जोखिम निगरानी विभाग - आरबीआई - Reserve Bank of India
अवलोकन
जोखिम निगरानी विभाग (आरएमडी) का गठन भारतीय रिज़र्व बैंक में उद्यम-व्यापी जोखिम प्रबंधन प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए किया गया है। विभाग में तीन प्रभाग हैं जो परिचालन जोखिम, वित्तीय जोखिम और आईटी तथा साइबर जोखिम की निगरानी करते हैं। रिज़र्व बैंक में जोखिम के प्रभावी पहचान, निर्धारण और निगरानी के एकसमान निधार्रण के लिए आरएमडी को अधिदेशित किया गया है:
-
जोखिम निगरानी की व्यापक रूपरेखा तैयार तथा कार्यान्वित करना और रिज़र्व बैंक की नीतियों/प्रणालियों/मैट्रिक्सों की आवधिक समीक्षा के साथ ही कार्यरत इकाइयों के साथ संवाद करना जिससे सभी महत्वपूर्ण जोखिमों की पहचान सुनिश्चित की जा सके।
-
कार्यरत इकाइयों द्वारा रिपोर्ट किए गए जोखिमों को संकलित कर, निगरानी और आवधिक तौर पर जोखिम निगरानी समिति (आरएमसी) और लेखापरीक्षा तथा जोखिम प्रबंधन उप-समिति (एआरएमएस) को प्रस्तुत करना।
-
रिज़र्व बैंक नीति संबंधी कार्यों से उत्पन्न होनेवाले विभिन्न जोखिमों के प्रावधान निर्मित करने हेतु आवश्यक आर्थिक पूंजी का निर्धारण और रिपोर्टिंग।
-
आरक्षित निधि प्रबंधन के लिए कुछ मध्य-कार्यालय कार्यों का उत्तरदायित्व।
-
हानि‘ और ‘हानि के करीब ‘ की घटनाओं का डाटाबेस तैयार कर संस्थागत स्मृतियों का सृजन करना।
-
संगठन में जोखिम संस्कृति विकसित करना।
-
बैंक की सूचना सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली का कार्यान्वयन,समीक्षा एवं परिचालन; आईटी/ साइबर सुरक्षा प्रक्रियाओं की निगरानी; साइबर सुरक्षा घटनाओं/ अकस्मात घटनाओं की निगरानी; संपूर्ण संगठन में साइबर जोखिम संबंधी जागरुकता पैदा करना; आईटी/साइबर सुरक्षा संबंधी प्रयासों को प्रोत्साहन देना और बैंक के शीर्ष प्रबंधन को आईटी/साइबर जोखिम के बारे में रिपोर्ट करना।
कार्यपालकों से संपर्क करें
-
-
भारतीय रिज़र्व बैंक, केंद्रीय कार्यालय, अमर बिल्डिंग, तीसरी मंजिल, सर पी.एम. मार्ग, फोर्ट मुंबई - 400 001
जारी आंकड़े
इस खण्ड में भारतीय अर्थव्यवस्था, बैंकिंग और वित्त के विभिन्न पहलुओं से संबंधित आँकड़े दिये गये हैं। जहां विद्यमान विगत एक वर्ष के आँकड़ों के रूप में परिभाषित किए गये हैं और वे नीचे दिये गए लिंक पर उपलब्ध हैं वहीं अनुसंधानकर्ता इस पृष्ठ पर दिये गए भारतीय अर्थव्यवथा का डाटाबेस लिंक पर आँकड़ा श्रृंखला भी प्राप्त कर सकते हैं।
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: जुलाई 05, 2025