बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) और व्यापार ऋण (टीसी) नीति – लंदन अंतर-बैंक प्रस्तावित दर (लिबोर) के बदलाव के कारण हुए परिवर्तन - आरबीआई - Reserve Bank of India
बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) और व्यापार ऋण (टीसी) नीति – लंदन अंतर-बैंक प्रस्तावित दर (लिबोर) के बदलाव के कारण हुए परिवर्तन
भा.रि.बैंक/2021-22/135 08 दिसंबर 2021 सेवा में सभी श्रेणी-। प्राधिकृत व्यापारी बैंक बाह्य वाणिज्यिक उधार (ईसीबी) और व्यापार ऋण (टीसी) नीति – लंदन अंतर-बैंक प्रस्तावित दर (लिबोर) के बदलाव के कारण हुए परिवर्तन कृपया 08 दिसंबर 2021 को मा. गवर्नर महोदय द्वारा विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर जारी वक्तव्य के पैराग्राफ-3 का संदर्भ ग्रहण करें। इस संबंध में प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I (एडी श्रेणी-I) बैंकों का ध्यान ‘बाह्य वाणिज्यिक उधार, व्यापार ऋण तथा संरचित दायित्व’ विषय पर जारी 26 मार्च 2019 के मास्टर निदेश सं. 5 के पैराग्राफ 1.5, 2.1.vi तथा 14.vi की ओर आकर्षित किया जाता है, जिसमें विदेशी मुद्रा (एफसीवाई) में जुटाई जाने वाली ईसीबी तथा ट्रेड क्रेडिट (टीसी) की समग्र लागत की गणना हेतु बेंचमार्क दर एवं बेंचमार्क दर पर लागू अधिकतम स्प्रेड की राशि बताई गई है। 2. लंदन अंतर-बैंक प्रस्तावित दर (लिबोर) की बेंचमार्क दर के रूप में मान्यता जल्द ही समाप्त किए जाने के मद्देनज़र इससे संबद्ध सहभागियों के साथ परामर्श करते हुए विदेशी मुद्रा ईसीबी / ट्रेड क्रेडिट की समग्र लागत तथा अधिकतम सीमा के संबंध में निम्नलिखित परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया है:- i) विदेशी मुद्रा ईसीबी और ट्रेड क्रेडिट के लिए बेंचमार्क दर को पुनः परिभाषित करना: वर्तमान में, बेंचमार्क दर को मास्टर निदेश के पैराग्राफ 1.5 में परिभाषित करते हुए लिखा गया है कि "विदेशी मुद्रा ईसीबी/ टीसी के मामले में बेंचमार्क दर विभिन्न मुद्राओं की 6-महीने की लिबोर (LIBOR) दर होती है अथवा जिस मुद्रा में उधार लिया गया है, उस पर लागू अन्य कोई 06-माह अंतर-बैंक ब्याज दर होती है जैसे कि यूरीबोर (EURIBOR)।" अब से, विदेशी मुद्रा ईसीबी/ ट्रेड क्रेडिट के मामले में बेंचमार्क दर जिस मुद्रा में उधार लिया गया है, उस पर लागू कोई भी व्यापक रूप से स्वीकृत अंतर-बैंक दर या 6-माह अवधि की वैकल्पिक संदर्भ दर (एआरआर) होगी। ii) नई ईसीबी / ट्रेड क्रेडिट के लिए समग्र लागत सीमा में परिवर्तन: लिबोर और वैकल्पिक संदर्भ दरों (एआरआर) के बीच क्रेडिट जोखिम और टर्म प्रीमियम में संभावित अंतर को ध्यान में रखते हुए नई विदेशी मुद्रा ईसीबी और टीसी के लिए समग्र लागत सीमा को बेंचमार्क दरों से 50 आधार अंक बढ़ा कर क्रमशः 500 आधार अंक और 300 आधार अंक कर दिया गया है। iii) मौजूदा ईसीबी/टीसी के लिए समग्र लागत सीमा में एकबारगी समायोजन: लिबोर से जुड़ी मौजूदा ईसीबी/टीसी, जिनके बेंचमार्क को वैकल्पिक संदर्भ दर (एआरआर) में परिवर्तित कर दिया गया है, के बदलाव को आसान बनाने के लिए इन ईसीबी/टीसी की समग्र लागत सीमा को संशोधित करके इनमें 100 आधार अंकों की वृद्धि करते हुए इन्हें एआरआर से क्रमश: 550 आधार अंक और 350 आधार अंक अधिक कर दिया गया है। प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक यह सुनिश्चित करें कि उच्चतम सीमा में ऐसा कोई भी संशोधन केवल लिबोर से वैकल्पिक बेंचमार्क में बदलाव के कारण किया गया है। 3. आईएनआर ईसीबी/टीसी के लिए समग्र लागत बेंचमार्क और उच्चतम सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 4. ईसीबी/टीसी नीति के अन्य सभी प्रावधान यथावत बने रहेंगे। प्राधिकृत व्यापारी श्रेणी-I बैंक इस परिपत्र की विषयवस्तु से अपने घटकों/ग्राहकों को अवगत कराएं। 5. इन परिवर्तनों को समाहित करने के लिए 26 मार्च 2019 के मास्टर निदेश सं. 5 को तदनुसार अद्यतन किया जा रहा है। 6. इस परिपत्र में निहित निदेश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम (फेमा), 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और 11(2) के अंतर्गत जारी किये गए हैं और ये किसी अन्य विधि/ कानून के अंतर्गत अपेक्षित अनुमति/ अनुमोदन, यदि कोई हो, पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालते हैं। भवदीय अजय कुमार मिश्र |