भारतीय रिज़र्व बैंक, भुवनेश्वर में संविदा के आधार पर बैंक चिकित्सा परामर्शदाता (बीएमसी) की प्रति घंटे नियत पारिश्रमिक पर नियुक्ति - आरबीआई - Reserve Bank of India
भारतीय रिज़र्व बैंक, भुवनेश्वर में संविदा के आधार पर बैंक चिकित्सा परामर्शदाता (बीएमसी) की प्रति घंटे नियत पारिश्रमिक पर नियुक्ति
भारतीय रिज़र्व बैंक के मुख्य कार्यालय भवन औषधालय, पंडित जवाहर लाल नेहरू मार्ग, भुवनेश्वर, भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफिसर्स क्वार्टर्स, नयापल्ली, भुवनेश्वर, भारतीय रिज़र्व बैंक स्टाफ क्वार्टर्स, विद्युत मार्ग, भुवनेश्वर और भारतीय रिज़र्व बैंक स्टाफ क्वार्टर्स, बरमुंडा, भुवनेश्वर स्थित औषधालयों के लिए संविदा के आधार पर नियत प्रति घंटा पारिश्रमिक के आधार पर बैंक चिकित्सा परामर्शदाता (बीएमसी) के दो पद (1 अनारक्षित एवं 1 अनुसूचित जनजाति) को भरने के लिए पात्र उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। पात्र उम्मीदवारों से आवेदन 31 मई, 2023 को या उससे पहले भारतीय रिज़र्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक, पंडित जवाहर लाल नेहरू मार्ग, भुवनेश्वर-751001 पर पहुंच जाने चाहिए। 1. आवेदक के पास भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय से एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में एमबीबीएस की डिग्री होनी चाहिए। 2. आवेदक के पास चिकित्सक के रूप में किसी चिकित्सालय या क्लिनिक में कार्य करने का न्यूनतम दो (02) वर्ष का अनुभव होना चाहिए। 3. आवेदक के पास नीचे दी गई तालिका में उल्लखित अनुसार बैंक की डिस्पेंसरियों से 3-5 किलोमीटर के दायरे में उसकी अपनी डिस्पेंसरी या निवास स्थान होना चाहिए। 4. संविदा आधार पर बैंक चिकित्सा परामर्शदाता की परिलब्धियां उनके द्वारा वास्तविक कार्य के कुल घंटों की सेवा के आधार पर निर्धारित होंगी और यह सर्वसमावेशी होंगी। 5. बीएमसी को कार्य पर तैनाती की संविदा तीन वर्षों की अवधि के लिए होगी। संविदा की समाप्ति पर संविदा का नवीनीकरण नहीं किया जाएगा। 6. पारिश्रमिक की दर और अनंतिम कार्य घंटे नीचे दिए गए हैं:
7. भारतीय रिज़र्व बैंक के पास समय-समय पर पारिश्रमिक की दर की समीक्षा करने एवं प्रशासनिक और परिचलनात्मक आवश्यकताओं के अनुसार अपने विवेकानुसार बैंक के चिकित्सा परामर्शदाता (बीएमसी) के कार्य के घंटों के साथ ही औषधालय की जगह को भी बदलने का अधिकार सुरक्षित है। 8. इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आवेदन पत्र केवल संलग्न निर्धारित प्रारूप (अनुलग्नक-III) में प्रस्तुत करें। आवेदन पत्र लिफाफे में डाल कर भेजा जाना चाहिए जिसके ऊपर ‘संविदा के आधार पर (प्रति घंटे नियत पारिश्रमिक पर) बैंक चिकित्सा परामर्शदाता के पद के लिए आवेदन’ लिखा हो। चयन प्रक्रिया 9. बैंक सूचीबद्ध किए गए उम्मीदवारों के लिए साक्षात्कार आयोजित करेगा। साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या को सीमित करने के लिए बैंक के पास न्यूनतम पात्रता मानकों को बढ़ाने का अधिकार सुरक्षित है। इस संबंध में बैंक का निर्णय अंतिम होगा। मात्र योग्यता मानदंडों को पूरा करने से उम्मीदवार को साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने का अधिकार प्राप्त नहीं हो जाता। बैंक उन उम्मीदवारों को छोड़कर जिन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है, किसी भी अन्य उम्मीदवार से कोई पत्राचार नहीं करेगा। 10. साक्षात्कार के बाद चुने गए आवेदकों को बैंक चिकित्सा परामर्शदाता (BMC) के रूप में सेवाएं प्रदान करने के लिए बैंक के साथ संविदा करने से पहले निर्धारित मानदंडों के अनुसार चिकित्सा जाँच करवानी होगी। इन चिकित्सा जाँच का खर्च आवेदकों को वहन करना होगा। 11. पद के लिए चयनित उम्मीदवार की नियुक्ति चिकित्सकीय रूप से फिट होने और अनुलग्नक-I के अनुसार संविदा के नियमों और शर्तों तथा अनुलग्नक-II के अनुसार आचरण संहिता को स्वीकार करने के अधीन होगी। 12. चयनित आवेदक को नियत प्रति घंटा पारिश्रमिक पर संविदा के आधार पर बैंक चिकित्सा परामर्शदाता के रूप में नियोजन से पहले बैंक के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर करना होगा। नियम और शर्तें: 1. बैंक के साथ किया जाने वाला अनुबंध, अनुबंध के लागू होने की तारीख से 3 साल की अवधि तक के लिए मान्य होगा। अनुबंध की अवधि पूरी होने पर नियोजन के लिए कोई नवीनीकरण नहीं होगा। 2. यह बैंक चिकित्सा अधिकारी (बीएमसी) का कर्तव्य होगा कि वह ऊपर उल्लिखित अनुसार ड्यूटी घंटों के दौरान (या लंबी अवधि के लिए जैसा कि बैंक द्वारा तय किया जाएगा), बैंक की छुट्टियों को छोड़कर छमाही समापन और वार्षिक समापन के प्रयोजनों के लिए छुट्टियों के रूप में घोषित दिनों को छोड़कर, बशर्ते कि डिस्पेंसरी लगातार दो दिन तक बंद नहीं रखी जाती है, बैंक के द्वारा निर्धारित और ऊपर उल्लिखित किसी भी एक या अधिक डिस्पेंसरियों में सेवा प्रदान करे। बैंक आवश्यकता के आधार पर ऊपर उल्लिखित ड्यूटी घंटों से परे बीएमसी की सेवाओं का उपयोग कर सकता है। 3. बीएमसी का यह कर्तव्य होगा कि वह बैंक के टूरिंग स्टाफ सहित स्टाफ-सदस्यों को उनके आश्रित माता-पिता और सेवानिवृत्त स्टाफ-सदस्यों सहित उनके परिवारों के सदस्यों को जो चिकित्सा सहायता निधि योजना के सदस्य हैं, जो निर्धारित समय के दौरान इलाज के लिए आते हैं (बैंक द्वारा आवश्यक समझे जाने पर समय और/या अवधि बदली जा सकती है) मुफ्त परामर्श दे, दवाइयां लिखे और इंजेक्शन लगाए। यह बीएमसी का कर्तव्य होगा कि वह बैंक के कर्मचारियों लिए तत्काल स्थिति में किसी भी समय अपने निजी क्लिनिक में परामर्श के लिए बैंक की अनुसूची में निर्धारित शुल्क दर पर उपलब्ध हो। बैंक के अधिकारियों/कर्मचारियों पर लागू शुल्कों की अनुसूची अनुरोध किए जाने पर बैंक द्वारा बीएमसी को उपलब्ध कराई जाएगी। 4. बीएमसी का यह कर्तव्य होगा कि वह उन कर्मचारियों के रिश्तेदारों को जिन्हें अधिकारियों/स्टाफ क्वार्टरों में उनके साथ रहने की अनुमति दी गई है, ऊपर पैराग्राफ (3) में उल्लिखित सुविधाएं प्रदान करे और वह बीएमसी बैंक द्वारा निर्धारित दरों पर बैंक के खाते में समय-समय पर जमा के लिए संबंधित कर्मचारियों से शुल्क वसूली में मदद करेगा। 5. बीएमसी का यह कर्तव्य होगा कि वह सामान्य चिकित्सक के सदृश कर्तव्यों का निर्वहन करे, चाहे उसके पास कोई भी योग्यता (स्नातकोत्तर या अन्य चिकित्सा योग्यताएं) हो या उसके द्वारा भविष्य में प्राप्त की जा सकती हो। बीएमसी का यह कर्त्तव्य होगा कि वह यह सुनिश्चित करे कि मौज़ूद अर्हताओं या उनके द्वारा भविष्य में अर्जित अहर्ताएँ उन्हें सामान्य चिकित्सक से अपेक्षित सेवाओं को प्रदान करने में किसी भी प्रकार से बाधक न बने। यदि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की किसी भी शर्त के अनुसार, बीएमसी की एक सामान्य चिकित्सक के रूप में काम करने के लिए वर्तमान या अर्जित योग्यताएं, जो भी हो, ऊपर उल्लिखित बैंक की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहते हैं, तो बीएमसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस वजह से किसी भी परिस्थिति में बैंक की कोई देयता या जिम्मेदारी नहीं होती और कि बीएमसी इसकी क्षतिपूर्ति करता है और क्षतिपूर्ति करने की प्रतिबद्धता को कायम रखता है। बीएमसी की देनदारियां एक स्वतंत्र ठेकेदार की होंगी न कि बैंक के किसी एजेंट की। 6. ऊपर उल्लिखित अपेक्षाओं के अलावा आरबीआई अधिकारियों/स्टाफ क्वार्टरों की डिस्पेंसरियों में बीएमसी के अन्य कर्तव्यों में ये भी शामिल होंगे:
7. बीएमसी को बैंक द्वारा ऐसा करने के लिए, जब भी आवश्यक हो, कहे जाने पर, क्वार्टर्स में रहने वाले बैंक के कर्मचारियों के किसी भी सदस्य का दौरा करना होता है और उसके स्वास्थ्य पर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है। ऐसे दौरों के लिए बैंक द्वारा तय दरों की शेड्यूल के अनुसार विजिट फीस का भुगतान किया जाएगा। 8. बीएमसी को मामले की वास्तविकता के बारे में संतुष्ट होने पर, चिकित्सा आधार पर छुट्टी के समर्थन में, जब भी आवश्यक हो, प्रमाण पत्र जारी करना होगा और अन्य योग्य चिकित्सकों द्वारा दिए गए प्रमाण पत्रों को प्रतिहस्ताक्षरित करना होगा। 9. बीएमसी को अधिकारियों/स्टाफ और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा आवश्यकता पड़ने पर उनके निवास जाना होगा और वे इसके लिए यात्रा शुल्क या परामर्श शुल्क चार्ज, जैसा कि बैंक द्वारा स्थानीय परिस्थितियों के संबंध में निर्धारित किया गया है, प्राप्त करने के हकदार होंगे। इस निर्धारित यात्रा शुल्क/परामर्श शुल्क में इंजेक्शन आदि को लगाने के शुल्क को भी शामिल किया जाएगा। ऐसे दौरों के लिए बीएमसी द्वारा कोई अन्य शुल्क की मांग नहीं की जानी चाहिए। 10. बैंक के किसी भी कार्यालय में नियुक्ति के लिए चुने जा सकने वाले किसी भी कर्मचारी या किसी संभावित कर्मचारी को बीएमसी को बैंक द्वारा निर्धारित किए गए फार्म में, यदि और जब ऐसा करने की अपेक्षा व्यक्त की जाती है, समय-समय पर स्वास्थ्य की स्थिति और/या की सेवा के लिए फिटनेस प्रमाणित करना होगा। 11. बीएमसी को बैंक के कर्मचारियों को उपचारात्मक प्रयोजन के लिए आवश्यक विशेष/महंगी दवाओं या इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए बैंक के अनुमोदित दवा विक्रेताओं को आदेश फार्म (निर्धारित) जारी करने की आवश्यकता है और उसके बिलों के भुगतान के लिए बैंक को उसकी प्रतियां फॉरवर्ड करना आवश्यक है। 12. बीएमसी को अपनी पहचान का उपयोग कर बैंक के कर्मचारियों या उनके परिवारों के (प्रत्यक्ष निपटान सुविधा के तहत इनडोर अस्पताल में भर्ती होने के लिए) लिए अस्पताल की सुविधाओं को मुहैया कराना आवश्यक है यदि ऐसी सुविधाओं की आवश्यकता होती है। 13. बीएमसी को महीने में एक बार कार्यालय परिसर/स्टाफ क्वार्टर्स और अधिकारियों के क्वार्टर्स का निरीक्षण करना होता है और यह रिपोर्ट करना होता है कि क्या उन्हें स्वच्छ स्थिति में रखा जाता है। 14. बीएमसी को जब भी आवश्यक हो टाइफाइड आदि के लिए रोगनिरोधी टीका और छोटे चेचक के लिए टीकाकरण करना होगा। 15. बीएमसी को बैंक के कर्मचारियों के सामान्य स्वास्थ्य के संबंध में निर्धारित प्रपत्र में हर साल 31 मार्च या बैंक द्वारा निर्धारित कोई भी तिथि तक वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। 16. बीएमसी दवाओं के उचित भंडारण और उनके वितरण के लिए जिम्मेदार होगा और इसके लिए सभी आवश्यक अभिलेखों के रखरखाव की व्यवस्था भी करेगा। 17. बीएमसी को दवा मांगपत्रों के संबंध में सलाह देने और दवा स्टॉक-बैलेंस और खपत को काउंटर-चेक करना होगा। 18. बीएमसी को चिकित्सा दावों के विभिन्न मदों के संबंध में उपचार की लागत के बारे में, जब भी उसे भेजा जाए, औचित्य सहित पेशेवर राय देनी होगी। 19. बीएमसी को बैंक की चिकित्सा सुविधा योजना और औषधालय सुविधा सहित चिकित्सा सहायता निधि योजना के क्रियांवयन से संबंधित बैंक द्वारा समय-समय पर सौंपे गए किसी अन्य कार्य को भी करना होगा जैसा कि आम तौर पर सामान्य चिकित्सक द्वारा किया जाना आवश्यक है। 20. बीएमसी का पारिश्रमिक ₹1000/- प्रति घंटा निर्धारित है। हालांकि बैंक समय-समय पर पारिश्रमिक की समीक्षा का अधिकार सुरक्षित रखता है। नियत पारिश्रमिक मासिक आधार पर देय है और इस तरह देय कुल मासिक पारिश्रमिक में से ₹1000/- प्रतिमाह की राशि को वाहन व्यय माना जाएगा। इसके अलावा, पेंशन, भविष्य निधि या ग्रेच्युटी के रूप में कोई सेवानिवृत्ति लाभ बीएमसी को देय नहीं होगा, बीएमसी को कोई अवकाश स्वीकार्य नहीं होगा, कोई भी परिलब्धियां/सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जाएंगी। बीएमसी की आय पर करों को मौजूदा दरों और सरकारी अधिसूचनाओं के अनुसार स्रोतों पर काटा जाएगा। 21. बीएमसी को ड्यूटी से अनुपस्थित रहने की स्थिति में, अपने जोखिम और लागत पर योग्यता और अनुभव के संदर्भ में बैंक को स्वीकार्य विकल्प की व्यवस्था करनी होगी। 22. बीएमसी भारतीय र |