मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ
आरबीआइ सं./2008-09/32
बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 3/21.04.018/2008-09 
1 जुलाई 2008
 10 आषाढ़ 1930 (शक)
अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक
सभी वाणिज्य बैंक
(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)
महोदय
मास्टर परिपत्र - वित्तीय विवरणों में प्रकटीकरण - लेखे पर टिप्पणियाँ
कृपया 2 जुलाई 2007 का मास्टर परिपत्र बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 14/21.04.018/2007-08 देखें जिसमें ‘लेखे पर टिप्पणियां’ में प्रकटीकरणों से संबंधित विषय पर 30 जून 2007 तक बैंकों को जारी सभी परिचालनगत अनुदेशों को समेकित किया गया था। अब इस मास्टर परिपत्र को यथोचित रूप से अद्यतन कर 30 जून 2008 तक जारी अनुदेशों को शामिल किया गया है। यह मास्टर परिपत्र रिज़र्व बैंक की वेबसाइट (http://www.rbi.org.in) पर भी उपलब्ध कराया गया है ।
2. यह नोट किया जाए कि अनुबंध 2 में सूचीबद्ध परिपत्रों में निहित उपर्युक्त विषय पर सभी प्रासंगिक अनुदेशों को समेकित किया गया है। इसके अलावा नये पूंजी पर्याप्तता ढाँचे के कार्यान्वयन पर जारी 27 अप्रैल 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि सं.बीपी.बीसी.90/20.06.001/2006-07 में निहित प्रकटीकरण अपेक्षाएँ लागू होंगी।
भवदीय
(प्रशांत सरन)
प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया:
 
					 
					 
	 
									
								 
                                
                          
                           
                             
            
        