भारतीय रिज़र्व बैंक ने बाढ़ राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की विशेष बैठक बुलाई - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बाढ़ राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की विशेष बैठक बुलाई
5 दिसंबर 2005
भारतीय रिज़र्व बैंक ने बाढ़ राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की विशेष बैठक बुलाई
तमिलनाडु राज्य में हाल ही में हुई अप्रत्याशित वर्षा से व्यापक रूप से आयी बाढ़ और परिणामस्वरूप हुए जान-माल के भारी नुकसान के संदर्भ में 1 दिसंबर 2005 को राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की एक विशेष बैठक बुलायी गयी थी। इस बैठक में राज्य सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक, बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में यह नोट किया गया कि 29 जिलों में से 27 जिलों में बाढ़ से भयंकर तबाही हुई है और बहुत से जिले तो पानी में डूब गये हैं। यह निर्णय लिया गया कि प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में राहत प्रदान करने के लिए बैंकों को जारी किये गये भारतीय रिज़र्व बैंक के स्थायी अनुदेश लागू किये जाएं।
इन राहत उपायों में कार्यशील पूंजी सहित मौजूदा ऋणों को परिवर्तित करना और नयी फसलों के लिए नये ऋण स्वीकृत करना शामिल है। यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक प्रभावित जिले के लिए अपेक्षित राहत उपायों के लिए विशेष पैकेजों को देखने के लिए प्रभावित जिलों में विशेष जिला परामर्शदात्री समितियां गठित की जायेंगी।
चूंकि पिछले सप्ताह चेन्ने में हुई हाल ही की वर्षा ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है अतः आज राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की एक अन्य बैठक आयोजित की गयी थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बैंक प्रभावित व्यक्तियों को जरूरी वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कमर कस कर तैयार हैं। इस बैठक में नोट किया गया कि सभी बैंकों की शाखाएं, एटीएम और करेंसी चेस्ट सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं। बैंकों ने यह भरोसा दिलाया कि वे प्रभावित व्यक्तियों को उपभोग ऋण प्रदान करने के साथ-साथ रिहाइशी मकानों की मरम्मत और पुनर्निर्माण तथा लघु उद्यमों के पुनर्निर्माण के लिए भी सहायता उपलब्ध करायेंगे। राज्यस्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) ने यह निर्णय लिया कि इसके लिए विशेष कार्यदल गठित किया जाए जिसमें राज्य सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक, बैंकों, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक, राष्ट्रीय आवास बैंक, भारतीय लघु उद्योग और विकास बैंक तथा जीवन बीमा निगम और युनाइटेड इंडिया इंश्योंरेंस के वरिष्ठ अधिकारी होंगे। कार्यदल, कितना नुकसान हुआ है इसका अनुमान लगायेगा और जो विशेष राहत उपाय जरुरी होंगे, उनकी विशेष रूप से सिफारिश करेगा।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2005-2006/679