अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : सितंबर 2004 - आरबीआई - Reserve Bank of India
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : सितंबर 2004
11 जनवरी 2005
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियां
और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी : सितंबर 2004
अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की जमाराशियाँ और बैंक ऋण की तिमाही सांख्यिकी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की सितंबर 2004 के अंतिम शुक्रवार तक की कुल जमाराशियाँ और सकल बैंक ऋण संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करती है। प्रारंभिक आंकड़े सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) की शाखाओं से बीएसआर-7 विवरणी के माध्यम से इकट्ठा किये गये हैं।
जमाराशियों के आकार के अनुसार रखे गये सौ सर्वोच्च केंद्रों का कुल जमाराशियों में 64.0 प्रतिशत का हिस्सा रहा। उसी प्रकार, बैंक ऋण के आकार के अनुसार रखे गये सर्वोच्च सौ केंद्रों का कुल बैंक ऋण में 75.1 प्रतिशत हिस्सा रहा। सर्वोच्च सौ केंद्रों की कुल जमाराशियां सितंबर 2003 में एक वर्ष पहले 15.8 प्रतिशत की तुलना में सितंबर 2004 में 19.6 प्रतिशत बढ़ी। सर्वोच्च सौ केंद्रों के बैंक ऋण की वार्षिक वफ्द्धि दर सितंबर 2004 को एक वर्ष पहले दर्ज़ 11.5 प्रतिशत वफ्द्धि की तुलना में सितंबर 2004 में 24.9 प्रतिशत पर उच्चतर रही (विवरणी 2)। ऐसे केंद्रों, जहां अनुसूचित वाणिज्य बैंक बैंकिंग सेवाएं दे रहे हैं, की संख्या 34,911 थी। इन केंद्रों में से 29,540 एकल कार्यालय केंद्र थे और 38 केंद्रों पर प्रत्येकी 100 या अधिक बैंक कार्यालय थे (विवरणी 3)।
एक समूह के रूप में राष्ट्रीयवफ्त बैंकों ने कुल जमाराशियों के 50.3 प्रतिशत जमाराशियों का योगदान दिया, जबकि भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों ने 24.6 प्रतिशत का हिस्सा बनाया। कुल जमाराशियों में अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का हिस्सा 16.9 प्रतिशत, विदेशी बैंकों का 4.6 प्रतिशत और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का हिस्सा 3.6 प्रतिशत रहा। सकल बैंक ऋण के मामले में राष्ट्रीयवफ्त बैंकों ने कुल बैंक ऋणों के 46.3 प्रतिशत का हिस्सा बनाया, जबकि भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों ने 24.2 प्रतिशत के हिस्से का दावा किया। अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों, विदेशी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का हिस्सा क्रमश: 19.5 प्रतिशत, 7.0 प्रतिशत और 3.0 प्रतिशत रहा (विवरणी 4-9)।
सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का अखिल भारतीय स्तर पर ऋण जमा अनुपात सितंबर 2004 के अंतिम शुक्रवार तक 59.9 प्रतिशत निकला है। राज्यों/संघशासित क्षेत्रों में ऋण जमा अनुपात चंडीगढ़ में उच्चतम (93.4 प्रतिशत) था, जिसके बाद तमिलनाडु (91.3 प्रतिशत), महाराष्ट्र (86.1 प्रतिशत) का क्रम आता है। बैंक समूह स्तर पर ऋण जमा अनुपात विदेशी बैंकों (90.8 प्रतिशत), अन्य अनुसूचित वाणिज्य बैंकों (69.2 प्रतिशत), के लिए अधिक और भारतीय स्टेट बैंक और उसके सहयोगी बैंकों (59.0 प्रतिशत) के लिए और राष्ट्रीयवफ्त बैंकों (55.1 प्रतिशत) और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (50.4 प्रतिशत) के लिए कम था। जनसंख्या समूह-वार सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों का ऋण जमा अनुपात महानगरीय केंद्रों में 76.9 प्रतिशत पर उच्चतम रहा, जिसके बाद ग्रामीण केंद्रों (46.5 प्रतिशत), शहरी केंद्रों (46.3 प्रतिशत) तथा अर्ध-शहरी केंद्रों (39.7 प्रतिशत) का क्रम आता है।
अनुसूचित वाणिज्य बैंक कार्यालयों के जमाराशियों के आकार का वितरण यह सूचित करता है कि 10 करोड़ रुपये या उससे अधिक जमाराशियों वाले कार्यालय कुल बैंक कार्यालयों का 45.8 प्रतिशत का हिस्सा बनाते हैं और कुल बैंक जमाराशियों में उनका हिस्सा 90.1 प्रतिशत रहा और कुल बैंक ऋण में उन्होंने 87.1 प्रतिशत का हिस्सा बनाया है (विवरणी 11)। ऐसे कार्यालय, जिनका 10 करोड़ रुपये या अधिक का ऋण है, कार्यालयों की कुल संख्या में उनका हिस्सा 17.5 प्रतिशत रहा। इन कार्यालयों ने कुल बैंक ऋण में इकट्ठा 80.7 प्रतिशत का हिस्सा बनाया है जबकि कुल जमाराशियों में उनका हिस्सा 55.4 प्रतिशत था। (विवरणी 12) यह प्रकाशन भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट www.rbi.org.in पर भी उपलब्ध है।
पी. वी. सदानंदन
प्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2004-2005/735