चलनिधि मानकों पर बासल III संरचना – निवल स्थिर निधीयन अनुपात (एनएसएफ़आर) – अंतिम दिशानिर्देश - आरबीआई - Reserve Bank of India
चलनिधि मानकों पर बासल III संरचना – निवल स्थिर निधीयन अनुपात (एनएसएफ़आर) – अंतिम दिशानिर्देश
भारिबैं/2017-18/178 17 मई 2018 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक महोदया/ महोदय, चलनिधि मानकों पर बासल III संरचना – निवल स्थिर निधीयन अनुपात (एनएसएफ़आर) और चलनिधि कवरेज अनुपात (एलसीआर) बासल III सुधार के महत्वपूर्ण संघटक हैं। 9 जून 2014 को जारी परिपत्र सं.बैंपविवि.बीपी.बीसी.120/21.04.098/2017-18 के माध्यम से एलसीआर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं जो एक बैंक की चलनिधि (लिक्विडिटी) प्रोफाइल पर अल्पावधि में आघात सहनीयता की क्षमता को बढ़ावा देती है। दूसरी ओर एनएसएफ़आर दिशानिर्देश लंबी अवधि के परिप्रेक्ष्य में निधीयन जोखिम में कमी सुनिश्चित करती है, इसलिए बैंकों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे अपनी गतिविधियों हेतु वित्त पोषण के लिए पर्याप्त स्थिर स्रोतों से सहारा लें ताकि भविष्य के वित्त पोषण तनाव के जोखिम को कम कर सकें। 2. भारत में परिचालनरत बैंकों के लिए एनएसएफ़आर पर प्रारूप दिशानिर्देश अभिमत के लिए 28 मई 2015 को जारी किया था। विभिन्न हितधारकों से प्राप्त अभिमत पर विचार करने के पश्चात अंतिम दिशानिर्देश (अनुबंध में) जारी किया गया है जिसे परिशिष्ट में शामिल किया गया है और उसे कार्यान्वित करना आरंभ होने की तारीख यथासमय सूचित किया जाएगा। भवदीय, (प्रकाश बलियारसिंह) |