500 रुपये मूल्य वर्ग के नोट : कुछ तथ्य - आरबीआई - Reserve Bank of India
500 रुपये मूल्य वर्ग के नोट : कुछ तथ्य
500 रुपये मूल्य वर्ग के नोट : कुछ तथ्य
3 जनवरी 2002
भारतीय रिज़र्व बैंक ने सूचित किया है कि फिलहाल 500 मूल्य वर्ग के नोट तीन डिज़ाइनों में प्रचलन में हैं। मुख्य रूप से हरे रंग में 500 रुपये का नोट सबसे पहले 1987 में जारी किया गया था। नोटों की इस द्राृंखला में महात्मा गांधी का चित्र है और इस चित्र के नीचे ‘एम के गांधी’ वाक्य खंड मुद्रित है। इस नोट में जल चिह्न वाले स्थान में अशोक स्तम्भ भी है। इसके बाद, रिज़ॅर्व बैंक ने महात्मा गांधी द्राृंखला में 1997 में 500 रुपये के नोट जारी किये। इसमें महात्मा गांधी का चित्र बायीं तरफ तथा जल चिह्न वाले क्षेत्र में है। इस नोट में भी वाक्य खंड ‘एम के गांधी’ महात्मा गांधी की तस्वीर के नीचे छपा हुआ है। अलबत्ता, बैंक ने जून 1998 में वाक्य खंड ‘एम के गांधी’ को ‘महात्मा गांधी’ में बदल दिया और तब से 500 मूल्य वर्ग के नोट ‘महात्मा गांधी’ की तस्वीर के नीचे वाक्य खंड ‘महात्मा गांधी’ के साथ मुद्रित किये जा रहे हैं।
यह स्पष्ट किया जाता है कि रिज़र्व बैंक द्वारा जारी 500 मूल्य वर्ग के सभी नोट, जिन पर तस्वीर के नीचे ‘एम के गांधी’ अथवा ‘महात्मा गांधी’ लिखा है, विधिमान्य मुद्रा हैंं। इस तरह के नोट सभी बैंक शाखाओं में तथा रिज़र्व बैंक के कार्यालयों में जमा करने के लिए स्वीकार किये जाते हैं।
सूरज प्रकाश
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी सं 2001-2002/763