विनिर्माण क्षेत्र का औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण-पहली तिमाही (क्यू-1):2018-19 - आरबीआई - Reserve Bank of India
विनिर्माण क्षेत्र का औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण-पहली तिमाही (क्यू-1):2018-19
अप्रैल-जून 2018 में किए गए औद्योगिक परिदृश्य सर्वेक्षण (आइओएस) के 82 वें चक्र के परिणाम रिज़र्व बैंक द्वारा आज जारी किए गए। इस सर्वेक्षण में क्यू-1:2018-19 के लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में कारोबार की भावनाओं के गुणात्मक मूल्यांकन और क्यू-1:2018-191 के लिए प्रत्याशाओं को सम्मिलित किया गया है। सर्वेक्षण के इस चक्र में 1207 कंपनियों से प्रत्युत्तर प्राप्त हुए हैं। प्रमुख विशेषताएं:
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1 सर्वेक्षण में प्राप्त प्रत्युत्तर उत्तरदाताओं के हैं और इन्हें रिज़र्व बैंक द्वारा अनिवार्यतः साझा नहीं किया जाता। चक्र 81 (क्यू 4-2017-18) के सर्वेक्षण परिणाम भारतीय रिज़र्व बैंक की वेब साइट पर 5 अप्रैल 2018 को जारी किए गए थे। 2 बिजनेस इंडीकेटर इंडेक्स (बीईआइ) एक सम्मिश्र सूचकांक है जिसकी गणना नौ बिजनेस इंडीकेटरों के भारांकित शुद्ध प्रत्युत्तर (विभिन्न उद्योग समूहों के जीवीए का हिस्सा) के रूप में की जाती है। बीईआइ की गणना के लिए स्वीकार किए गए नौ सूचकांक हैः (1) समग्र कारोबार की स्थितियां; (2) उत्पादन; (3) ऑर्डर बुक्स; (4) कच्चे माल की सूची; (5) तैयार माल की सूची; (6) लाभ मार्जिन; (7) रोज़गार; (8) निर्यात; और (9) क्षमता उपभोग। इससे हमें प्रत्येक तिमाही के कारोबार की झलक देखने को मिलती है। बीईआइ में 0 और 200 मूल्यों को लिया गया है और 100 निम्नतन सीमा है जो विस्तार को संकुचन से विलग करती है। 3 शुद्ध जबाब/Net Response (NR)आशावादिता सूचित करनेवाले उत्तरदाताओं और निराशावादिता सूचित करनेवाले उत्तरदाताओं के प्रतिशत का अंतर है। इसका रेंज है -100 to 100. शून्य से अधिक कोई भी मूल्य विस्तार/आशावादिता का प्रतीक हैऔर शून्य से कम मूल्य संकुचन/निराशावादिता का प्रतीक हैअर्थात., NR = (I – D); जहां, I वृद्धि/आशावादिता का प्रतिशत में जबाब है और D कमी/निराशावादिता का प्रतिशत में जबाब है तथा E अपरिवर्तित/समान का प्रतिशत में जबाब है इस प्रकार I+D+E=100. उदाहरणार्थ, उत्पादन में वृद्धि आशावादिता है और दूसरी ओर कच्चे माल की लागत में कमी आशावादिता है। |