है।
कृपया अवधारणा पेपर पर अपने अभिमत और सुझाव प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक, ग्रामीण आयोजना और ऋण विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, मुंबई को अथवा इ-मेल द्वारा अंतिम तारीख 30 अप्रैल 2008 तक अवश्य भेज दें।
आपको यह ज्ञात होगा कि रिज़र्व बैंक द्वारा कृषि ऋण की क्रियाविधियों और प्रक्रिया की जाँच करने के लिए गठित कार्यकारी दल (अध्यक्ष : श्री सी.पी.स्वर्णकार) ने अपनी रिपोर्ट (अप्रैल 2007) में यह सिफारिश की थी कि बैंकों को ऋण और प्रौद्योगिकी सलाह के लिए स्वयं अथवा अन्य सभी संसाधनों को मिलाकर सलाह केंद्र खोलने पर सक्रीय रूप से विचार करना चाहिए। साथ ही, आपदाग्रस्त कृषकों को सहायता देने के लिए उपाय सुझाने हेतु रिज़र्व बैंक द्वारा गठित कार्यकारी दल (अध्यक्ष : श्री एस.एस.जॉल) ने भी यह सुझाव दिया था कि ऋण की व्यवहार्यता बढ़ाने में वित्तीय और आर्थिक सलाह महत्त्वपूर्ण है।
उपर्युक्त कार्यकारी दलों की सिफारिशों के आधार पर रिज़र्व बैंक ने मई 2007 में सभी राज्य स्तरीय बैंकर समिति के आयोजक बैंकों को सूचित किया था कि उनके कार्यक्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले राज्य/संघ शासित क्षेत्र के किसी भी एक जिले में प्रयोगिक आधार पर वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्र (एफएलसीसी) खोलने के प्रयास किए जाए। तब से कई बैंकों ने देश में ऋण सलाह केंद्र खोलने के लिए प्रयास किए है।
वर्ष 2007-08 के लिए रिज़र्व बैंक की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा में यह कहा गया था कि इस प्रयास को और आगे ले जाने के लिए इस विषय पर अवधारणा पेपर तैयार किया जाएगा और उसे प्रतिसूचना के लिए बैंक की वेबसाइट पर रखा जाएगा। हाल ही में, वित्त मंत्रीजी ने वर्ष 2008-09 के लिए अपने बजट भाषण में यह संकेत दिया कि अन्य व्यक्तियों के साथ-साथ सेवा-निवृत्त बैंक अधिकारियों, भूतपूर्व सैनिकों आदि जैसे व्यक्तियों को ऋण सलाहकार के रूप में नियोजित करने की अनुमति दी जाएगी। वित्तीय साक्षरता और ऋण सलाह केंद्रों पर अवधारणा पेपर तैयार किया गया है और इस संदर्भ में उसे वेबसाइट पर जारी किया गया है।
जी. रघुराज
उप महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/1280