भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखला 10: निवल ब्याज मार्जिन, वित्तीय संकट और बैंक व्यवहार: भारतीय बैंकों का अनुभव - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखला 10: निवल ब्याज मार्जिन, वित्तीय संकट और बैंक व्यवहार: भारतीय बैंकों का अनुभव
24 अक्टूबर 2013 भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखला 10: भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखला* (आरबीआईडब्ल्यूपीएस) के अंतर्गत “निवल ब्याज मार्जिन, वित्तीय संकट और बैंक व्यवहारः भारतीय बैंकों का अनुभव” शीर्षक वर्किंग पेपर जारी किया । यह पेपर श्री तुषार बी. दास द्वारा लिखा गया है। इस पेपर में लेखक ने भारतीय बैंकों के लिए सक्षमता सूचक के रूप में बैंकों के सक्षमता निवल ब्याज मार्जिन (एनआईएम) पर वित्तीय संकट के प्रभाव का आकलन करने का प्रयास किया है। विभिन्न स्वामित्व श्रेणियों में अलग-अलग बैंक स्तरीय आंकड़ों का उपयोग करते हुए लेखक ने भारतीय बैंकों के मार्जिन को प्रभावित करने वाले कारकों का विश्लेषण किया है। मौद्रिक अंतरण साहित्य का अनुसरण करते हुए लेखक ने बैंकों की सक्षमता पर प्रभाव, चलनिधि और पूंजीकरण की भी जांच की है। मुख्य निष्कर्ष:
* भारतीय रिज़र्व बैंक ने मार्च 2011 में भारतीय रिज़र्व बैंक वर्किंग पेपर श्रृंखलाएं लागू की थी। ये पेपर भारतीय रिज़र्व बैंक के स्टाफ सदस्यों की प्रगति में अनुसंधान का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा इन्हें स्पष्ट अभिमत और आगे चर्चा के लिए प्रसारित किया जाता है। इन पेपरों में व्यक्त विचार लेखकों के हैं, भारतीय रिज़र्व बैंक के नहीं। अभिमत और टिप्पणियां लेखकों को भेजी जाएं। इन पेपरों के उद्धरण और उपयोग इसके अनंतिम स्वरूप को ध्यान में रखकर किए जाएं। संगीता दास प्रेस प्रकाशनी : 2013-2014/851 |