मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं का सर्वेक्षण - आरबीआई - Reserve Bank of India
मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं का सर्वेक्षण
आज, रिजर्व बैंक ने नवंबर 2018 चक्र के मुद्रास्फीति पर घरेलू अपेक्षाओं के सर्वेक्षण (IESH)1 2 के परिणाम जारी किए। सर्वेक्षण 18 शहरों में आयोजित किया गया था और इसके परिणाम विभिन्न व्यावसायिक श्रेणियों को कवर करते हुए 5,802 शहरी परिवारों के प्रत्युत्तरों पर आधारित है। विशेष: i. सितम्बर 2018 चक्र के मुक़ाबले ऐसे उत्तरदाताओं के अनुपात में, जिन्हे आशंका है कि अगले 3 महीनों में सामान्य कीमतें वर्तमान दर से अधिक दर से बढ़ेंगी, मामूली गिरावट आई (तालिका 1 a और b)। ii. अगले एक वर्ष के लिए अपेक्षाएँ व्यापक रूप से अपरिवर्तित थीं। iii. मात्रात्मक परिणामों में भी सितंबर 2018 चक्र के मुक़ाबले तीन महीने आगे की मेडियन मुद्रास्फीति अपेक्षाएँ 40 आधार अंकों से घटीं; हालांकि, एक साल आगे के लिए उम्मीदें अपरिवर्तित बनी रहीं (चार्ट 1, तालिका 2)। iv. पिछले चक्र के मुक़ाबले नवंबर 2018 चक्र में हालांकि मौजूदा धारणाओं और अल्पकालिक मुद्रास्फीति अपेक्षाओं के बीच का अंतर कम हुआ है, परंतु वर्तमान धारणाओं और मध्यम अवधि की अपेक्षाओं के बीच का अंतर बढ़ा है। टिप्पणी: कृपया समय शृंखला डेटा के लिए एक्सेल फाइल देखें।
1 सर्वेक्षण, जो रिजर्व बैंक द्वारा नियमित अंतराल पर आयोजित किया जाता है, निकट भविष्य में मुद्रास्फीतिकारी दबाव पर उपयोगी निदेशात्मक जानकारी प्रदान करता है और अन्य आर्थिक संकेतकों का अनुपूरक होता है। सर्वेक्षण में उल्लिखित मुद्रास्फीति की अपेक्षाएं उत्तरदाताओं द्वारा दिए गए उत्तरों पर आधारित है और उनकी स्वयं की खपत प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित करती हैं। अतः इन्हें मुद्रास्फीति के आधिकारिक उपायों के लिए बेंचमार्क के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। 2 सर्वेक्षण पर तकनीकी सलाहकार समिति (टी.ए.सी.एस) द्वारा अनुमोदन के अनुसार, सर्वेक्षण के सितंबर 2018 के दौर से कोटा सैमपलिंग के स्थान पर टू-स्टेज प्रॉबबिलिटि सैमपलिंग स्कीम लागू की गई है। फलस्वरूप, सर्वेक्षण के परिणामों में परिवर्तन, संबंधी तालिकाओं के फुटनोट में बताए गए हैं। इसके अलावा, समग्र प्रतिदर्श आमाप को 6,000 पर रखते हुए, जनगणना 2011 के अनुसार प्रत्येक शहर के परिवारों की संख्या के अनुपात में शहरवार प्रतिदर्श आमाप संशोधित किया गया था। |