भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17वें सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में अपनी केंद्रीकृत सूचना प्रबंध प्रणाली (सीआईएमएस) का शुभारंभ किया - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17वें सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में अपनी केंद्रीकृत सूचना प्रबंध प्रणाली (सीआईएमएस) का शुभारंभ किया
30 जून 2023 भारतीय रिज़र्व बैंक ने 17वें सांख्यिकी दिवस सम्मेलन में अपनी केंद्रीकृत सूचना प्रबंध प्रणाली (सीआईएमएस) आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय सांख्यिकीय प्रणाली और आर्थिक आयोजना में अमूल्य योगदान देने वाले स्व. प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस की स्मृति में 'राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस' समारोह के एक भाग के रूप में अपना 17वां वार्षिक सांख्यिकी दिवस सम्मेलन आयोजित किया। इस अवसर पर, श्री शक्तिकान्त दास, गवर्नर ने रिज़र्व बैंक की नेक्स्ट जनरेशन डेटा वेयरहाउस, अर्थात्, केंद्रीकृत सूचना प्रबंध प्रणाली (सीआईएमएस) का शुभारंभ किया। अपने उद्घाटन भाषण में, गवर्नर ने नीति निर्माण में सुदृढ़ और सामयिक डेटा के साथ-साथ सांख्यिकीय विश्लेषण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रिज़र्व बैंक, डेटा को "सार्वजनिक हित" के रूप में मानता है और विनियमित/ रिपोर्टिंग संस्थाओं के साथ निरंतर सहबद्धता सहित निर्बाध सूचना प्रबंधन का समर्थन करने के लिए समय-समय पर अपने स्वयं के प्रौद्योगिकी अवसंरचना को अपग्रेड करता है। इन प्रयासों ने डेटा की कवरेज, गुणवत्ता और समयबद्धता में सुधार के मामले में अत्यंत लाभ प्राप्त किया है। प्रोफेसर एस. आर. श्रीनिवास वर्धन, पद्म विभूषण और कूरेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंस, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में विज्ञान के फ्रैंक जे गोल्ड प्रोफेसर ने 'रेर ईवेंट्स, लार्ज डिविएशन्स एंड स्माल प्रोबबिलिटीस' शीर्षक से पी. सी. महालनोबिस स्मृति व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रोफेसर राजीव लक्ष्मण करंदीकर, अध्यक्ष, राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग ने 'रोल ऑफ स्टेटिस्टिक्स इन दी इरा ऑफ डेटा साइंस' पर मुख्य भाषण दिया। ‘स्टेटिस्टिक्स शेप द सेटिंग ऑफ मोनेटरी पॉलिसी' विषय पर अपने भाषण के दौरान, उप गवर्नर डॉ. माइकल देवब्रत पात्र ने उपयोगकर्ता की धारणाओं को साझा किया कि कैसे सांख्यिकी भारत में मौद्रिक नीति के आचरण और कार्यान्वयन को सूचित और सशक्त बनाती है। जी20 अर्थव्यवस्थाओं से संबंधित चार शोध अध्ययनों के निष्कर्ष, आंतरिक शोधकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत किए गए। समापन सत्र में, डॉ. ओ. पी. मल्ल, कार्यपालक निदेशक ने रिज़र्व बैंक में सांख्यिकीय गतिविधियों से संबंधित आगे की राह के बारे में प्रतिभागियों को संबोधित किया। (योगेश दयाल) प्रेस प्रकाशनी: 2023-2024/512 |