बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि) - आरबीआई - Reserve Bank of India
बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए स्थायी चलनिधि सुविधाएं (स्टैंडिंग लिक्विडिटि फ़ैसिलिटि)
आरबीआई/2011-12/505 17 अप्रैल 2012 सभी अनुसूचित बैंक [क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर] महोदया/महोदय, बैंकों और प्राथमिक व्यापारियों (प्राइमरी डीलर्स) के लिए कृपया 17 अप्रैल 2012 को जारी मौद्रिक नीति वक्तव्य 2012-13 देखें, जिसके अनुसार चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत रिपो दर को तत्काल प्रभाव से 50 आधार अंक घटाकर 8.50 प्रतिशत से 8.00 प्रतिशत कर दिया गया है। 2. तदनुसार, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा बैंकों (निर्यात ऋण पुनर्वित्त) और प्राथमिक व्यापारियों (पीडीज़) (संपार्श्विक चलनिधि सहायता) को प्रदान की जाने वाली स्थायी चलनिधि सुविधाएं 17 अप्रैल 2012 से संशोधित रिपो दर अर्थात् 8.00 प्रतिशत पर उपलब्ध होंगी। भवदीय, (जनक राज) |