31 दिसंबर 2009 भारत में विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत: अप्रैल-सितंबर 2009-10 आज शुरुआत में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) पर 2009-10 की दूसरी तिमाही (अर्थात जुलाई-सितंबर 2009) के भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों और पूर्ववर्ती तिमाहियों के संशोधित आंकड़ों के आधार पर, अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत पर यह नोट संकलित किया गया है। विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत : अप्रैल-सितंबर 2009 अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार में अभिवृद्धि हुई थी जिसका मुख्य कारण मूल्यन परिवर्तन था। इसके अलावा, आइएमएफ द्वारा एसडीआर विनिधान तथा विदेशी निवेश और अनिवासी भारतीय जमाराशि के तहत अंतर्वाह से भी अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में अभिवृद्धि हुई थी। विदेशी मुद्रा भंडार में घटबढ़ के स्रोत सारणी 1 में दिए गए हैं।
सारणी 1 :विदेशी मुद्रा के भंडार में घटबढ़ के स्रोत
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(मिलियन अमरीकी डॉलर) |
मदें |
अप्रैल-सितंबर 2008 |
अप्रैल-सितंबर 2009 |
I. |
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चालू खाता शेष |
(-)15,849 |
(-) 18,618 |
II. |
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पूँजी खाता (निवल) (क से च) |
13,350 |
28,151 |
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क |
विदेशी निवेश (i+ii) |
8,349 |
32,088 |
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(i) विदेशी प्रत्यक्ष निवेश |
13,867 |
14,142 |
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(ii) संविभागीय निवेश |
(-)5,518 |
17,946 |
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जिनमें से : |
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एफआइआइ |
(-)6,614 |
15,265 |
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एडीआर/जीडीआर |
1,135 |
2,707 |
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ख |
बाह्य वाणिज्यिक उधार |
3,166 |
745 |
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ग |
बैंकिंग पूँजी |
4,971 |
1,057 |
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जिसमें से : अनिवासी भारतीयों की जमाराशियां |
1,072 |
2,864 |
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घ |
अल्पावधि व्यापार ऋण |
4,906 |
(-) 618 |
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ङ |
विदेशी सहायता |
869 |
571 |
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च |
पूँजी खाते की अन्य मदें* |
(-) 8,911 |
(-) 5,692 |
III. |
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मूल्यांकन में परिवर्तन |
(-) 20,888 |
19,760 |
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कुल (I+II+III) |
(-) 23,387 |
29,293 |
टिप्पणी: (i) *:’पूँजीगत खाते की अन्य मदों में, भूल-चूकों के अलावा एसडीआर आबंटनों, निर्यात में कमीबेशी, विदेश में रखी गई निधियाँ, एफडीआई के अंतर्गत शेयरों के निर्गम के विचाराधीन प्राप्त अग्रिम और अन्यत्र शामिल न की गई पूंजी प्राप्तियों के लेनदेन शामिल हैं। |
(ii) मुद्रा भंडार में वृद्धि (+)/ मुद्रा भंडार में गिरावट(-) |
अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार (मूल्यन प्रभाव सहित) में 29,293 मिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 के दौरान 23,387 मिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट हुई थी (सारणी 2)।
सारणी 2: तुलनात्मक स्थिति
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(मिलियन अमरीकी डॉलर) |
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अप्रैल-सितंबर 2008 |
अप्रैल-सितंबर 2009 |
1. |
विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन (मूल्यन प्रभाव सहित) |
(-) 23,387 |
29,293 |
2. |
मूल्यन प्रभाव डलाभ(+)/हानि (-) |
(-) 20,888 |
19,760 |
3. |
बीओपी आधार पर विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन (मूल्यन प्रभाव छोड़कर) |
(-) 2,499 |
9,533 |
4. |
मूल्यन लाभ/हानि द्वारा दर्शाए गए मुद्रा भंडार में वृद्धि/गिरावट का प्रतिशत |
89.3 |
67.5 |
टिप्पणी: मुद्रा भंडार में वृद्धि (+)/गिरावट (-) |
भुगतान संतुलन आधार पर (अर्थात मूल्यन प्रभाव छोड़कर), अप्रैल-सितंबर 2008 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 2,499 मिलियन अमरीकी डॉलर की गिरावट हुई थी जबकि अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 9,533 मिलि.अम.डॉलर की वृद्धि हुई। मुख्य मुद्राओं के प्रति अमरीकी डॉलर में मूल्यह्रास दर्शाते हुए मूल्यन लाभ अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान 19,760 मिलियन अमरीकी डॉलर था जबकि अप्रैल-सितंबर 2008 के दौरान मूल्यन हानि 20,888 मिलियन अमरीकी डॉलर थी। तदनुसार, अप्रैल-सितंबर 2009 के दौरान मूल्यन लाभ विदेशी मुद्रा भंडारों में हुई कुल वृद्धि का 67.5 प्रतिशत था। आइएमएफ द्वारा भारत को दो चरणों में किए गए एसडीआर के आबंटन, अर्थात 28 अगस्त 2009 के 3,082 मिलियन एसडीआर के सामान्य आबंटन (4,821 मिलियन अमरीकी डॉलर के समतुल्य) और 9 सितंबर 2009 के 214.6 मिलियन एसडीआर के विशेष आबंटन (340 मिलियन अमरीकी डॉलर के समतुल्य) से तिमाही के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 5,161 मिलियन अमरीकी डॉलर की वृद्धि हुई। अजीत प्रसाद प्रबंधक प्रेस प्रकाशनी : 2009-2010/916 |