i) वार्षिक रिपोर्ट
रिज़र्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट एक सांविधिक प्रकाशन है जो वार्षिक खातों की समाप्ति के दो महीने के भीतर जारी किया जाता है। यह केंद्रीय बोर्ड द्वारा अर्थव्यवस्था की स्थिति, वर्ष के दौरान बैंक के कामकाज और रिजर्व बैंक के तुलन पत्र पर एक रिपोर्ट है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के आकलन और आगे आने वाली अवधि में इसकी संभावनाओं को भी प्रस्तुत करता है।
ii) भारत में बैंकिंग की प्रवृत्ति और प्रगति पर रिपोर्ट
रिज़र्व बैंक द्वारा प्रस्तुत यह भी एक सांविधिक प्रकाशन है जो वित्तीय क्षेत्र के लिए नीतियों और उसके कार्यनिष्पादन की समीक्षा करता है। इस प्रकाशन में अप्रैल से मार्च तक के आंकड़े शामिल किए जाते हैं और सामान्यत: इसे प्रत्येक वर्ष नवंबर/दिसंबर के आस-पास जारी किया जाता है।
iii) मौद्रिक नीति रिपोर्ट
यह बैंक का द्वि-वार्षिक सांविधिक प्रकाशन है, जो सामान्यतः अप्रैल और अक्टूबर में जारी किया जाता है। यह समष्टि आर्थिक दृष्टिकोण तथा विकास और मुद्रास्फीति पर पूर्वानुमान देता है। इसमें जोखिमों, कीमतों और लागतों, वित्तीय बाजार और तरलता की स्थिति और बाहरी वैश्विक वातावरण में विकास के संतुलन को भी शामिल किया गया है।
iv) वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट
यह एक द्वि-वार्षिक रिपोर्ट है जो वैश्विक वित्तीय संकट और उसके दुष्परिणाम अर्थात मार्च 2010 के बाद से प्रकाशित की जा रही है। यह भारत की वित्तीय प्रणाली की स्थिरता का आकलन प्रदान करता है; जोखिमों की प्रकृति, परिमाण और निहितार्थों; तनाव परीक्षण और लचीलापन के परिणाम की समीक्षा करता है; पूर्वक्रीत नीति प्रतिक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करता है और वित्तीय क्षेत्र के विकास और विनियमन के तरीकों का उल्लेख करता है।
v) राज्य वित्त: बजट का एक अध्ययन
एक विषयगत रूप से समर्पित रिलीज, यह प्रकाशन सभी राज्य सरकारों के वित्त का व्यापक विश्लेषणात्मक मूल्यांकन प्रदान करता है। नीतिगत निहितार्थ अंकित करने के लिए राज्यवार विश्लेषण के अलावा सभी राज्य सरकारों के समेकित आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। इसमें उप-राष्ट्रीय स्तर पर राजवित्तीय स्थिति का विश्लेषण, जोखिमों का आकलन, राजवित्तीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंध (एफआरबीएम) अधिनियम, 2003 के तहत लक्ष्यों पर प्रगति शामिल है। इसे व्यापक रूप से केंद्र/राज्य सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों जैसे आईएमएफ, और शिक्षाविदों द्वारा संदर्भ हेतु उपयोग में लाया जाता है।
vi) भारतीय रिज़र्व बैंक बुलेटिन और इसका साप्ताहिक सांख्यिकीय अनुपूरक
मासिक आरबीआई बुलेटिन मौद्रिक नीति वक्तव्य, शीर्ष प्रबंधन भाषण, शोध लेख, प्रमुख मौद्रिक और वित्तीय संकेतकों पर वर्तमान आंकड़े, विदेशी मुद्रा बाजार हस्तक्षेप पर पहला डेटा रिलीज और सामयिक रुचि के अन्य क्षेत्रों को प्रकाशित करता है। बुलेटिन में अन्य उपयोगी समावेशन, महत्वपूर्ण प्रेस विज्ञप्तियां और रिज़र्व बैंक के विभिन्न विभागों द्वारा जारी परिपत्र तथा अर्थव्यवस्था, वित्त और बैंकिंग से संबंधित आंकड़े हैं।
वार्षिक रिपोर्ट और भारत में बैंकिंग की प्रवृत्ति और प्रगति पर रिपोर्ट सहित बैंक द्वारा जारी प्रमुख रिपोर्टें इस मासिक प्रकाशन के पूरक के रूप में जारी की जाती हैं।
मासिक आरबीआई बुलेटिन का साप्ताहिक सांख्यिकीय पूरक (डब्ल्यूएसएस) एक प्रमुख उच्च आवृत्ति डेटा प्रसार स्रोत है और यह आरबीआई तुलन पत्र, आरक्षित निधि की स्थिति, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का तुलन पत्र, मौद्रिक और वित्तीय बाजार संकेतक तथा सरकार की बाजार उधारी जैसी प्रमुख मदों की जानकारी प्रकाशित करता है। यह दस्तावेज़ आमतौर पर प्रत्येक शुक्रवार की शाम को जारी किया जाता है।