आरटीजीएस सेवाएं अब बैंक ग्राहकों के लिए : रिज़र्व बैंक - आरबीआई - Reserve Bank of India
आरटीजीएस सेवाएं अब बैंक ग्राहकों के लिए : रिज़र्व बैंक
16 अगस्त 2004
आरटीजीएस सेवाएं अब बैंक ग्राहकों के लिए : रिज़र्व बैंक
भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज घोषणा की है कि उसका रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट (आरटीजीएस) सिस्टम सहभागी अर्थात् बैंक के सिरे पर ग्राहक लेनदेनों को डालने के लिए स्ट्रेट थ्रू प्रोसेसिंग के लिए तैयार (एनेबल) कर दिया गया है। ग्राहक लेनदेनों की स्ट्रेट थ्रू प्रोसेसिंग, जमा सूचना मिलने पर बैंकों को इस बात की अनुमति देगी कि वे बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के ग्राहक के खाते में सीधे ही जमा लिख दें। इससे स्टॉक एक्सचेंजों के संबंध में टी+1 निपटान शुरू किया जा सकेगा। 72 बैंकों में से 32 बैंक, जो कि आरटीजीएस सिस्टम में सहभागी हैं, पूरे देश में 134 प्रमुख केंद्रों में 840 शाखाओं के ज़रिए ग्राहकों से जुड़ी आरटीजीएस निधि अंतरण सेवाएं प्रदान करते हैं।
रिज़र्व बैंक ने यह भी सूचित किया है कि प्राप्तकर्ता बैंक के लिए यह बाध्यकारी होगा कि वह अपने पेमेंट सिस्टम्स गेट-वे पर प्राप्ति सूचना मिलने के दो घंटे के भीतर हिताधिकारी ग्राहक के खाते में जमा लिख देगा। आज की तारीख में अपने ग्राहकों को आरटीजीएस सेवाएं देनेवाली बैंक शाखाओं की सूची बैंक ग्राहकों के लाभ के लिए रिज़र्व बैंक की वेबसाइट(www.rbi.org.in) पर उपलब्ध है।
आपको याद होगा कि भारतीय रिज़र्व बैंक का रियल टाइम ग्रास सेटलमेंट सिस्टम 26 मार्च 2004 को शुरू किया गया था। शुरुआत में यह अंतर-बैंक लेनदेनों के निपटान के लिए ही उपलब्ध था। 29 अप्रैल 2004 से आरटीजीएस सिस्टम ग्राहक लेनदेनों के निपटान के लिए भी उपलब्ध करा दिया गया है। आरटीजीएस एक विधिवत् रूप से तैयार किया गया महत्त्वपूर्ण भुगतान सिस्टम है और इसके अंतर्गत देश व ा पूरा बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र आ जाता है। यह एक सुरक्षित इलैक्ट्रॉनिक निधि अंतरण सिस्टम है जो अंतर-बैंक लेनदेनों के निपटान के लिए और ग्राहक आधारित अंतर-बैंक लेनदेनों के लिए देशभर में किसी भी राशि के लिए रियल टाइम ऑन-लाइन निपटान उपलब्ध कराता है। देश में सभी अनुसूचित बैंक आरटीजीएस के सहभागी बन सकते हैं और अपने ग्राहकों को इलैक्ट्रॉनिक निधि अंतरण सुविधा उपलब्ध करा सकते हैं। वर्तमान में अंतर-बैंक निपटान के लिए आरटीजीएस सिस्टम में 72 बैंक हिस्सा ले रहे हैं। यह मुंबई में अंतर-बैंक निपटान के कुल मूल्य के 90 प्रतिशत से भी अधिक के लिए निपटान करते हैं।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2004-2005/188