RbiSearchHeader

Press escape key to go back

पिछली खोज

थीम
थीम
टेक्स्ट का साइज़
टेक्स्ट का साइज़
S2

Press Releases Marquee

आरबीआई की घोषणाएं
आरबीआई की घोषणाएं

RbiAnnouncementWeb

RBI Announcements
RBI Announcements

असेट प्रकाशक

80010502

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशियों की संरचना और स्वामित्व पैटर्न: मार्च 2015 - आंकड़े जारी

11 जनवरी 2016

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशियों की संरचना
और स्वामित्व पैटर्न: मार्च 2015 - आंकड़े जारी

भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर 31 मार्च 2015 की स्थिति के अनुसार अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की जमाराशियों की संरचना और स्वामित्व पद्धति (एससीबी) से संबंधित आंकड़े जारी किए। आंकड़ों की प्रमुख बातें निम्‍ननुसार हैं:

मुख्य-मुख्य बातें:

  • सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की कुल जमाराशियां (अंतरबैंक-जमाराशियों सहित) 31 मार्च 2015 को 10.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 89,727 बिलियन हो गई। कुल जमाराशियों में चालू, बचत और सावधि जमाराशियों का हिस्‍सा क्रमश: 9.3 प्रतिशत, 25.6 प्रतिशत और 65.1 प्रतिशत रहा।

  • कुल जमाराशियों में 60.1 प्रतिशत के साथ पारिवारिक क्षेत्र का सबसे अधिक योगदान रहा जिसके बाद सरकारी और निजी कंपनी क्षेत्र रहे जिनका योगदान क्रमशः 14.4 प्रतिशत और 10.1 प्रतिशत रहा।

  • महानगरीय शाखाएं मुख्य रूप से मीयादी जमाराशियों के रूप में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा किए गए जमा सृजन में अग्रणी रहीं, इनके बाद शहरी और अर्द्ध-शहरी शाखाएं रहीं। ग्रामीण शाखाओं में बचत जमाराशियों का प्रभाव रहा और इनके बाद मीयादी जमाराशियां रहीं।

  • बैंक समूह-वार, मार्च 2015 में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कुल जमाराशियों में सर्वाधिक हिस्सेदारी (73.2 प्रतिशत) रही, इनके बाद निजी क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी (19.9 प्रतिशत) रही।

  • विभिन्‍न राज्यों / संघ शासित प्रदेशों (यूटीएस) में 31 मार्च 2015 की स्थिति के अनुसार जमाराशियों की संरचना से 7 राज्यों / संघ शासित प्रदेशों में उच्‍च केंद्रीकरण का पता चलता है। कुल जमाराशियों में इन राज्यों/संघ शासित प्रदेशों अर्थात महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और गुजरात का योगदान करीब 66 प्रतिशत रहा। कुल जमाराशियों में अकेले महाराष्ट्र का योगदान 24 प्रतिशत के आसपास रहा।

31 मार्च 2015 की स्थिति के अनुसार जमा लेखों के प्रकार, संस्थागत क्षेत्रों, जनसंख्या समूहों, और बैंक समूहों की व्यापक प्रवृत्तियों का विश्लेषण करने वाला आलेख भारतीय रिज़र्व बैंक बुलेटिन के फरवरी 2016 अंक में प्रकाशित किया जा रहा है।

संगीता दास
निदेशक

प्रेस प्रकाशनी: 2015-2016/1628

RbiTtsCommonUtility

प्ले हो रहा है
सुनें

संबंधित एसेट

आरबीआई-इंस्टॉल-आरबीआई-सामग्री-वैश्विक

RbiSocialMediaUtility

आरबीआई मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल करें और लेटेस्ट न्यूज़ का तुरंत एक्सेस पाएं!

Scan Your QR code to Install our app

RbiWasItHelpfulUtility

क्या यह पेज उपयोगी था?