वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) - एफसीएनआर (बी) खाते - आरबीआई - Reserve Bank of India
वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) - एफसीएनआर (बी) खाते
भारिबैं 2004-05/267 नवम्बर 01, 2004 ग्राआऋवि.केका.आरएफ.बीसी.54/07.38.01/2004-05 प्रबंध निदेशक महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक लि. महोदय, वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा - विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) - एफसीएनआर (बी) खाते वफ्पया वर्ष 2004-05 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य की मध्यावधि समीक्षा का पैरा 72 देखें । 2. वर्तमान में बैंक एक से तीन वर्ष की अवधि के लिए एफसीएनआर (बी) जमाराशियां स्वीवफ्त करने तथा मासिक आधार पर नियत या अस्थिर दर पर ब्याज देने के लिए स्वतंत्र हैं, जबकि एनआरई जमाराशियों पर ब्याज दरें मासिक आधार पर निर्धारित की जाती हैं। एनआरई और एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें निर्धारित करने की प्रक्रिया में एकरुपता लाने की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है कि बैंक दिनांक नवम्बर 01, 2004 से पिछले माह के अंतिम कार्य दिवस पर प्रचलित लिबोर / स्वैप दरों के आधार पर एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर भी ब्याज दर निर्धारित कर सकते हैं । तथापि, अबसे येन जमाराशियों के अतिरिक्त ब्याज दरों पर उच्चतम सीमा का निर्धारण लिबोर / स्वैप दर में से 25 आधार प्रतिशत घटाकर करना जारी रहेगा, जहां बैंकों को एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर लिबोर के समान या लिबोर से कम ब्याज दर निर्धारित करने में स्वतंत्रता दी हैं । 3. दिनांक नवम्बर 01, 2004 का संशोधित निदेश ग्राआऋवि. आरएफ. डीआइआर. 278/07.38.01/2004-05 संलग्न है । 4. इस संबंध में समय-समय पर जारी अन्य सभी अनुदेश अपरिवर्तित रहेंगे । 5. वफ्पया पावती भेजें । भवदीय,
(जी. श्रीनिवासन) अनु: उपर्युक्त के अनुसार ग्राआऋवि.आरएफ.डीआइआर.278/07.38.01/2004-05 नवम्बर 01, 2004 विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) एफसीएनआर (बी) खाते बैंकिंग विनियम अधिनियम, 1949 (जैसाकि सहकारी समितियों को लागू) की धारा 35 क द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक इस बात से संतुष्ट होने पर कि ऐसा करना जनहित में आवश्यक और समीचीन है, एतद्द्वारा निदेश देता है कि : पिछले माह के अंतिम कार्य दिवस को प्रचलित लिबोर / स्वैप दरें आगामी माह से प्रभावी होनेवाली ब्याज दरों के लिए अधिकतम दरें निर्धारित करने का आधार होंगी । 2. संशोधित अनुदेश दिनांक नवम्बर 01, 2004 से प्रभावी होंगे ।
(ए.वी. सरदेसाई ) कार्यपालक निदेशक ब्याज दर नीति (ख) विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खाता जमाराशियों पर ब्याज दरों का निर्धारण वर्तमान में, जहाँ विदेशी मुद्रा अनिवासी (बैंक) खाता जमाराशियों के लिए साप्ताहिक आधार पर ब्याज दरें निर्धारित की जाती हैं, वहीं अनिवासी विदेशी (बाह्यय) जमाराशियों के मामले में मासिक आधार पर निर्धारित की जाती हैं । बैंकों से प्राप्त सुझावों के आधार पर और ब्याज दरों को निर्धारित करने की प्रक्रिया में एकरुपता लाने की दृष्टि से यह प्रस्ताव किया जाता है कि :
|