बैंकों द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों का आदान - प्रदान (शेयरिंग) - दिशानिर्देश - आरबीआई - Reserve Bank of India
बैंकों द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों का आदान - प्रदान (शेयरिंग) - दिशानिर्देश
आरबीआई/2013-14/335 24 अक्तूबर 2013 अध्यक्ष महोदय बैंकों द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों का आदान - प्रदान (शेयरिंग) - दिशानिर्देश कृपया आप मौद्रिक नीति वक्तव्य 2013-14 का पैरा 101 देखें जिसमें इष्टतम लागत पर कार्यकुशलता और सुरक्षा के अपेक्षित स्तर बनाए रखने के साथ साझा किए गए सूचना प्रौद्योगिकी संसाधनों के मुद्दे की बैंकों द्वारा जांच किए जाने की जरूरत पर बल दिया गया था। 2. साझा किए गए आइटी संसाधनों का उपयोग करने के संबंध में बैंकों के लिए रखी गई पूर्वापेक्षाओं में एक है बैंक में सुदृढ़ आइटी एवं आइएस गवर्नेंस का होना। यह अनिवार्य है कि आइटी संसाधनों की शेयरिंग पर निर्णयों के लिए बुनियादी संरचना अथवा शेयर किए जानेवाले एप्लीकेशन की महत्ता के आधार पर प्रबंध तंत्र का संभवत: बोर्ड स्तरीय अनुमोदन प्राप्त हो। आइटी संसाधनों की शेयरिंग के लिए विचारार्थ लिए जानेवाले एप्लीकेशन होंगे -सहकार्य (कोलॅबोरेशन), आंतरिक रखरखाव (हाउसकीपिंग) कार्यालय स्वचालन (आटोमेशन) और व्यवसायगत एप्लीकेशन से संबंधित संसाधन। 3. एक ग्राहक के रूप में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक यह सुनिश्चित करें कि सेवा प्रदाता (अन्य बैंक सहित) देश की सभी विनियामक और कानूनी अपेक्षाओं का पालन करता है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सेवाप्रदाता से ऐसा करार अवश्य ही निष्पादित करें कि बुनियादी संरचना एवं एप्लीकेशन देश के विनियामकों द्वारा लेखा- परीक्षा/निरीक्षण के लिए उपलब्ध किए जाते रहेंगे। भारतीय रिज़र्व बैंक और नाबार्ड को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा प्रयुक्त सभी सूचना संसाधनों के प्रति पहुंच (एक्सेस) उपलब्ध होनी चाहिए, भले ही उक्त संसाधन बैंकों के परिसरों में भौतिक रूप में स्थापित क्यों न किए गए हो। साथ ही, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सीमा रेखा (बॉर्डर) के बाहर के बुनियादी संरचना के भौगोलिक स्थान और डाटा के वहन से संबंधित कानूनी और विनियामक अपेक्षाओं का पालन करना होगा। 4. अन्य बैंकों अथवा सेवाप्रदाताओं द्वारा उपलब्ध सेवाओं का प्रयोग करते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राइवेसी, गोपनीयता, सुरक्षा एवं व्यवसाय निरंतरता संबंधी सभी पहलुओं का पूर्णत: पालन किया जाता है। 5. इस संबंध में दिशानिर्देशों के स्वरूप का एक प्रलेख संलग्न है। 6. कृपया पत्र की प्राप्ति-सूचना हमारे संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को दें। भवदीय, (ए. उदगाता) अनुलग्नक : यथोक्त बैंकों द्वारा सूचना प्रोद्यौगिकी संसाधनों का आदान प्रदान – उठाए जानेवाले कदम 1. शामिल की जानेवाली आस्तियों की पहचान ए) डाटा 2. आस्तियों का मूल्यांकन निम्नलिखित घटकों के आधार पर करें - ए) बैंक के लिए डाटा अथवा फंक्शन कितना महत्वपूर्ण है यह निश्चित करें
3. कृपया सावधानीपूर्वक बाहरी संगठन का चयन करें : ए) एक बैंक 4. मैप डाटा का फ्लो ए) बैंक, सेवा प्रदाता, ग्राहकों अन्य नोडों के बीच मैप डाटा का फ्लो 5. मूल्यांकन अपेक्षाएं ए) बुनियादी ढ़ांचा 6. सुरक्षा चिंताओं का विश्लेषण करें क) एप्लाकेशन के मुद्दे - सेवा स्तर, सुरक्षा, संचालन (गवर्नेंस), अनुपालन, सेवा प्रदाता की देयता प्रत्याशाओं को संविदागत रूप से परिभाषित किया जाता हो ख) बुनियादी संरचना के मुद्दे - सेवा प्रदाता बुनियादी संरचना के हैंडलिंग की सुरक्षा का ध्यान रखता हो। 7. निम्नलिखित डोमेन के लिए एक सेवा संविदा तैयार की जाए ए) वास्तुशिल्प का ढांचा 8. सुरक्षा पिटफॉल के मुद्दों को समझना ए) बुनियादी संरचना का भौगोलिक स्थान 9. समग्र सुरक्षा चिंताओं को समझना ए) जवाबदेही बनाए रखते हुए सेवा प्रदाता को परिचालनगत नियंत्रण सुपुर्द करना 10. सामान्य संचालन मुद्दे ए) प्रभावी संचालन, जोखिम प्रबंधन, अनुपालन बनाए रखने के लिए कार्यान्वयन प्रोसेस कंट्रोल की पहचान करें बी) यूजर आइटीएसईसी प्रोसेस के साथ निरंतरता पर्याप्तता, परिपक्वता हेतु प्रदाता सुरक्षा गवर्नेंस का निर्धारण किया जाना चाहिए 11. तृतीय पक्ष संचालन मुद्दे ए) सुविधा एवं सेवाओं का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है इस पर स्पष्ट प्रलेखीकरण का अनुरोध बी) प्रदाता जिसे महत्वपूर्ण सेवा, सूचना मानता है उसकी परिभाषा की आवश्यकता सी) भूमिका (रोल) जवाबदेही निर्धारित करने के लिए समुचित सावधानी (ड्यू डीलिजेंस) के प्रयोग की पूर्ण संविदा शर्तों का निष्पादन 12. कानूनी मुद्दों का विश्लेषण ए) कार्य संबंधी : दोनों ही पार्टियों के लिए कानूनी प्रभाववाले कार्य एवं सेवाएं 13. अनुपालन और लेखा परीक्षा कार्य की जांच करें ए) लेखा परीक्षा खंड के प्रति अधिकार 14. अध्ययन सूचना कालावधि (लाइफ साइकिल) प्रबंधन विशेष रूप से निम्नलिखित के परिप्रेक्ष्य में ए) डाटा सुरक्षा 15. पोर्टेबिलिटी और इंटरोपरेबिलिटी का विश्लेषण करें ए) सेवाप्रदाताओं को स्विच करने की आवश्यकता के कारक तथ्य 16. सुरक्षा, कारोबार निरंतरता, आपदा से बहाली से संबंधित मुद्दों को समझ लेना ए) डाटा के केंद्रीकरण अर्थात् प्रदाता से ही अधिकाधिक आंतरिक भय 17. घटना की प्रतिक्रिया देने की उचित प्रणाली बनाना ए) एप्लीकेशन संभव है कि हमेशा डाटा की सत्यता, सुरक्षा के मद्देनजर ही बनाया नहीं गया होगा। 18. एप्लीकेशन सुरक्षा की प्लानिंग करें ए) विभिन्न प्रकार के शेयर्ड संसाधनों के लिए भिन्न-भिन्न ट्रस्ट बाउंडरीज 19. एन्क्रीप्शन, की-प्रबंधन क्रियाविधि बनाए ए) मार्गस्थ, रूके हुए (at Rest), बैकअप मीडिया डाटा को एनक्रीप्ट करें । 20. आइडी, एक्सेस नियंत्रण का प्रबंधन करें ए) सेवा प्रदाता प्रावधानन, अप्रावधानन कार्य कैसे करें इसका निर्धारण करें 21. आभासीकरण (वर्चूअलाइजेशन) प्लान करें ए) आभासीकरण का प्रकार |