भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2007 के अंत की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी) जारी की - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2007 के अंत की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी) जारी की
31 दिसंबर 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2007 के अंत की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी) जारी की
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज जून 2007 के अंत की भारत की तिमाही अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी) जारी की।
मुख्य-मुख्य बातें
I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति
1. बाह्य व्यापारिक ऋण सहित बडे पैमाने पर पूँजी के अंतर्वाह के कारण भारत की शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आस्तियाँ-देयताएँ) जून 2007 के अंत तक अनिवासियों के भारत पर शुध्द दावे में परिणित हुआ। शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति 15.50 बिलियन अमरीकी डॉलर की बढ़ोतरी के पश्चात मार्च 2007 के अंत तक 46.95 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर जून 2007 के अंत तक 62.45 बिलियन अमरीकी डॉलर हुई हैं (टेबल I)।
2. बाह्य वित्तीय आस्तियों में आरक्षित आस्तियों ने मार्च 2007 के अंत तक से जून 2007 के अंत तक लगभग 14.17 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि पंजीकृत की। उसके बाद विदेश में प्रत्यक्ष निवेश उसी दौरान 5.42 बिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि पंजीकृत हुई है।
टेबल I. समग्र अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति
(बिलियन अमरीकी डॉलर में)
अवधि |
मार्च-05 |
मार्च-06 |
जून-06 |
सितंबर-06 |
दिसंबर-06 |
मार्च-07 |
जून-07 |
शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति |
-43.96 |
-49.22 |
-46.79 |
-50.06 |
-47.18 |
-46.95 |
-62.45 |
A. आस्तियाँ |
166.84 |
182.78 |
191.33 |
197.22 |
222.43 |
243.60 |
259.73 |
1. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश |
10.03 |
12.96 |
14.09 |
15.25 |
21.64 |
23.97 |
29.39 |
2. संविभाग निवेश |
0.47 |
0.97 |
0.76 |
0.87 |
0.85 |
0.79 |
0.79 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियाँ |
0.24 |
0.50 |
0.33 |
0.38 |
0.39 |
0.38 |
0.41 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियाँ |
0.23 |
0.48 |
0.43 |
0.49 |
0.46 |
0.41 |
0.38 |
3. अन्य निवेश |
14.82 |
17.23 |
13.57 |
15.79 |
22.69 |
19.66 |
16.20 |
3.1 व्यापार ऋण |
1.08 |
-0.29 |
-0.67 |
-0.72 |
2.06 |
2.50 |
1.86 |
3.2 ऋण |
1.86 |
2.58 |
1.63 |
2.30 |
3.66 |
2.63 |
2.02 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियाँ |
8.45 |
11.62 |
9.29 |
10.76 |
13.31 |
10.31 |
8.14 |
3.4 अन्य आस्तियां |
3.43 |
3.31 |
3.32 |
3.45 |
3.66 |
4.22 |
4.18 |
4. आरक्षित आस्तियां |
141.51 |
151.62 |
162.91 |
165.31 |
177.25 |
199.18 |
213.35 |
बी. देयताएं |
210.79 |
232.00 |
238.12 |
247.28 |
269.61 |
290.55 |
322.18 |
1. प्रत्यक्ष निवेश |
44.49 |
51.13 |
52.14 |
55.82 |
66.45 |
72.29 |
82.98 |
2. संविभाग निवेश |
55.96 |
64.59 |
64.63 |
67.53 |
73.67 |
79.14 |
93.46 |
2.1 इक्विटी प्रतिभूतियां |
43.16 |
54.74 |
52.47 |
54.78 |
59.99 |
63.27 |
75.17 |
2.2 ऋण प्रतिभूतियां |
12.81 |
9.85 |
12.17 |
12.75 |
13.68 |
15.87 |
18.29 |
3. अन्य निवेश |
110.34 |
116.28 |
121.35 |
123.93 |
129.50 |
139.12 |
145.74 |
3.1 व्यापार ऋण |
9.57 |
10.51 |
10.91 |
12.41 |
11.77 |
13.71 |
14.72 |
3.2 ऋण |
65.94 |
67.87 |
70.39 |
71.84 |
75.85 |
82.24 |
86.04 |
3.3 मुद्रा और जमा राशियां |
33.64 |
37.31 |
39.37 |
38.80 |
40.94 |
42.30 |
43.81 |
3.4 अन्य देयताएं |
1.19 |
0.60 |
0.68 |
0.89 |
0.93 |
0.87 |
1.16 |
नोट-आर : संशोधित (रिवाइज़्ड); पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड़); पी:अनंतिम(प्रोविजनल) ड टेबल में दिए गए ऑकड़े अमरीकी मिलियन डॉलर में आइआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
3. जून 2007 के अंत तक कुल आरक्षित आस्तियां : कुल बाह्य ऋण (165.39 बिलियन अमरीकी डॉलर *) से 47.96 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक हुई है ।
4. बाह्य वित्तीय देयताओं में मार्च 2007 ds अंत तक से जून 2007 ds अंत तक संविभाग निवेश और प्रत्यक्ष निवेश में लगभग 14.32 बिलियन अमरीकी डॉलर और 10.69 बिलियन अमरीकी डॉलर क्रमानुसार वृद्धि हुई हे। जून 2007 के अंत तक भारत में अन्य निवेश मार्च 2007 के अंत तक के 139.12 बिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 145.74 बिलियन अमरीकी डॉलर हुआ हैं ।
II . बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं का संघटन
- देश की बाह्य वित्तीय आस्तियों का बड़ा हिस्सा आरक्षित आस्तियों के रूप में, 82.1 प्रतिशत था, तथा प्रत्यक्ष निवेश और अन्य निवेश का हिस्सा क्रमानुसार 11.3 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत था (टेबल II)।
- जून 2007 के अंत तक देश की बाह्य वित्तीय देयताओं का 45.2 प्रतिशत हिस्सा ‘अन्य निवेश’ याने व्यापार ऋण, ऋण, मुद्रा और जमा राशियाँ और अन्य देयाताएँ, के रूप में था, उसके बाद 29.0 प्रतिशत संविभाग निवेश और 25.8 प्रतिशत प्रत्यक्ष निवेश के रूप में था — जून 2007 के अंत तक ध देश की कुल बाह्य देयताओं में, ऋण और ‘मुद्रा और जमा राशियों‘ का क्रमानुसार 26.7 प्रतिशत और 13.6 प्रतिशत का भाग था जब कि व्यापार ऋण का भाग लगभग 4.6 प्रतिशत हिस्सा गया था ।
टिप्पणी *: भारत की बाह्य ऋण सांख्यिकी, जून 2007, भारतीय रिज़र्व बैंक में प्रकाशित किए गए अनुसार।
टेबल II. बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं की रचना
(प्रतिशत में)
अवधि |
मार्च-05 |
मार्च-06 |
जून-06 |
सितंबर 06 |
दिसंबर06 |
मार्च-07 |
जून-07 |
ए. आस्तियाँ |
|||||||
1. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश |
6.01 |
7.09 |
7.36 |
7.73 |
9.73 |
9.84 |
11.32 |
2. संविभाग निवेश |
0.28 |
0.53 |
0.40 |
0.44 |
0.38 |
0.32 |
0.30 |
3. अन्य निवेश |
8.88 |
9.43 |
7.09 |
8.01 |
10.20 |
8.07 |
6.24 |
4. आरक्षित आस्तियाँ |
84.82 |
82.95 |
85.15 |
83.82 |
79.69 |
81.77 |
82.14 |
कुल |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
बी. देयताएँ |
|||||||
1. प्रत्यक्ष निवेश |
21.11 |
22.04 |
21.90 |
22.57 |
24.65 |
24.88 |
25.76 |
2. संविभाग निवेश |
26.55 |
27.84 |
27.14 |
27.31 |
27.32 |
27.24 |
29.01 |
3. अन्य निवेश |
52.35 |
50.12 |
50.96 |
50.12 |
48.03 |
47.88 |
45.24 |
कुल |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
नोट- आर : संशोधित (रिवाइज़्ड); पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड़); पी:अनंतिम(प्रोविजनल) ड टेबल में दिए गए ऑकड़े अमरीकी मिलियन डॉलर में आइआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
III . बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताएँ
प्रत्यक्ष और संविभाग निवेश के अंतर्गत अधिक पूँजी के अंतर्वाह के कारण कुल बाह्य वित्तीय देयताओं में ऋणेतर देयताओं का भाग मार्च 2007 अंत तक के 46.7 प्रतिशत से जून 2007 अंत तक 49.1 प्रतिशत बढ़ गया (टेबल III)।
टेबल III. बाह्य ऋण और ऋणेतर देयताओं का भाग
(प्रतिशत में)
अवधि |
मार्च -05 |
मार्च -06 |
जून 06 |
सितंबर-06 |
दिसंबर-06 |
मार्च-07 |
जून -07 |
ऋणेतर देयताएँ |
41.58 |
45.64 |
43.93 |
44.72 |
46.90 |
46.66 |
49.09 |
ऋण देयताएँ |
58.42 |
54.36 |
56.07 |
55.28 |
53.10 |
53.34 |
50.91 |
कुल |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
100.00 |
नोट- आर : संशोधित (रिवाइज़्ड); पीआर:आंशिक संशोधित (पार्शली रिवाइज्ड़); पी:अनंतिम(प्रोविजनल) ड टेबल में दिए गए आँकड़े अमरीकी मिलियन डॉलर में आइआइपी अनुमानों के आधार पर तैयार किए गए हैं
अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति (आइआइपी), एक देश की बाह्य वित्तीय आस्तियों और देयताओं के स्टॉक का किसी निर्दिष्ट अवधि जैसे मार्च अंत तक ब्यौरा होती है । वित्तीय आस्तियों में, अनिवासियों पर किसी देश के वित्तीय दावे होते हैं और वित्तीय देयताओं में, अनिवासियों के प्रति उस देश की वित्तीय देयताएं होती हैं। ये लेन-देन संस्थागत निवासी क्षेत्रों, जैसे कि मुद्रा प्राधिकारी, सरकार, बैंक और अन्य क्षेत्र (कंपनी क्षेत्र भी इसमें शामिल है) के अनुसार वर्गीकृत किए जाते हैं। शुद्ध अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति डजो बाहरी आस्तियों के स्टॉक से बाह्य देयताओं को घटा कर प्राप्त की जाती है से इस बात का पता चलता है कि किसी अर्थव्यवस्था का बाह्य वित्तीय देयताओं की तुलना में बाह्य वित्तीय आस्तियों का कितना स्वामित्व है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के विशेष आँकड़ा संप्रसार मानक (एसडीडीएस) के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति संबंधी वार्षिक आँकड़े (तिमाही वांछित) दो तिमाहियों के भीतर जारी किए जाते हैं। भारत में अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति संबंधी आँकड़े वार्षिक आधार पर यानी मार्च अंत तक की स्थिति दो तिमाहियों के भीतर (सितंबर अंत तक) जारी किए जाते हैं। मार्च 2007 के अंत तक की भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति 20 सितंबर 2007 को जारी की गई थी।भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति, तिमाही आधार पर जून 2006 के अंत तक से दो तिमाही से कम अंतराल से प्रसारित की जा रही है।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2007-2008/862