प्रेस प्रकाशनियां - आरबीआई - Reserve Bank of India
प्रेस प्रकाशनियां
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 19 मई 2023 की प्रेस प्रकाशनी 2023-2024/257 के माध्यम से ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोटों को संचलन से वापस लेने की घोषणा की थी। ₹2000 के बैंकनोटों को वापस लेने संबंधी स्थिति को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर प्रकाशित किया जाता रहा है। इस संबंध में पिछली प्रेस प्रकाशनी 2 सितंबर 2024 को प्रकाशित की गई थी।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 19 मई 2023 की प्रेस प्रकाशनी 2023-2024/257 के माध्यम से ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोटों को संचलन से वापस लेने की घोषणा की थी। ₹2000 के बैंकनोटों को वापस लेने संबंधी स्थिति को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा समय-समय पर प्रकाशित किया जाता रहा है। इस संबंध में पिछली प्रेस प्रकाशनी 2 सितंबर 2024 को प्रकाशित की गई थी।
1 अक्तूबर 2024 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2038 आंध्र प्रदेश 2044 आंध्र प्रदेश 2048 असम 2039 अधिसूचित राशि 1000 1000 1000 750 अवधि 14 20 24 15 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 80 44 30 34 (ii) राशि 5065 3575 3580 2830
1 अक्तूबर 2024 को आयोजित राज्य सरकार प्रतिभूतियों की नीलामी का परिणाम निम्नानुसार है: (राशि ₹ करोड़ में) आंध्र प्रदेश 2038 आंध्र प्रदेश 2044 आंध्र प्रदेश 2048 असम 2039 अधिसूचित राशि 1000 1000 1000 750 अवधि 14 20 24 15 प्राप्त प्रतिस्पर्धी बोलियां (i) संख्या 80 44 30 34 (ii) राशि 5065 3575 3580 2830
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर “भारत में मौद्रिक नीति संचारण और श्रम बाज़ार” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन चेतन घाटे, सताद्रु दास, देवज्योति मजूमदार, श्रीरूपा सेनगुप्ता और सत्यार्थ सिंह ने किया है।
आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट पर “भारत में मौद्रिक नीति संचारण और श्रम बाज़ार” शीर्षक से डीआरजी अध्ययन जारी किया। इस अध्ययन का सह-लेखन चेतन घाटे, सताद्रु दास, देवज्योति मजूमदार, श्रीरूपा सेनगुप्ता और सत्यार्थ सिंह ने किया है।
क्रम सं. राज्य जुटाई जाने वाली राशि (₹ करोड़) स्वीकृत राशि (₹ करोड़) कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (%) अवधि (वर्ष) 1 आंध्र प्रदेश 1000 1000 7.11 14 1000 1000 7.14 20 1000 1000 7.14 24 2 असम 750 750 7.13 15 3 बिहार 2000 2000 7.11 9 4 गोवा 100 100 7.12 11 5 हरियाणा 1500 1500 7.12 12 6 कर्नाटक 2000 2000 6.90 03 2000 2000 7.00 06 7 केरल 1245 1245 7.10 10 8 मेघालय 197 197 7.12 10
क्रम सं. राज्य जुटाई जाने वाली राशि (₹ करोड़) स्वीकृत राशि (₹ करोड़) कट-ऑफ मूल्य (₹)/ प्रतिफल (%) अवधि (वर्ष) 1 आंध्र प्रदेश 1000 1000 7.11 14 1000 1000 7.14 20 1000 1000 7.14 24 2 असम 750 750 7.13 15 3 बिहार 2000 2000 7.11 9 4 गोवा 100 100 7.12 11 5 हरियाणा 1500 1500 7.12 12 6 कर्नाटक 2000 2000 6.90 03 2000 2000 7.00 06 7 केरल 1245 1245 7.10 10 8 मेघालय 197 197 7.12 10
अवधि 3-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 1,75,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 93,815 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 93,815 कट ऑफ दर (%) 6.49 भारित औसत दर (%) 6.49 कट ऑफ दर पर प्राप्त प्रस्तावों के आंशिक स्वीकृति का प्रतिशत लागू नहीं
अवधि 3-दिवसीय अधिसूचित राशि (₹ करोड़ में) 1,75,000 प्राप्त प्रस्तावों की कुल राशि (₹ करोड़ में) 93,815 स्वीकृत राशि (₹ करोड़ में) 93,815 कट ऑफ दर (%) 6.49 भारित औसत दर (%) 6.49 कट ऑफ दर पर प्राप्त प्रस्तावों के आंशिक स्वीकृति का प्रतिशत लागू नहीं
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 516,144.89 6.65 1.00-7.15 I. मांग मुद्रा 6,770.59 6.68 5.10-6.90 II. ट्राइपार्टी रेपो 348,881.75 6.64 6.52-6.95 III. बाज़ार रेपो 158,994.55 6.66 1.00-6.90 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 1,498.00 6.84 6.80-7.15 ख. मीयादी खंड I. सूचना मुद्रा** 152.75 6.73 6.00-6.80 II. मीयादी मुद्रा@@ 457.00 - 6.85-7.40 III. ट्राइपार्टी रेपो 6,853.00 6.75 6.65-6.85 IV. बाज़ार रेपो 622.41 6.68 6.65-6.70 V. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 0.00 - -
(राशि करोड़ रुपये में और दर प्रतिशत में) मुद्रा बाज़ार@ मात्रा (एक चरण) भारित औसत दर सीमा क. ओवरनाइट खंड (I+II+III+IV) 516,144.89 6.65 1.00-7.15 I. मांग मुद्रा 6,770.59 6.68 5.10-6.90 II. ट्राइपार्टी रेपो 348,881.75 6.64 6.52-6.95 III. बाज़ार रेपो 158,994.55 6.66 1.00-6.90 IV. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 1,498.00 6.84 6.80-7.15 ख. मीयादी खंड I. सूचना मुद्रा** 152.75 6.73 6.00-6.80 II. मीयादी मुद्रा@@ 457.00 - 6.85-7.40 III. ट्राइपार्टी रेपो 6,853.00 6.75 6.65-6.85 IV. बाज़ार रेपो 622.41 6.68 6.65-6.70 V. कॉरपोरेट बॉण्ड में रेपो 0.00 - -
भारत सरकार ने निम्नलिखित विवरण के अनुसार ₹39,000 करोड़ की अधिसूचित राशि के लिए तीन दिनांकित प्रतिभूतियों की बिक्री (निर्गम/ पुनर्निर्गम) की घोषणा की है। क्र. सं. प्रतिभूति चुकौती की तारीख अधिसूचित राशि (₹ करोड़) भारत सरकार की विशिष्ट अधिसूचना नीलामी की तारीख भुगतान की तारीख 1 7.02% जीएस 2027 27 मई 2027 7,000 एफ़ सं. 4(3)-बी (डब्ल्यू एंड एम)/ 2024 दिनांकित 30 सितंबर 2024 4 अक्तूबर 2024 (शुक्रवार) 7 अक्तूबर 2024 (सोमवार)
भारत सरकार ने निम्नलिखित विवरण के अनुसार ₹39,000 करोड़ की अधिसूचित राशि के लिए तीन दिनांकित प्रतिभूतियों की बिक्री (निर्गम/ पुनर्निर्गम) की घोषणा की है। क्र. सं. प्रतिभूति चुकौती की तारीख अधिसूचित राशि (₹ करोड़) भारत सरकार की विशिष्ट अधिसूचना नीलामी की तारीख भुगतान की तारीख 1 7.02% जीएस 2027 27 मई 2027 7,000 एफ़ सं. 4(3)-बी (डब्ल्यू एंड एम)/ 2024 दिनांकित 30 सितंबर 2024 4 अक्तूबर 2024 (शुक्रवार) 7 अक्तूबर 2024 (सोमवार)
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक अपने समसामयिक पत्रों का खंड 44, संख्या 2, 2023 जारी किया, जो उसके स्टाफ-सदस्यों के योगदान द्वारा तैयार की गई एक शोध पत्रिका है। इस अंक में तीन आलेख और तीन पुस्तक समीक्षाएं हैं। आलेख: 1. सीमा पार पूंजी प्रवाह और अचानक रुकावटें: उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं से सीख यह पत्र तीन दशकों (1992 की पहली तिमाही से 2022 की पहली तिमाही तक) की अवधि को शामिल करते हुए, उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) पर जोर देते हुए, सीमा पार पूंजी प्रवाह में विकसित गतिकी की जांच करता है। यह पत्र पूंजी प्रवाह प्रतिवर्तन के प्रमुख प्रकरणों, विशेष रूप से “अचानक रुकावट” का विवरण प्रदान करता है, और विश्लेषण से पता चलता है कि सकल और निवल प्रवाह के संदर्भ में जीएफ़सी की अवधि ईएमई के लिए एकमात्र प्रमुख अचानक रुकावट का प्रकरण है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक अपने समसामयिक पत्रों का खंड 44, संख्या 2, 2023 जारी किया, जो उसके स्टाफ-सदस्यों के योगदान द्वारा तैयार की गई एक शोध पत्रिका है। इस अंक में तीन आलेख और तीन पुस्तक समीक्षाएं हैं। आलेख: 1. सीमा पार पूंजी प्रवाह और अचानक रुकावटें: उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं से सीख यह पत्र तीन दशकों (1992 की पहली तिमाही से 2022 की पहली तिमाही तक) की अवधि को शामिल करते हुए, उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं (ईएमई) पर जोर देते हुए, सीमा पार पूंजी प्रवाह में विकसित गतिकी की जांच करता है। यह पत्र पूंजी प्रवाह प्रतिवर्तन के प्रमुख प्रकरणों, विशेष रूप से “अचानक रुकावट” का विवरण प्रदान करता है, और विश्लेषण से पता चलता है कि सकल और निवल प्रवाह के संदर्भ में जीएफ़सी की अवधि ईएमई के लिए एकमात्र प्रमुख अचानक रुकावट का प्रकरण है।
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2024 के अंत के लिए भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए[1]. जून 2024 के अंत में भारत की आईआईपी की मुख्य विशेषताएं:
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने जून 2024 के अंत के लिए भारत की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति से संबंधित आंकड़े जारी किए[1]. जून 2024 के अंत में भारत की आईआईपी की मुख्य विशेषताएं:
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 25 सितंबर 2024 के आदेश द्वारा जय भवानी सहकारी बैंक लिमिटेड, पुणे, महाराष्ट्र (बैंक) पर बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (बीआर अधिनियम) की धारा 56 के साथ पठित धारा 26 ए के प्रावधानों का उल्लंघन, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी ‘अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी)’ और ‘जमा खातों
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 25 सितंबर 2024 के आदेश द्वारा जय भवानी सहकारी बैंक लिमिटेड, पुणे, महाराष्ट्र (बैंक) पर बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 (बीआर अधिनियम) की धारा 56 के साथ पठित धारा 26 ए के प्रावधानों का उल्लंघन, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी ‘अपने ग्राहक को जानिए (केवाईसी)’ और ‘जमा खातों
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जून 06, 2025