मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन - आरबीआई - Reserve Bank of India
मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन
आरबीआइ /2008-09/19 मास्टर परिपत्र क्र.06 /2008-09 01 जुलाई,2008 सेवा में महोदया/महोदय, मास्टर परिपत्र - जोखिम प्रबंध और अंतर-बैंक लेनदेन अनिवासी बैंक, अंतर बैंक लेनदेन, विदेशी मुद्रा व्युत्पन्न करार आदि मई 3, 2000 की अधिसूचना सं. फेमा 1/2000-आरबी, अधिसूचना सं. फेमा.3/आरबी-2000 के पैरा 4(2) और अधिसूचना सं. फेमा.25/आरबी-2000 और बाद उसमें किए गए संशोधनों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 2. इस मास्टर परिपत्र में "जोखिम प्रबंध और अंतर बैंक लेनदेन" विषय पर वर्तमान अनुदेशों को एक स्थान में समेकित किया गया है। निहित परिपत्रों/अधिसूचनाओं की सूची परिशिष्ट में दी गई है। 3. इस मास्टर परिपत्र को एक वर्ष के सनसेट खंड के साथ जारी किया जा रहा है। इस परिपत्र को जुलाई 1, 2009 को वापस ले लिया जाएगा तथा उसके स्थान पर इस विषय पर अद्यतन (updated) मास्टर परिपत्र जारी किया जाएगा। भवदीय (सलीम गंगाधरन) |