विदेशी मुद्रा तथा डेरिवेटिव बाज़ार गतिविधियों पर - आरबीआई - Reserve Bank of India
विदेशी मुद्रा तथा डेरिवेटिव बाज़ार गतिविधियों पर
28 सितंबर 2004
विदेशी मुद्रा तथा डेरिवेटिव बाज़ार गतिविधियों पर
अंतर्राष्ट्रीय निपटान बैंक का त्रिवार्षिक केंद्रीय बैंक सर्वेक्षण
द बैंक फॉर इंटरनेशनल सैटलमेंट, बासले, स्विट्जरलैंड विदेशी मुद्रा तथा डेरिवेटिव बाज़ार गतिविधि पर 1998 से वैश्विक सर्वेक्षण करता आ रहा है। यह सर्वेक्षण प्रत्येक तीन वर्ष में एक बार सहभागी देशों के केंद्रीय बैंक के सहयोग से किया जाता है। इस सर्वेक्षण का लक्ष्य यह होता है कि विदेशी मुद्रा तथा डेरिवेटिव बाज़ार के आकार तथा ढांचे पर व्यापक तथा अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्थिर जानकारी प्राप्त की जा सके। इस सर्वेक्षण का उद्देश्य है बाज़ार पारदर्शिता बढ़ाना, केंद्रीय बैंकों, अन्य प्राधिकरणों और बाज़ार सहभागियों के इस रूप में सहायता करना कि वे वैश्विक वित्तीय प्रणाली में गतिविधि के नमूनों की निगरानी कर सकें।
भारत, भारतीय रिज़र्व बैंक के माध्यम से सर्वेक्षण में हिस्सा लेता है। इस तरह का पहला सर्वेक्षण 1998 में आयोजित किया गया था और उसके बाद का सर्वेक्षण 2001 में किया गया था। इस तरह का तीसरा सर्वेक्षण अब 52 केंद्रीय बैंकों तथा मौद्रिक प्राधिकरणों को लेते हुए किया गया है और इसके लिए विदेशी मुद्रा लेनदेनों (स्पॉट, आउटराइट फारवड़ तथा विदेशी मुद्रा स्वैप) तथा ओवर द काउंटर करेंसी तथा ब्याज दर डेरिवेटिव के कुल कारोबार पर आंकड़े एकत्रित किये गये हैं।
इन गतिविधियों से संबंधित जानकारी अप्रैल 2004 माह से संबंधित है और इसके अंतर्गत लगभग 79 प्रतिशत बाज़ार गतिविधियां आ जाती हैं।
वैश्विक तथा भारतीय सर्वेक्षणों के निष्कर्ष रिज़र्व बैंक की वेबसाइट (www.rbi.org.in) तथा बीआइएस की वेबसाइट (www.bis.org/publ/rpfx04.htm) पर डाले गये हैं।
अल्पना किल्लावाला
मुख्य महाप्रबंधक
प्रेस प्रकाशनी : 2004-2005/348