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राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (एनईएफटी) प्रणाली - प्रक्रिया-प्रवाह का परिष्कार (रिफाइनमेंट ऑफ़ प्रोसेस फ्लो) और विशेषताओं में संवृद्धि

आरबीआई/2009-10/305
डीपीएसएस सीओ ईपीपीडी संख्या 168/04.03.01/2009-2010

5 फरवरी, 2010

अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी
एनईएफटी में सहभागी सभी सदस्य बैंक

महोदया / प्रिय महोदय

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (एनईएफटी) प्रणाली - प्रक्रिया-प्रवाह का परिष्कार (रिफाइनमेंट ऑफ़ प्रोसेस फ्लो) और विशेषताओं में संवृद्धि

राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फ़ंड ट्रांसफ़र) प्रणाली(सिस्टम) नवंबर 2005 में शुभारंभ होने के बाद से ही बड़ी मात्रा का सफलतापूर्वक परिचालन कर रही है। केवल जनवरी 2010 के महीने के दौरान सिस्टम द्वारा 6 मिलियन से अधिक लेन-देन संसाधित किए गए थे। देश भर में फैली 63,000 से अधिक बैंक शाखाओं की सहभागिता के साथ इसकी व्याप्ति (कवरेज) में भी काफी वृद्धि हुई है।

2. एनईएफटी संपूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पब्लिक की इंफ्रास्ट्रक्चर (पीकेआई) तकनीक और निधियों के इलेक्ट्रॉनिक अंतरण के लिए बैंक शाखाओं से संबद्धता हेतु भारतीय वित्तीय नेटवर्क (इन्फिनेट) का उपयोग करता है। सिस्टम की क्षमताओं और प्रयोक्ताओं की अपेक्षाओं के अनुरूप, परिचालन के घंटे बढ़ाने, बैचों की संख्या बढ़ाने और अधिक प्रकार के लेन-देनों संचलन के लिए हाल के दिनों में कई उपाय किए गए हैं। संयोग से, एनईएफटी में राशि का कोई प्रतिबंध नहीं है और उद्भवी (प्रारंभिक) लेनदेन के लिए 50,000 रुपये तक नकद स्वीकार करता है।

3. उपलब्धता, सुविधा, कुशलता और गति के मामले में एनईएफटी प्रणाली को और मजबूत करने की दृष्टि से, प्रक्रिया-प्रवाह में निम्नलिखित परिष्कार (सुधार) और परिचालनगत विशेषताओं में संवृद्धि की शुरुआत की जा रही है –

(i) वापसी विंडो को कठोर बनाना - वर्तमान में, एनईएफटी के प्रक्रियात्मक दिशा-निर्देशों के अनुसार बैंकों को अगले उपलब्ध बैच में एनईएफटी लेनदेन वापस करना होता है। हालाँकि, एनईएफटी प्रणाली को गंतव्य बैंकों को टी+1 आधार पर लेनदेन वापस करने की अनुमति देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ट्रैफिक विश्लेषण से पता चला है कि रिटर्न का एक बड़ा हिस्सा बैंकों द्वारा या तो दिन के आखिरी बैच में या अगले दिन के पहले बैच में प्रभावित किया जाता है, इससे यह पता चलता है कि लेन-देन बैच-वार संसाधित किए जाने के बजे केवल दिन के अंत में गंतव्य बैचों द्वारा संसाधित किए जाते हैं। सिस्टम को सुव्यवस्थित करने और लगभग तत्काल आधार पर प्रसंस्करण चक्र को पूरा करने के लिए, एक बैच के पूरा होने के दो घंटे के भीतर वापसी की अवधारणा को लाया जा रहा है। बी+2 रिटर्न अनुशासन के तहत बैंकों को एक बैच के पूरा होने पर तुरंत लाभार्थी के खातों में क्रेडिट करना होगा अथवा यदि किसी कारण से क्रेडिट करने में असमर्थ हैं तो बैच निपटान पूरा होने के दो घंटे के भीतर लेनदेन वापस करना होगा। संरचनागत वित्तीय संदेश प्रेषण समाधान (एसएफएमएस)/राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (एनईएफटी) सॉफ्टवेयर में आवश्यक परिवर्तन कर दिए गए हैं। इस उद्देश्य से प्रक्रियात्मक दिशा-निर्देशों में आवश्यक परिवर्तन भी किए जा रहे हैं।

(ii) परिचालन के घंटों में वृद्धि - वर्तमान में एनईएफटी कार्य-दिवस के दौरान सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक और शनिवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक उपलब्ध है। विभिन्न व्यक्तिगत और व्यावसायिक क्षेत्रों से परिचालन घंटों को बढ़ाने के लिए लगातार अनुरोध किया जाता रहा है। इसकी साध्यता और ग्राहक हितों की जांच करने के बाद, कार्य-दिवस के दौरान एनईएफटी के परिचालन के समय को सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक और शनिवार को सुबह 9 बजे से अपराह्न 1 बजे तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। सदस्य बैंकों को परिचालन के बढ़े हुए घंटों का पूरा लाभ उठाने के लिए एनईएफटी लेनदेन शुरू करने और/या प्राप्त करने के लिए अपने स्तर पर परिवर्तन करने की आवश्यकता है।

(iii) प्रति घंटा निपटान को अपनाना - आज की तारीख में, सप्ताह में कार्य-दिवसों के दौरान एनईएफटी में निपटान के छह बैच हैं; सुबह 9 बजे, सुबह 11 बजे, दोपहर 12 बजे, अपराह्न 1 बजे, अपराह्न 3 बजे और शाम 5 बजे और शनिवार के दिन निपटान के तीन बैच सुबह 9 बजे, सुबह 11 बजे और दोपहर 12 बजे होते हैं। दैनिक आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि उन बैचों में संसाधित लेनदेन की मात्रा जिनके बीच दो घंटे का अंतर है, उन बैचों में संसाधित लेनदेन की मात्रा से दोगुना है जिनके बीच केवल एक घंटे का अंतर होता है। सभी बैचों में लेन-देन को साम्यिक बनाने के लिए, साथ ही सिस्टम को लगभग तत्काल बनाने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि प्रति घंटा निपटान की अवधारणा को लाया जाए। तदनुसार, सभी कार्य दिवसों में सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक ग्यारह प्रति घंटे निपटान होंगे और शनिवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक पांच प्रति घंटे निपटान होंगे। एसएफएमएस/एनईएफटी सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव किए गए हैं।

(iv) सकारात्मक पुष्टि का कार्यान्वयन - वर्तमान में, जमा नहीं हुए (अन-क्रेडिट) एनईएफटी लेनदेन गंतव्य बैंकों द्वारा वापस कर दिए जाते हैं और यह माना जाता है कि अन्य सभी लेनदेन लाभार्थी के खातों में (क्रेडिट) जमा कर दिए गए हैं। किसी भी अस्पष्टता को दूर करने और सकारात्मक पुष्टि आरंभ करने के लिए, एनईएफटी आउटवर्ड संदेश फोर्मेट को दो अतिरिक्त फ़ील्ड शामिल करने हेतु संशोधित किया जा रहा है, जिसमें मूल ग्राहक का मोबाइल नंबर और/या ई-मेल पता भरा जा सके। लाभार्थी के खातों में क्रेडिट होने के तुरंत बाद क्रेडिट की तारीख और समय की प्राप्ति सूचना को प्रवर्तक बैंक को भेजने के लिए एक नया संदेश फॉर्मेट लाया जा रहा है। यह संदेश गंतव्य बैंक/शाखा से प्रवर्तक बैंक/शाखा तक जाएगा। गंतव्य बैंकों से सकारात्मक पुष्टि प्राप्त करने के बाद प्रवर्तक बैंक लेन-देन के परिणाम की जानकारी देने प्रवर्तक को एक मोबाइल एसएमएस भेजेगा या प्रवर्तक को एक ई-मेल जनरेट करना होगा। सकारात्मक पुष्टि जनरेट करने के लिए विस्तृत प्रक्रिया प्रवाह (प्रोसेस फ्लो) इसके साथ संलग्न है। एसएफएमएस/ एनईएफटी को मौजूदा संदेशों में आवश्यक फ़ील्ड जोड़ने के साथ-साथ नए संदेशों के संचलन के लिए संशोधित किया गया हैI

4. उपर्युक्त संशोधनों को एनईएफटी में दिनांक 1 मार्च 2010 से लागू किया जाएगा। सदस्य बैंकों को सूचित किया जाता है कि वे सुधारों को कार्यान्वित करने के लिए अपने कोर बैंकिंग समाधान (सीबीएस)/सिस्टम इंटरफेस (प्रणाली अंतर्विष्ठ) में उचित परिवर्तन करें। सुचारु प्रवसन (माइग्रेशन) को सुकर बनाने के लिए, आईडीआरबीटी-हैदराबाद 15 फरवरी, 2010 तक एसएफएमएस/एनईएफटी एप्लीकेशन पर लागू करने के लिए संशोधित पैच जारी करेगा। किसी भी अतिरिक्त जानकारी/स्पष्टीकरण के लिए, आपके बैंक की एनईएफटी टीम ईमेल के माध्यम से डीपीएसएस या आईडीआरबीटी के अधिकारियों से संपर्क कर सकती है।

5. कृपया प्राप्ति सूचना दें और आवश्यक व्यवस्थाएं होने की पुष्टि करें।

भवदीय

(जी. पद्मनाभन)
मुख्य महाप्रबंधक

संलग्नक : एनईएफटी में सकारात्मक पुष्टि के लिए प्रक्रिया प्रवाह (प्रोसेस फ्लो)


दिनांक 5 फरवरी, 2010 के पत्र डीपीएसएस.सीओ.ईपीपीडी.सं.1687/04.03.01/2009-2010 का संलग्नक

एनईएफटी में सकारात्मक पुष्टि हेतु प्रक्रिया प्रवाह

यह प्रलेख लाभार्थी के खाते में सफलतापूर्वक क्रेडिट (जमा) करने के बाद प्रेषक बैंक को क्रेडिट प्राप्ति सूचना (एन 10) भेजने हेतु कार्य-प्रवाह का विवरण प्रस्तुत करता है। प्रेषक बैंक में क्रेडिट प्राप्ति सूचना (एन10) प्राप्त होने पर, प्रेषक बैंक के संरचनागत वित्तीय संदेश-प्रेषण समाधान (एसएफएमएस) को निधियों के सफल अंतरण के बारे में प्रेषक पक्षकार (ग्राहक) को एक ई-मेल/एसएमएस भेजना चाहिए।

कोर बैंकिंग समाधान (सीबीएस) आधारित बैंकों और गैर-सीबीएस बैंकों में क्रेडिट पुष्टिकरण की प्रक्रिया इस प्रकार है:

क. सीबीएस कार्यान्वित बैंक

1. लाभार्थी के खाते में सफलतापूर्वक जमा (क्रेडिट) करने के बाद, सीबीएस, एक क्रेडिट प्राप्ति सूचना (एन10 संदेश) एसएफएमएस को भेजेगा। रिसीवर सीबीएस से जावक एन10 संदेश प्राप्त होने पर, एसएफएमएस संबंधित लेनदेन की स्थिति को "क्रेडिटेड टू कस्टमर" के रूप में अपडेट करेगा। वही आउटवर्ड क्रेडिट प्राप्ति सूचना (एन10) आरबीआई सेवा केंद्र (आरबीआईपीओ एनईएफटी एससी) को भेजी जाएगी। जावक एन10 संदेशों में विभिन्न बैंकों के लेनदेन हो सकते हैं।

2. आरबीआई सेवा केंद्र में एन10 प्राप्त होने पर, एनईएफटी बैंक-वार एन10 को अलग करता है और एसएफएमएस के माध्यम से तदनुरूपी (संबंधित) प्रेषक/आरंभकर्ता बैंक के सेवा केंद्र को भेजता है।

3. बैंक के सेवा केंद्र पर, आवक एन10 संदेश प्राप्त होने पर, तदनुरूपी (संबंधित) लेनदेन को "ग्राहक को जमा" के रूप में लेनदेन की स्थिति के साथ अद्यतन करेगा और आवक एन 10 को सीबीएस को भेज दिया जाएगा। अंततः, एसएफएमएस ग्राहक को एसएमएस/ई-मेल के माध्यम से डेबिट लेनदेन की फील्ड में एसएमएस/ई-मेल में दिए गए विवरण के अनुसार क्रेडिट पुष्टिकरण (क्रेडिट कन्फर्मेशन) भेजेगा।

सीबीएस शाखाओं को स्ट्रेट थ्रू प्रोसेसिंग (एसटीपी) तरीके से उनके सीबीएस से सकारात्मक पुष्टि सूचना प्राप्त करने के लिए इंटरफेस प्रदान किया जाता है

ख. गैर-सीबीएस बैंक

1. लाभार्थी के खाते में सफलतापूर्वक जमा होने के बाद, लाभार्थी शाखा में प्रयोक्ता एसएफएमएस में दिए गए बटन पर क्लिक करके क्रेडिट पुष्टि आरम्भ शुरू करेगा। यह संबंधित लेनदेन की स्थिति को "ग्राहक को जमा" के रूप में अद्यतन करेगा। एक जावक एन10 संदेश जनरेट होता है और उसके बैंक के सेवा केंद्र आईएफएससी को भेजा जाता है।

2. डेटाबेस पर एसएफएमएस पोल में एक नई प्रक्रिया और "क्रेडिट टू कस्टमर" स्थिति के आधार पर क्रेडिट पुष्टि (प्राप्ति सूचना) को समेकित करता है और आरबीआई सेवा केंद्र को एक नया जावक एन10 संदेश भेजता है।

3. आरबीआई सेवा केंद्र में एन10 प्राप्त होने पर, एनईएफटी बैंक-वार एन10 को अलग करता है और एसएफएमएस के माध्यम से तदनुरूपी संबंधित प्रेषक/आरंभकर्ता बैंक के सेवा केंद्र को भेजता है।

4. प्रेषक बैंक के सेवा केंद्र पर आवक एन 10 संदेश प्राप्त होने पर, एनईएफटी एन10 संदेशों को शाखा-वार अलग करेगा और उन्हें गेटवे → प्रेषक शाखा आईएफएससी को भेज देगा।

5. प्रेषक शाखा में आवक एन10 संदेश प्राप्त होने पर, तदनुरूपी (संबंधित) लेनदेन की स्थिति "ग्राहक को जमा" के रूप में अद्यतन की जाएगी। अंत में, एसएफएमएस ग्राहक को एसएमएस/ई-मेल के माध्यम से डेबिट लेनदेन की एसएमएस/ई-मेल फील्ड में दिए गए विवरण के अनुसार क्रेडिट पुष्टिकरण (क्रेडिट कन्फर्मेशन) भेजेगा।

गंतव्य बैंक/शाखाएं जो गैर-सीबीएस हैं, वापसी संदेश बनाने के जैसे, एसएफएमएस/एनईएफटी स्क्रीन का उपयोग कर उपयुक्त बटन पर क्लिक करके एन10 संदेशों को बना सकती हैं।

प्रवर्तक बैंक प्रवर्तक (उद्भवकर्ता) को एसएमएस/ई-मेल भेजेगा।

एसएमएस / ई-मेल में इस प्रकार उल्लेख होगा - "रुपये 999.99 के लिए संदर्भ संख्या 123456789 के साथ एनईएफटी लेनदेन को DD-MM-YYYY को HH:MM:SS पर क्रेडिट किया गया है”।

इसका लक्ष्य उद्भवकर्ता (ओरिजिनेटर) को नकारात्मक प्राप्ति सूचना भेजने के लिए एसएमएस और / या ई-मेल जनरेट करना भी है – अर्थात उन लेन-देन के लिए जो लाभार्थी के खातों में क्रेडिट हुए बिना वापस आ गए हैं।

संशोधित/नए संदेश फॉर्मेट के लिए, बैंक ई-मेल के माध्यम से डीपीएसएस या आईडीआरबीटी के अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।

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