इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं के निर्वाहन पर मास्टर निदेश - आरबीआई - Reserve Bank of India
इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं के निर्वाहन पर मास्टर निदेश
आरबीआई/विवि/2024-25/122 30 जुलाई 2024 सभी वाणिज्यिक बैंक सहित लघु वित्त बैंक, स्थानीय क्षेत्र बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा भुगतान बैंकोको छोड़कर महोदय/ महोदया, इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं के निर्वाहन पर मास्टर निदेश इरादतन ऋण चुकता न करने वालों पर यह मास्टर निदेश एक व्यापक दिशानिर्देश के रूप में कार्य करता है, जो उधारकर्ताओं को इरादतन चूककर्ताओं के रूप में वर्गीकृत करने के लिए विनियामक ढांचे और प्रक्रियाओं को चित्रित करता है। यह निर्देश, उन उधारकर्ताओं के लिए उपायों और परिणामों की रूपरेखा तैयार करके जो अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में इरादतन चूक करते हैं, वित्तीय प्रणाली की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 2. यह मास्टर निदेश सितंबर 2023 में हितधारकों और आम जनता से टिप्पणियां प्राप्त करने के लिए जारी किया गया था। प्राप्त फीडबैक के आधार पर, निर्णायक भारतीय रिज़र्व बैंक (इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं का निर्वाहन) निदेश, 2024 इसके साथ संलग्न है। भवदीय, (जे. पी. शर्मा) संलग्न: भारतीय रिज़र्व बैंक (इरादतन चूककर्ताओं और बड़े चूककर्ताओं का निर्वाहन) निदेश, 2024 |