भारतीय रिज़र्व बैंक एफएक्स वैश्विक संहिता हेतु प्रतिबद्ध है - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक एफएक्स वैश्विक संहिता हेतु प्रतिबद्ध है
18 अप्रैल 2019 भारतीय रिज़र्व बैंक एफएक्स वैश्विक संहिता हेतु प्रतिबद्ध है भारतीय रिज़र्व बैंक ने एफएक्स वैश्विक संहिता (“संहिता”) हेतु प्रतिबद्धता विवरण (एसओसी) पर हस्ताक्षर किया है। 25 मई 2017 को आरंभ की गयी संहिता, सर्वश्रेष्ठ बाजार प्रथाओं का एक संकलन है, जो केंद्रीय बैंकों और बाजार प्रतिभागियों द्वारा तैयार किया गया है, इसे अंतर्राष्ट्रीय निपटान बैंक (बीआईएस), बासेल के तत्वावधान में विकसित किया गया है। यह संहिता थोक एफएक्स बाजार प्रतिभागियों पर लागू होती है, जो बिक्री- पक्ष, क्रय- पक्ष और वित्तीय मध्यस्थों को कवर करता है, और स्वैच्छिक प्रकृति की है। संहिता किसी भी कानूनी या विनियामक दायित्व को लागू नहीं करती है और इसका उद्देश्य स्थानीय कानूनों के नियमों और विनियमों का पूरक बनना है। वर्तमान में वैश्विक एफएक्स समिति (जीएफएक्ससी) द्वारा प्रत्येक क्षेत्राधिकार में स्थानीय एफएक्स समिति (एलएफएक्ससी) के साथ समन्वय करके संहिता को वैश्विक स्तर पर लागू किया जा रहा है। रिज़र्व बैंक जीएफएक्ससी का सदस्य है। रिज़र्व बैंक ने चार प्रमुख केंद्रीय बैंकों के साथ, 25 मई 2017 को संयुक्त मीडिया रिलीज़ के माध्यम से संहिता के प्रकाशन का स्वागत किया था (Joint Media Release: BOK, HKMA, MAS, RBA and RBI welcome the publication of the FX Global Code)। इस संहिता को, (1) नीतिशास्त्र (2) शासन (3) निष्पादन (4) सूचना साझाकरण (5) जोखिम प्रबंधन और अनुपालन, और (6) पुष्टि और निपटान प्रक्रियाएं नामक छह प्रमुख सिद्धांतों के रूप में आयोजित किया गया है। यह संहिता केंद्रीय बैंकों पर भी लागू होती है, सिवाय उनके नीतिगत उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए किए गए कार्यों के । रिज़र्व बैंक इस संहिता में अच्छी प्रथाओं के सिद्धांतों का समर्थन करता है। रिज़र्व बैंक ने भारत में एफएक्स बाजार प्रतिभागियों के बीच संहिता को अपनाने और पालन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय विदेशी मुद्रा समिति (आईएफएक्ससी) के गठन की भी सुविधा प्रदान की है। संहिता एवं अन्य संबंधित जानकारी: http://www.globalfxc.org पर उपलब्ध है। एफ़एक्स वैश्विक संहिता हेतु प्रतिबद्धता विवरण अजीत प्रसाद प्रेस प्रकाशनी: 2018-2019/2477 |