चेकों को नकारा जाना -बार-बार चेक नकारे जाने की घटना के संबंध में कार्रवाई - आरबीआई - Reserve Bank of India
चेकों को नकारा जाना -बार-बार चेक नकारे जाने की घटना के संबंध में कार्रवाई
आरबीआइ/2009-10/213 9 नवंबर 2009 17 कार्तिक 1931 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय चेकों को नकारा जाना - कृपया ग्राहक सेवा पर 1 जुलाई 2009 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 9/09.07.006/2009-10 का पैराग्राफ 15.4 देखें जिसमें बैंकों को एक करोड़ रुपये और उससे अधिक राशि के चेकों के बार-बार नकारे जाने की घटनाओं के संबंध में कुछ कदम उठाने के लिए कहा गया था । (बी. महापात्र) |