एडीआर /जीडीआर की दोनों तरफसे परिवर्तनीयता - आरबीआई - Reserve Bank of India
एडीआर /जीडीआर की दोनों तरफसे परिवर्तनीयता
भारतीय रिज़र्व बैंक ए.पी.(डीआईआर सिरीज़) परिपत्र सं. 37 9 अप्रैल 2002 प्रति विदेशी मुद्रा के सभी प्राधिकृत व्यापारी प्रिय महोदय, /महोदया एडीआर /जीडीआर की दोनों तरफसे परिवर्तनीयता प्राधिकृत व्यापारियों का ध्यान 13 फरवरी 2002 के ए पी (डीआइआर सिरीज) परिपत्र सं.21 के साथ संलग्न "विदेशी रेन्सी परिवर्तनीयता बाण्डों और सामान्य शेयर (निक्षेपागार रसीद तंत्र के जरिए) योजना, 1993" के अंतर्गत दोनो तरफ से मर्यादित परिवर्तनीयता के लिए परिचालनात्मक मार्गदर्शी सिद्धान्तों की ओर आकृष्ट किया जाता है। 2. परिचालनात्मक मार्गदर्शी सिद्धान्तों में यथाशीघ्र निम्नलिखित संशोधन किये जाये "परिचालनात्मक मार्गदर्शी सिद्धान्तों के पृष्ठ 2 पर मद ‘ज’ में शब्द ‘एनएसडीएल’ के स्थान पर "‘एनएसडीएल / सीडीएसएल" शब्दों को प्रतिस्थापित करें।" 3. प्राधिकृत व्यापारी इस परिपत्र की विषय-वस्तु से अपने संबंधित ग्राहकों को अवगत कराये। 4. इस परिपत्र में अन्तर्विष्ट निदेश विदेशी मुद्रा प्रबंध अधिनियम, 1999 (1999 का 42) की धारा 10(4) और धारा 11(1) के अधीन जारी किए गए है। भवदीय ग्रेस कोशी |