यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड को अधिस्थगन के अंतर्गत रखा - आरबीआई - Reserve Bank of India
यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड को अधिस्थगन के अंतर्गत रखा
2 सितंबर 2006
यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड को अधिस्थगन के अंतर्गत रखा
भारतीय रिज़र्व बैंक के आवेदन पर केंद्र सरकार ने यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड, के संबंध में आज अधिस्थगन आदेश जारी किया। केंद्र सरकार ने जन हित, जमाकर्ताओं और बैंकिंग प्रणाली के हित में यह अधिस्थगन आदेश जारी किया है।
यह अधिस्थगन शनिवार, 2 सितंबर 2006 को अपराह्न 2.00 बजे से 1 दिसंबर 2006 को सम्मिलित करके उस तारीख तक या यदि दूसरी व्यवस्थाएं की जाती हैं तो उसके पहले की तारीख तक प्रभावी होगा। इस अवधि के दौरान भारतीय रिज़र्व बैंक विभिन्न विकल्पों पर विचार करेगा - जैसे यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड का दूसरे किसी बैंक के साथ समामेलन और जन हित और सार्वजनिक जमाराशियों को सुरक्षित रखने की दृष्टि से योजना को अंतिम रूप देगा।
अधिस्थगन की अवधि के दौरान बैंक को केवल उन भुगतानों को देने की अनुमति होगी जो अधिस्थगन आदेश में निर्धारित किये गये हैं और यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड के जमाकर्ताओं को बैंक की किसी भी शाखा से अपने बचत बैंक खाता या चालू खाता या अन्य किसी जमा खाते से 10,000 रुपये (दस हजार रुपये मात्र) की उच्चतम सीमा के अधीन बकाया राशि आहरित करने की अनुमति होगी। वर्तमान के लिए इस बैंक के ग्राहक, बैंक के एटीएम/अन्य बैंकों के साथ सहभागी वाले एटीएम के माध्यम से राशि आहरित नहीं कर सकेंगे ताकि आस्थगन में निर्धारित मौद्रिक सीमा का प्रभाव बना रहे। तथापि, ग्राहक किसी भी शाखा से 10,000 रुपये तक की निर्धारित सीमा तक आहरण कर सकते हैं।
वर्ष 1936 में स्थापित यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड का मुख्यालय सातारा, महाराष्ट्र में है। बैंक के पास 230 शाखाओं, 12 विस्तार काउंटरों और 75 एटीएम का नेटवर्क है और उसके परिचालन मुख्यत: महाराष्ट्र में संकेंद्रित हैं। दिनांक 31 मार्च 2006 तक बैंक की जमाराशियां 6480.19 करोड़ रुपये और अग्रिम 4006.27 करोड़ रुपये थे। बैंक को वर्ष 2004-05 और 2005-06 के दौरान क्रमश: 98.64 करोड़ रुपये और 106.48 करोड़ रुपये का निवल घाटा हुआ। 31 मार्च 2006 को समकक्ष की निवल अनर्जक परिसंपत्तियां 1.97 प्रतिशत की तुलना में उसकी कुल अनर्जक परिसंपत्तियां 5.66 प्रतिशत थी। 30 जून 2006 को बैंक की जोखिम भारित परिसंपत्ति की तुलना में पूंजी का अनुपात (सीआरएआर) ऋणात्मक (-) 0.03 प्रतिशत हो गया। इससे जमाकर्ताओं का हित जोखिम में पड़ा। सीआरएआर के निर्धारित स्तर पर लाने के लिए नयी पूंजी जुटाने के लिए बैंक किसी विश्वसनीय योजना के साथ फिर से सामने नहीं आ सका।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जनता के सदस्यों की सहायता के लिए मुंबई में हेल्पलाईन चालु की है। वे भारतीय रिज़र्व बैंक के निम्नलिखित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं -
श्री एम.के.समंत्रय |
टेलिफोन नं. (कार्यालय) : 022 22189553 |
श्री अशोक जोशी |
टेलिफोन नं. (कार्यालय) : 022 22180343 |
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2006-2007/323